घंटा घर टोंक का ऐतिहासिक महत्व का स्थान है। इसका निर्माण टोंक के नवाब मोहम्मद सादत अली खान ने 1937 में किया था। स्थानीय लोगों के अनुसार सन 1936 में इस स्थान के लोग हैजे की महामारी से पीड़ित हुए थे। नवाब ने इन ग्रसित लोगों में दवाईयां बांटी और एकत्रित धनराशि का उपयोग क्लॉक टॉवर (घंटा घर) बनाने के लिए किया गया।