वीकेंड के दौरान घूमना अपने आप में अनोखा अनुभव रहता है। ऐसा इसलिए क्योंकि वीकेंड के दौरान ट्रैवल करके व्यक्ति अपने स्ट्रेस और टेंशन से मुक्ति पा जाता है और जब वो दोबारा अपने दफ्तर लौटता है तो पहले की अपेक्षा ज्यादा रिफ्रेश रहता है। प्रायः ये देखा गया है कि हफ्ते भर काम करने के बाद कोई भी व्यक्ति हो वो बोर हो उठता है और ऐसे में उसके लिए यही सबसे बेहतर विकल्प है कि वो ट्रैवल करे। तो इसी के मद्देनज़र आज का हमारा ये आर्टिकल उनके लिए है जो बैंगलोर में रहकर काम कर रहे हैं। आज हम अपने इस लेख के जरिये आपको अवगत कराने जा रहे हैं बैंगलोर से चिकमंगलूर तक की रोड ट्रिप से। आपको बताते चलें कि बैंगलोर से 243 किलोमीटर दूर स्थित चिकमंगलूर एक बेहद खूबसूरत पर्यटन स्थल होने के साथ एक परफेक्ट वीकेंड गेटअवे है।
आपको बता दें कि इस रोडट्रिप के लिए आपको शनिवार को भोर में निकलना होगा और आप रविवार देर रात अपने घर पहुँच पाएंगे। साथ ही आज अपनी इस रोड ट्रिप में हम आपको उन 3 डेस्टिनेशनों से भी रू-ब-रू कराएंगे जो इस रास्ते में पड़ती हैं।
आइये करें अपनी बैंगलोर से चिकमंगलूर तक की रोड ट्रिप की शुरुआत
बैंगलोर से चिकमंगलूर तक जाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच4 एक बेहतर विकल्प है। बैंगलोर से उत्तर पश्चिम की ओर चलते हुए 32 किलोंमीटर की दूरी पर आपको एक बेहद खूबसूरत स्थान नेलमंगला मिलेगा जहां ये हाई-वे दो भागों में बंट जाता है जिसमें एक भाग आपको एनएच 48 (बैंगलोर - मैंगलोर) और दूसरा एनएच 4 (मुंबई - चेन्नई) ले जाएगा।
नेलमंगला
यदि आप नेलमंगला में हैं तो हमारा सुझाव है की आप बिन्नामंगला का सुन्दर पार्क और विश्व शांति आश्रम देखना न भूलें। आपको बताते चलें कि नेलमंगला की ख़ास बात ये है कि ये जगह बहुत हरी भरी है और अपने पुराने पेड़ों के लिए जानी जाती है। इस स्थान पर कई सारे ढाबे मौजूद हैं तो यदि आप चाहें तो यहां थोड़ा समय देते हुए अपना नाश्ता या खाना भी कर सकते हैं।
शांति ग्राम और हासन
नेलमंगला में आप एनएच 48 लेते हुए पश्चिम दिशा की ओर चलें करीब 141 किलोमीटर की दूरी के बाद आप शांति ग्राम में आ जाएंगे। ये भी एक बहुत सुन्दर स्थान है जो अपनी शांति ग्राम झील के लिए जाना जाता है। आप चाहें तो इस झील के किनारे चहल कदमी भी कर सकते हैं। इस झील की सुंदरता ऐसी है कि ये किसी का भी मन मोह सकती है।
Photo Courtesy: PP Yoonus
इसके बाद आप हासन का रुख कर सकते हैं जो की शांतिग्राम से मात्र 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। आपको बता दें कि होयसाल राजाओं की विरासत के शहर के रूप में मशहूर हासन कर्नाटक की स्थापत्य कला की राजधानी है। जहां होयसाल राजाओं की समृद्ध संस्कृति को पूरे जिले में कहीं पर भी देखा जा सकता है। यदि आप हासन में हैं तो इन स्थानों को देखना न भूलें। हासन के आकर्षणों के लिए यहां क्लिक करें।
शेट्टीहल्ली
हासन से 13 किलोमीटर की दूरी पर स्थित शेट्टीहल्ली एक अन्य महत्त्वपूर्ण डेस्टिनेशन हैं। जिसे आपको अवश्य देखना चाहिए। ये स्थान अपने विशेष चर्च के लिए जाना जाता है जिसका निर्माण 1860 में फ्रेंच मिशनरीज ने करवाया था। हेमवती नदी के बैकवॉटर के किनारे बने इस चर्च की खासियत ये है की मॉनसून के दौरान ये नदी के पानी में डूब जाता है।
मंजराबाद किला
हासन से 46 किलोमीटर दूर मैंगलोर रोड पर सकलेशपुर के पास मौजूद मंजराबाद किले का भी शुमार कर्नाटक के उन डेस्टिनेशंस में है जिसे एक पर्यटक को अवश्य देखना चाहिए। आपको बताते चलें कि इस किले का निर्माण 1792 में टीपू सुल्तान द्वारा कराया गया था और ये किला 3240 फ़ीट ऊंचा है। इस किले की ख़ास बात ये है कि इसका निर्माण लाल मिटटी और ग्रेनाइट से किया गया है।
चूंकि हासन में ज्यादा कुछ देखने को नहीं है तो हमारा सुझाव है कि आप रात में यहीं रुकें और सुबह चिकमंगलूर के लिए निकलें।
बेलूर
सुबह आप अपनी यात्रा थोड़ा जल्दी शुरू करें, हमारा सुझाव है कि आप 6 बजे तक हासन छोड़ दें। यदि आप सुबह हासन छोड़ देते हैं तो आप जल्द ही बेलूर आ जाएंगे। हासन से 40 किलोमीटर दूर बेलूर कर्नाटक के सबसे प्रसिद्ध स्थलों में से एक है जिसे मंदिरों का शहर और दक्षिण का काशी भी कहा जाता है। बेलूर के आकर्षणों के लिए यहां क्लिक करें।
हैलेबिड
चिकमंगलूर से 16 किलोमीटर पहले स्थित राजस्व, गौरव और खंडहर की भूमि हैलेबिड भी इस रूट का एक लोकप्रिय पर्यटक गंतव्य है। आपको बताते चलें कि कभी होयसाला राज्य की गौरवान्वित शाही राजधानी के रूप में मशहूर हैलेबिड द्वारसमुद्र के रूप में जाना जाता था। हैलेबिड के लोकप्रिय आकर्षणों के लिए आप यहां क्लिक करें।
हैलेबिड से 16 किलोमीटर और ड्राइव करने पर आप चिकमंगलूर आ जाएंगे जहां आपकी ये रोड ट्रिप समाप्त हो जायगी। आपको बताते चलें कि चूंकि आप यहां जल्दी आ जाएंगे इसलिए यहां के सभी प्रमुख पर्यटक आकर्षणों को देखने के लिए आपके पास अच्छा खासा समय रहेगा। चिकमंगलूर के प्रमुख पर्यटक आकर्षणों के लिए यहां क्लिक करें।
Photo Courtesy: Pramod jois