पीची वन्यजीवन अभयारण्य पीची शहर के सुखदायक स्थलों का एक विस्तार है। इसमें पलाल्लिल्ली और नेलियम्पती जंगलों सम्मिलित हैं और यह लगभग 125 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है।19 वीं शताब्दी तक यह क्षेत्र निजी संपत्ति के अधीन था।
वर्ष 1958 में इसे एक अभयारण्य माना गया। त्रिशूर से लगभग 23 किमी. की दूरी पर स्थित इस अभयारण्य की सैर वन्यजीवन सफारी (यात्रा) से ज़्यादा इसके हरे भरे जंगलों के लिए की जाती है। इसके अलावा जलाशय में नौका सवारी की सलाह भी दी जाती है जिसमें किनारे पर हाथियों को देखना आपका एक सौभाग्य होगा। यह शहर त्रिशूर शहर से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है, पीची से तथा पीची के लिए बड़ी संख्या में निजी बसे उपलब्ध हैं।