रमज़ान मुसलमानों का एक पवित्र महीना है जिसमें वे पूरे दिन बिना कुछ खाए पिए रोज़ा(व्रत) रखते हैं और पूरा दिन प्रार्थना और महान कार्यों में बिताते हैं। शाम की नमाज़ वे मस्जिदों में पढ़ते हैं जिसे तरवीह कहते हैं और बाकी पूरा दिन धार्मिक कार्यों और क़ुरान पढ़ने में व्यतीत करते हैं।
चलिए हम कुछ ऐसे ही बेस्ट मस्जिदों की यात्रा पर चलते हैं जहाँ रमज़ान के महीने पर आप ज़रूर ही जाएँ।
जामा मस्जिद
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1. जामा मस्जिद, दिल्ली:
जामा मस्जिद भारत के विशाल मस्जिदों में से एक है। कहा जाता है की लाल किले के सामने स्थित यह मस्जिद सम्राट शाह जहाँ द्वारा सबसे अंत में बनवाया गया था। वास्तविक नाम मस्जिद-ए-जहाँ-नुमा कहलाया जाने वाला यह मस्जिद 5000 मज़दूरों द्वारा लाल बलुई पत्थरों और संगमरमर से बनाया गया था। इसके प्रांगण में एक समय में 25000 लोग एक साथ बैठ कर नमाज़ पढ़ सकते हैं।
इस मस्जिद के 3 दरवाज़े, 2 मीनारें और 4 टावर हैं। मीनारों में 5 मंज़िल हैं और हर मंज़िल में जटिल नक्काशियाँ और कलाकारी की गयी हैं। मस्जिद की ज़मीन पर मार्बल के पत्थरों को अलंकृत किया गया है जो बिल्कुल नमाज़ पढ़ने वाले कालीन की तरह लगती है।
दरगाह शरीफ अजमेर
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2. दरगाह शरीफ, अजमेर:
दरगाह शरीफ सूफ़ी संत मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह है। भारत में सबसे ज़्यादा इस मस्जिद पे लोग चादर चढ़ाने आते हैं।
कहा जाता है की जो भी इस दरगाह में आएगा और साफ दिल से प्रार्थना करेगा उसकी हर मनोकामना पूरी होगी और आत्मा को संतुष्टि मिलेगी। उस समय के आर्किटेक्चर मस्जिद में की गयी कलाकारी के प्रत्यक्ष हैं।
बहुत सारे भक्त इस दरगाह में संतों के बारे में जानने और उनसे आशीर्वाद लेने को जाते हैं। जयपुर से यहाँ गाड़ी से आने में 3 घंटे का समय लगता है।
बड़ा इमामबाड़ा
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3. बड़ा इमांबाड़ा, लख़नऊ:
यह इस्लाम धर्म का सबसे धार्मिक स्थल है और रमज़ान और मुहर्रम के मौके पर सबसे ज़्यादा जाया जाने वाला भी। यह स्मारक राहत कार्यों के लिए बनाया गया प्रॉजेक्ट का एक भाग था। अवध के सम्राट नवाब असफ़-उद-दौला ने लख़नऊ में जो उस समय अवध की राजधानी हुआ करती थी, में एक बड़ा सा प्रार्थना घर बनाने को सबसे अच्छे कारीगर रखे थे।
इस प्रार्थना घर को सबसे अच्छा बनाने के लिए इसको बनाने में 11 साल तक का समय लगा जिसमें 20000 मज़दूरों को काम पर लगाया गया और यह देखा गया की कोई बेरोज़गार ना बचे। इस प्रार्थना घर को बनाने का लक्ष्य बेरोज़गारों को रोज़गार प्रदान करना भी था।
ताज-उल-मस्जिद
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4.ताज-उल मस्जिद, भोपाल:
यह भारत का सबसे बड़ा मस्जिद है। ताज-उल-मस्जिद का मतलब होता है मस्जिदों का ताज। इस गुलाबी रंग के इमारत में 18 मंज़िल उँचें मीनारें और संगमरमर के गुंबद हैं। मस्जिद की ज़मीन जामा मस्जिद के ज़मीन से मिलती जुलती है और इसके हॉल में सुंदर नक्काशीदार ख़भें निर्मित हैं।
हज़रतबल मस्जिद
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5. हज़रतबल मस्जिद, श्रीनगर:
यह इस्लाम धर्म का सबसे धार्मिक स्थल है। इस खूबसूरत इमारत के साथ एक झील जुड़ी हुई है। कहा जाता है की यह मस्जिद पैगंबर मोहम्मद का मुख्य स्थल है। कई धार्मिक अवसरों पर इसे आम लोगों को भी देखने की अनुमति होती है।
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