ट्रांक्यूबर, जिसे पहले थरंगमबाड़ी के नाम से जाना जाता था, तमिलनाडु के नागापट्टिनम जिले में स्थित एक शहर है। थरंगमबाड़ी का शाब्दिक अर्थ है “संगीतमय लहरों की भूमि”। वर्ष 1620 से लेकर 1845 तक यह डेनिश(दानिश) सत्ता के अधीन था और डेनिश में इसे ट्रांकेबर के नाम से ही जानते है।
सत्रहवीं शताब्दी से लेकर उन्नीसवी शताब्दी के मध्य तक ट्रांक्यूबर ने स्वर्णिम दिन देखें हैं। इस समय यह डेनिश द्वारा नियंत्रित एक अत्यंत महत्वपूर्ण बंदरगाह था। यूरोप में नेपोलियन द्वारा किये जा रहे युद्ध के परिणामस्वरुप वर्ष 1845 में इसे अंग्रेजों को बेच दिया गया। वर्ष 1808 से लेकर 1814 तक यह अंग्रेजों के नियंत्रण में था। एक बंदरगाह के रूप में इसकी महत्ता तब खत्म हो गयी, जब नागापट्टिनम तक रेलवे लाइन बिछा दी गयी।
ट्रांक्यूबर और इसके आसपास के पर्यटन स्थल
वर्तमान में ट्रांक्यूबर समुद्रतट पर बसा हुआ एक क़स्बा है, जहाँ समुद्र की संगीतमयी लहरें आपका स्वागत करती प्रतीत होती हैं। यहाँ ऐसा लगता है कि समय रूक गया हो। तमिलनाडु की तटरेखा पर बसा यह कस्बा अभी भी अपने मूल रूप में है एवं अनछुई जगहों में से एक है।
ट्रांक्यूबर आने का एक मुख्य कारण यह हो सकता है कि आपको यहाँ डेनिश वास्तुकला के कुछ उत्कृष्ट उदाहरण देखने को मिलते हैं। डांसबोर्ग किला ( डेनिश किला) ट्रांक्यूबर का एक महत्वपूर्ण आकर्षण है। यह डेनिश वास्तुकला का एक उत्तम उदाहरण है जो भारत में किसी अन्य स्थान पर मिलना बहुत मुश्किल है।
कई इसाई मिशनरियों के मूल रूप से ट्रांक्यूबर में स्थापित होने के कारण यहाँ कई चर्च हैं। यहाँ के अन्य आकर्षणों में डेनिश संग्रहालय और ट्रांक्यूबर समुद्र तट है।
ट्रांक्यूबर कैसे पहुंचें
यह क़स्बा चेन्नई के काफी करीब है और चेन्नई से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
ट्रांक्यूबर का मौसम
ट्रांक्यूबर का मौसम तमिलनाडू के अन्य स्थानों की तरह ही है। मानसून के अलावा, वर्ष भर यहाँ मौसम गर्म और उमस भरा होता है।