विवधतायों से भरे देश भारत में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। खेल, आर्किटेक्चर, डांसर संगीत के क्षेत्र में, हर जगह भारतीयों ने अपनी प्रतिभा का परचम लहराया है। हमारे देश में संगीत एक ऐसी प्रतिभा है जिसका पूरी दुनिया में लोहा माना जाता है। भारत में वाद्य यंत्रों जैसे सितार, वीणा, तबला आदि की झंकार संगीत को के माधुर्य को और बढ़ा देती है। दुनियाभर में भारतीय संगीत की अपनी एक अलग पहचान है।
बिना देरी किये 2017 में इन जगहों को घूम डालिए
भारतीय संगीत के अलावा इस देश में पश्चिमी संगीत के स्टाइल को खूब बढिया तरीके से अपनाया गया है। पूरे देश में पश्चिमी संगीत को लोग खूब पसंद करते हैं। जिसके चलते बीते सालों से कई विदेशो से भारतीयों के लिए विशेष तौर पर मशूहर कलाकारों को कॉन्सर्ट के लिए बुलाया जाता है। अगर आपको संगीत पसंद है तो इन जगहों पर आपको जरूर जाना चाहिए। इन जगहों पर जाकर आपको जो संगीत का अनुभव होगा वो कहीं और नहीं मिल सकता है।
म्यूजिक कॉन्सर्ट के साथ-साथ इन जगहों पर घूमने के लिए भी काफी कुछ है। इसलिए आपको यहां किसी भी चीज़ की कमी नहीं होगी। जब आप यहां से वापिस लौंटेंगें तो आपके पास ढेर सारी यादें होंगीं।
गोवा
गोवा छुट्टियों बिताने के लिए बहुत मशूहर जगह है लेकिन इसके साथ ही गोवा में सबसे ज्यादा म्यूजिक फेस्टिवल होते हैं। हर साल दिसंबर महीने के आखिरी दिन में सनबर्न फेस्टिवल का आयोजन किया जाता है। यहां आप अपने नए साल का जश्न भी मना सकते हैं। युवाओं के बीच ये फेस्टिवल काफी लोकप्रिय है। सनबर्न इलेक्ट्रॉनिक डांस म्यूाजिक फेस्टिवल है जिसे पॉपुलर इंटरनेशनल आर्टिस्ट होस्ट करते हैं। इसमें लोकल बैंड भी हिस्सा ले सकते हैं। इस समय गोवा की मौज-मस्ती कुछ ज्यादा ही बढ़ जाती है। ये फेस्टिवल वाघा बीच पर आयोजित होता है।
PC: Haritha Prasad
शिलॉन्ग
शिलॉन्ग को भारत की रॉक कैपिटल भी कहा जाता है। यहां पर बहती नदियां, झरने और प्राकृतिक सौंदर्य की भरमार है। इस पॉपुलर टूरिस्ट डेस्टिनेशन पर आपको बढिया खाने के साथ-साथ घूमने के लिए कई जगहें भी मिल जाएंगीं लेकिन ये टूरिस्ट स्पॉट सबसे ज्यादा अपने म्यूजिक फेस्टिवल के लिए मशहूर है।हर साल अक्टूबर के महीने में शिलॉन्ग में आटम्न म्यूजिक फेस्टिवल का आयोजन किया जाता है। इस फेस्टिवल में आपको फूड, वाइन के साथ-साथ कई और चीज़ों का लुत्फ उठाने का भी मौका मिलेगा।PC: Sohanmaheshwar
पुणे
पुणे में कई ऐतिहासिक इमारतें हैं जो इस शहर की ऐतिहासिकता को बयां करती हैं। यहां पर लोग पढ़ने आते हैं और ये म्यूजिक कॉन्सर्ट का हब भी कहा जाता है। भारत के कई शहरों में एनएच7 वीकएंडर का आयोजन किया जाता है। पुणे में हर साल ये फेस्टिवल मनाया जाता है। दुनियाभर से लोग इस कॉन्सर्ट को एंजॉय करने के लिए पुणे आते हैं। यहां पर आपको इंटरनेशनल के साथ-साथ लोकल आर्टिस्ट भी मिल जाएंगें।
PC: Gopal Vijayaraghavan
जीरो
