ट्रेन में सफर करना हमेशा ही यादगार और मनोरंजक होता है। इस दौरान हम कई अनजाने लोगो से मिलते है, साथ ही हमें प्राकृतिक सुंदरता का दीदार होता है।
भारत एक ऐसा देश है,जहां हम ट्रेन्स के जरिये एक कोने से दूसरे कोने तक आसानी से पहुंच सकते हैं। ट्रेन में सफर करने के दौरान हमे प्राकृतिक सुंदरता का दीदार होता है और साथ ही ट्रेन में हम सभी हंसते गाते हुए अपनी यात्रा को एन्जॉय करते हैं।
भारत में ट्रेन यात्रा को किसी भी अन्य यात्रा से कम्पेयर नहीं किया जा सकता है। रेलवे भारत का एक अहम हिस्सा है। ट्रेनों का उपयोग कर हम आसानी से एक जगह से दूसरी जगह आ जा सकते हैं।
बचपन में हम में से कईयों ने ट्रेन से यात्रा की है, और अब जब भी बढ़े होने के बाद हम ट्रेनों में सफर करते हैं वह बचपन की पुरानी यादें ताजा हो जाती है। इसीलिए आज हम अपने लेख के जरिये आपको बताने जा रहें हैं भारत के ऐसे 7 डेस्टिनेशन जहां ट्रेन से यात्रा करना सबसे बेस्ट है। क्यों की आपको इन रूट्स पर बर्फ से लदे पहाड़ो से लेकर गुफाएं,जंगल समुंद्र सब कुछ नजर आयेगा साथ ही आपकी यात्रा को और भी मनोरम और यादगार हो जाएगी। तो बिना देरी किये के नजर डालते हैं स्लाइड्स पर
कालका से शिमला
कालका शिवालिक की घाटियों से गुजरती हुई शिमला पहुँचती है, इस दौरान यह ट्रेन 107 गुफायों और 864 ब्रिज को पार करती हैं। यूनेस्को ने हिमालयन क्वीन को विश्व धरोहर की लिस्ट में शामिल किया है।
कोंकण रेलवे (रत्नागिरी-मडगांव-होंनावर-मैंगलोर)
कोंकण रेलवे आपको प्राकृतिक सुन्दरता का ऐसा नजारा देगी जो शायद ही अपने देखा हो। कोंकण रेलवे सह्याद्री हिमालय से होते हुए पहाड़ो , गुफायों को पर करते हुए अपने गंतव्य तक पहुंचती है। जब इस रूट से ट्रेन दुधसागर फाल को कोर्स करती है तो वह नजारा देखने लायक होता है।
मेट्टुपलायम-ऊटी
मेट्टुपलायम से ऊटी जाने वाली ट्रेन का रूट निलिगिरी पहाड़ से होकर गुजरता है। इस दौरान आप यहां के चाय के बागन,पहाड़ और ब्रिज पुल के नजारों को देख सकते हैं। वर्ष 2005 में इस पहाड़ी रेलवे रूट को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर में नामंकित किया गया था। आपको बता दें, शाहरुख़ खान की फिल्म दिल से का प्रसिद्ध गाना छैय्या छैय्या इस रूट की ट्रेन की छत पर शूट किया गया था।
न्यू जलपाईगुड़ी-दार्जलिंग
यह सबसे पुराना माउंटेन रेलवे है । इस रूट से दार्जलिंग हिमालयन रेलवे के अद्भुत नजारे देखने को मिलते हैं। बता दें हिमालयन रेलवे का नाम रेलवे रूट को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर में नामंकित किया गया था।
जयपुर-जैसलमेर
जयपुर से जैसलमर जाते समय आप ट्रेन से थार रेगिस्तान का सुंदर नजारा देख सकते हैं।
मंडपम-रामेश्वरम
यह वाकई में एक बेहद ही खूबसूरत यात्रा है क्यों कि इस रूट में ट्रेन समुंद्र पर बने ब्रिज यानी पम्बम ब्रिज के ऊपर से गुजरती है, अगर आप चाहे तो आप उन खूबसूरत नजारों की तस्वीरें भी ले सकते हैं। बता दें यह पम्ब्म ब्रिज भारत का दूसरा सबसे बड़ा ब्रिज है।
गुवाहटी-सिलचर
यह एक बेहद ही परफेक्ट रूट है क्योंकि इस रूट पर आपको ढेर सारे हरे भरे पहा, कलकल बहती नदियां और चाय के बागन नजर आयेंगे।