पर्यटन के मामले में भारत की दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाले राज्य महाराष्ट्र में ऐसा बहुत कुछ है जिस वजह से पूरी दुनिया से घूमने फिरने के शौक़ीन इसकी तरफ आकर्षित हो रहे हैं। महाराष्ट्र अपने विविध पहाड़ों, मनोरम समुद्र तटों, लुभावने दृश्यों द्वारा परिभाषित और कई प्रकार के संग्रहालय, स्मारक और किले, जो भारत के समृद्ध इतिहास के गवाह हैं, के लिये प्रसिद्ध राज्य है।
इसी क्रम में आज हम आपको अवगत कराएंगे महाराष्ट्र के एक बेहद खूबसूरत शहर अंबोली से जो घूमने के लिहाज से एक परफेक्ट डेस्टिनेशन है। अंबोली, महाराष्ट्र राज्य में लगभग 700 कि.मी. की ऊँचाई पर बना एक सुंदर व छोटा सा हिल स्टेशन है। यह प्रसिद्ध पर्यटन स्थल सह्याद्री पर्वतमाला में बना है जो सिंधुदुर्ग जि़ले में है।
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ब्रिटिश शासन के दौरान अंबोली शहर का उपयोग एक ऊँची पोस्ट के रुप में होता था जहाँ से मध्य व दक्षिण भारत में सैनिकों के लिए चौकियाँ बनाई जाती थीं।ज्ञात हो कि 1880 में अंबोली को एक हिल स्टेशन घोषित कर दिया गया। PICS : तस्वीरों में अनोखा और बेहद अद्भुत ट्राइबल इंडिया
गौरतलब है कि वीकेंड बिताने के लिए अंबोली एक बहुत अच्छी जगह है, साथ ही रोमांटिक स्थान भी है। भागती-दौड़ती जि़ंदगी की रफ़्तार कुछ कम करने के लिए आप यहाँ आ सकते हैं। आपको बताते चलें कि अंबोली को झरनों का स्वर्ग भी कहा जाता है। तो आइये जानें अंबोली की यात्रा पर वहां क्या क्या आपको अवश्य देखना चाहिए।
कैसे जाएं अंबोली
सावंतवाड़ी और गोवा के पास होने से वायु, रेल व सड़क द्वारा आप आसानी से अंबोली पहुँच सकते हैं। वायुमार्ग से आने के लिए लगभग 70कि.मी. की दूरी पर स्थित गोवा का घरेलू हवाई अड्डा सबसे समीप है। रेलमार्ग से आने के लिए सावंतवाड़ी रेलवे स्टेशन का प्रयोग किया जा सकता है। रेलवे स्टेशन से टैक्सी लेकर आप अंबोली पहुँच सकते हैं। 550 कि.मी. की दूरी पर मुंबई और 400कि.मी. की दूरी पर पुणे होने से अनेक बसें न केवल इन दो शहरों से बल्कि अन्य शहरों से भी उपलब्ध होती है, जिनकी सहायता से आप सड़कमार्ग से पहुँच सकते हैं।
फोटो कर्टसी - Elroy Serrao
अंबोली झरना
अंबोली शहर में स्थित अंबोली झरना एक बहुत सुंदर पर्यटन स्थल है।यहाँ हर साल अनेक पर्यटक आते हैं। मानसून के दौरान यह जगह विशेष रूप से मनोरम होती है। बारिश के कारण झरने के आसपास का क्षेत्र धुंधला और कृत्रिम लगता है। जून से अक्तूबर का समय यहाँ आने के लिए सबसे अच्छा है।
फोटो कर्टसी - Nilesh2 str
श्रीगाँवकर झरना
श्रीगाँवकर झरना, शाम बिताने के लिए एक सुंदर पिकनिक स्थल है। अंबोली शहर से 25कि.मी. दूर, यह एक बड़ा पर्यटन आकर्षण है। बारिश के दौरान यहाँ आना सुखद होता है क्योंकि उस समय का हवा ठंडी और निर्मल होती है तथा चारों ओर हरियाली होती है।
फोटो कर्टसी - Elroy Serrao
हिरण्यकेषी मंदिर
अंबोली में स्थित हिरण्यकेषी मंदिर में सालभर अनेक धार्मिक गतिविधियाँ होती रहती है। देवी पार्वती को प्यार से हिरण्यकेषी कहा जाता है तथा उनके नाम पर बना यह मंदिर उन्हीं को समर्पित है। इस पवित्र जगह पर देवी पार्वती के पति भगवान शिव की मूर्ति भी है।
फोटो कर्टसी - Nilesh2 str
माधवगढ़ का किला
अंबोली शहर में स्थित माधवगढ़ का किला एक सुंदर ऐतिहासिक किला है। इस समय यह खंडहर, पुणे में शनिवारवाड़ा नामक शाही किले से चार गुणा बड़ा है। यह किला मुख्य मार्ग पर है। किले की छत से सुंदर नज़ारें दिखते हैं। यहाँ से पूरा अरब सागर और कोंकण तट बिल्कुल साफ दिखाई देता है।
फोटो कर्टसी - Chanchal Rungta
नंगर्ता झरना
नंगर्ता झरना, अंबोली से लगभग 70कि.मी. दूर है। सिंधुदुर्ग जि़ले में स्थित यह झरना मानसून में आकर्षक होता है।इस झरने का पानी 10 फीट गहरे खड्डे में गिरता है जिससे एक गहरी आवाज़ गूंजती है। यहाँ का मौसम सुहावना होता है और आमतौर पर पर्यटक यहाँ आराम करने आते हैं।
फोटो कर्टसी - Chanchal Rungta