नॉर्थ-ईस्ट की एक और जगह है जो म्यूजिक फेस्टिवल के लिए फेमस है। अरुणाचल प्रदेश का शहर जिरो बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करता है। ये शहर प्राकृतिक सौंदर्य से भरा है। अरुणाचल प्रदेश की पाइन क्लेड वैली में हर साल सितंबर के महीने में जिरो म्यूजिक फेस्टिवल का आयोजन किया जाता है। इस फेस्टिवल में मुख्य रूप से नॉर्थ ईस्ट के म्यूजिक बैंड को प्रोत्साहन दिया जाता है। यहां पर आपको बहुत कम ही इंटरनेशनल बैंड मिलेंगें। ये फेस्टिवल नॉर्थ-ईस्ट राज्यों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किया जाता है। अब ये फेस्टिवल पूरे देश में प्रसिद्ध हो चुका है।
बैंगलोर
बैंगलोर के लोगों को हमेशा से ही संगीत और म्यूजिक फेस्टिवल में रुचि रही है। इस शहर में म्यूजिक फेस्टिवल की इतनी धूम रहती है कि यहां पर इंटरनैशनल आर्टिस्ट भी बार-बार आना चाहते हैं। उन्हें भी यहां परफॉर्म करने में काफी मज़ा आता है।हर साल बैंगलोर में कई सारे म्यूजिक फेस्टिवल आयोजित किए जाते हैं जिनमें एनएच7 वीकेंडर, स्टॉर्म फेस्टिवल, स्ट्रॉबेरी फील्ड रॉक फेस्टिवल, फायरलाईज़ म्यूजिक फेस्टिवल आदि शामिल हैं।PC: OML
जैसलमेर
जैसलमेर को गोल्डन सिटी भी कहा जाता है और जैसलमेर में कई ऐतिहासिक किले, मंदिर और रेगिस्तान हैं जिन्हें देखने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक यहां घूमने के लिए आते हैं। हर साल इस जगह पर तीन दिन तक रागस्तान नामक म्यूजिक फेस्टिवल का आयोजन किया जाता है। इस फेस्टिवल में आपको संगीत के साथ-साथ फिल्म, कला, फोटोग्राफी के साथ-साथ और भी कई चीज़ों का मज़ा उठाने का मौका मिलता है। इस फेस्टिवल की सबसे खास बात ये है कि इसे तीन दिन तक रेगिस्तान में ही आयोजित किया जाता है। ऊंटों के बीच रेतीली हवाओं में आर्टिस्टों को भी परफॉर्म करने में खूब मज़ा आता है।PC:Koshy Koshy
कोहिमा
नागालैंड में 16 प्रजातियों का संगम देखने को मिलता है। साथ ही यहां कई उप प्रजातियां भी हैं।नागालैंड के कोहिमा में हॉर्नबिल फेस्टिवल का आयोजन किया जाता है। इस फेस्टिवल को यहां की 16 विभिन्न प्रजातियां मिलकर मनाती हैं। ये फेस्टिवल पूरे हफ्ते चलता है जिसमें नागालैंड की संस्कृंति और पंरपरा एकसाथ देखने को मिलती है।इस फेस्टिवल में आपको नागालैंड के लोगों द्वारा म्यूजिक कॉन्सर्ट, परेड, खेल और डांस देखने को मिलेगा। यहां आप नागालैंड के लोगों के असली टैलेंट को देख सकते हैं।PC:Vikramjit Kakati
जोधपुर
राजस्थान का दूसरा सबसे बड़ा शहर है जोधपुर जहां असंख्य आलीशान किले, पैलेस और मंदिर हैं। इन्हें देखने के लिए हर साल लाखों पर्यटक यहां आते हैं। यहां के आलीशान पैलेसों में फिल्म निर्माता भी अपनी फिल्मों की शूटिंग करने के लिए बेताब रहते हैं। द डार्क नाइट राइज़ेज़ और गजनी जैसी कई फिल्मों की शूटिंग यहां हुई है।
राजस्थान के एक नॉन-प्रॉफिट योजना के तहत राजस्थान इंटरनेशनल फोल्क फेस्टिवल का आयोजन किया जाता है। ये फेस्टिवल जोधपुर में होता है और इसमें भारतीय लोक कलाकारों को प्रोत्साहित किया जाता है। राजस्थान के 250 से भी ज्यादा लोक संगीतकार और भारत के अन्यो राज्यों से भी लोग इस फेस्टिवल में हिस्सा लेते हैं।
PC: Varun Shiv Kapur