तोरणमल महाराष्ट्र राज्य के नंदुरबार जिले में स्थित एक छोटा और खूबसूरत पहाड़ी स्टेशन है। सतपुड़ा की श्रेणियों में स्थित यह पर्यटन स्थल समुद्र सतह से लगभग 1,150 की ऊंचाई पर स्थित है। तोरणमल मूल रूप से एक पठार के रूप में है जो लगभग 44 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। इस हिल स्टेशन का नाम तोरण वृक्ष के नाम पर पड़ा। किंवदंती है कि तोरणमल शहर में इस तरह के पेड़ इतनी प्रचुर मात्रा में हैं कि स्थानीय आदिवासियों ने तोरण देवी की पूजा प्रारंभ कर दी – वृक्ष देवी – उर्वरता की देवी के रूप में।
यहां के अनेक आकर्षणों में से एक यशवंत झील है जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है। यहां अनेक मंदिर जैसे गोरखनाथ मंदिर और नागार्जुन मंदिर हैं। सीताखाई एक अनोखी घाटी है जिसे देखने से नही चूकना चाहिए जबकि खडकी पॉइंट और सनसेट पॉइंट दो अन्य देखने लायक स्थान हैं जहां से आप आसपास के क्षितिज का मनोरम दृश्य देख सकते हैं।
तोरणमल क्यों जाएं?
पहाड़ी पर स्थित होने के कारण तोरणमल में सालभर मौसम शानदार होता है। महाराष्ट्र के सभी प्रमुख शहरों और कस्बों से जुड़े होने के कारण तुरंत छुट्टी मनाने के लिए यह पर्यटन स्थल एक आदर्श स्थान है।सभी ओर से पहाड़ियों से घिरे होने के कारण तोरणमल हिल स्टेशन हराभरा है जिसे पूरे महाराष्ट्र राज्य में दूसरा सबसे ठंडा हिल स्टेशन होने का श्रेय प्राप्त है। यहां आश्चर्यजनक झीलें और सुंदर दर्शनीय स्थान हैं तथा साथ ही साथ चुनौतीपूर्ण ट्रेकिंग के रास्ते भी हैं जो किसी भी ट्रेकर को खुश कर देंगे। शहर की भीड़भाड़ से बचने के लिए तथा शांति और सुख का अनुभव लेने के लिए इस छोटे से हिल स्टेशन की सैर अवश्य कीजिए।