शायद ही कोई ऐसा होगा जिसे घूमना पसंद नहीं होगा, खासकर की रोड ट्रिप्स तो सबकी पसंदीदा होती है। बीच जंगलों में सरसराते हुए बाइक से अपनी मंजिल की ओर आगे बढ़ना बेहद दिलचस्प होता है।
अगर कभी कभी आपका भी मन करता है कि, चलो बाइक से दोस्तों के साथ एक ट्रिप हो जाये, लेकिन कहां बात यहीं आकर खत्म हो जाती है। इसलिए आज हम अपने आर्टिकल के जरिये आपको बताने जा रहें हैं भारत के कुछ ऐसे रोड ट्रिप्स जिन्हें आप बाइक के जरिये काफी अच्छे से दोस्तों के साथ एन्जॉय कर सकते हैं।इनमे से कुछ सड़के आपको बर्फ की चादर से ढकी हुई नजर आयेंगी तो कुछ सुनसान जंगलों से..तो बिना देरी किये जानते हैं इंडिया की बेस्ट रोड ट्रिप
द पम्बन ब्रिज
पम्बन ब्रिज भारत का का दूसरा सबसे बड़ा समुद्री पुल है जिसकी लम्बाई 2.3 किमी. है। इस पुल को दक्षिण भारतीय रेलवे परियोजना के हिस्से के रूप में बनाया गया था। यह ब्रिज, समुद्र पर बना अपनी तरह का अनोखा ब्रिज है। यह ब्रिज करीबन 13.5 किमी में है जिसे बाइक यर कार से महज 20 मिनट में पूरा किया जा सकता हैयह ब्रिज, समुद्र पर बना अपनी तरह का अनोखा ब्रिज है। यह ब्रिज समुंद्र के ऊपर बना है, जो रामेश्वरम आने वाले पर्यटकों को भी अपनी ओर आकर्षित करता है।
नेशनल 212 बैंगलोर-ऊटी वाया बन्दीपुर जंगल
यह हाइवे बंदीपुर के घने जंगल से होकर गुजरता है। इस दौरान आप यहां प्रकृतिक सुन्दरता के साथ वन्य जीवों को भी देख सकते हैं।
मनाली-लेह
मनाली-लेह रूट दुनिया भर के पर्यटकों को काफी आकर्षित करता है। हर रोज सैकड़ों पर्यटक मनाली से लेह का सफर बाइक से तय करते हैं। मनाली से लेह की दूरी 474 किमी है...मनाली से लेह के रास्ते में आपको जंगल बर्फ पहाड़ सब देखने को मिलेगा जो आपकी रोड ट्रिप्स को और भी मजेदार बनाते हैं।मनाली से लेह रोड ट्रिप दो दिन की ट्रिप है, यह रास्ता काफी घुमावदार पहाड़ियों से होकर जाता है।इन रास्तों को सर्दियों में भरी बर्फबारी के कारण बंद कर दिया जाता है,और यह रोड पर्यटकों के लिए जून से लेकर सितम्बर तक खुले रहते हैं।
रोहतांग पास
रोहतांग पास 13054 की ऊंचाई पर लाहुल पर स्पीती घाटी के पास स्थित है। यहां से आप प्रकृति का सुन्दर नजारा देख सकते हैं। यहां आप चिनाब के हसीन नजारे भी देख सकते हैं।
करवर-मैंगलोर
करवर से मैंगलोर एक बेहद ही मनोरंजक रोड ट्रिप है, इस ट्रिप के दौरान आप यहां के कला संस्कृती और जान समझ पाएंगे। यह हाइवे कोंकण पश्चिम के नाम से भी जाना जाता है। इ तरफ पश्चिमी तट और दूसरी और समुंद्र इस जगहों को और भी खूबसूरत बना देतें है।
बैंगलोर-गोवा
इसमें कोई शक नहीं कि, गोवा हर किसी की परफेक्ट हॉलिडे डेस्टिनेशन है खासकर की युवायों की। बैंगलोर से गोवा आसानी से रोड के जरिये पहुंचा जा सकता है।
पहला रूट
बैंगलोर-शिमोगा-होनावर नेशनल 206। इस रूट से बैंगलोर से गोवा की दूरी 640 किमी है।
बैंगलोर-धर्वाद-पोंडा नेशनल हाइवे 4। इस रूट से बैंगलोर से गोवा की दूरी 592 किमी है।
तीसरा रूट
बैंगलोर -हुबली नेशनल हाइवे 4। इस रूट के जरिये आप बैंगलोर से गोवा 706 किमी में पहुंच जायेंगे।
पर्यटकों के बीच सबसे ज्यादा इस्तेमाल किये गये रूट एक और तीन है, इस रूट के जरिये आपको खूबसूरत नजारे के साथ साथ ढेर झरने,वन्यजीव अभ्यरण आदि।
बैंगलोर-हम्पी
बैंगलोर से हम्पी जाने के लिए आप नेशनल हाइवे 4 ले सकते हैं। बैंगलोर से हम्पी जाने का रास्ता बेहद ही शांत और मनोरम है जो आपकी इस रोड ट्रिप को और भी यादगार बनाती है।
दार्जलिंग-गंगटोक
दार्जलिंग-गंगटोक की यात्रा आपको बर्फ से ढंकी पहाड़ियों, अल्पाइन की मोटी लकड़ी से ढंके रोलिंग स्लोप्स की जगह ले जाएगी। सीधी चढ़ाई वाली चोटियां और तंग घाटियां, बर्फ में ढंका इलाका आपकी यात्रा को और भी म्न्रोम बना देगा। यहां आपको ऊंचे-ऊंचे धूपचंदन और अन्य पेड़ों के बीच से अजीब-सी छोटी-छोटी बस्तियां झांकती नजर आ जाएंगी। पहाड़ी के ऊपर जाएंगे तो वहां आपको सौम्य और मनमोहक झीलें नजर आएंगी।
गुवाहटी-तवांग
यह रोड रूट करीबन 480 किमी में फैला हुआ है जिसे 9 घंटे में पूरा किया जा सकता है। इस रोड ट्रिप पर आपको भारतीय आर्मी कैम्पस और मनोरम प्रकृति के खूबसूरत नजारे देखने को मिलेंगे।
जेलेप-ला-पास
जेलेप-ला-पास एक तिब्बती शब्द है जिसका अर्थ है "सुंदर स्तर के पास"। यह जगह सिक्किम को तिब्बत से जोड़ती है। यह पूरा ही रास्ता घने जंगलों से घिरा हुआ है।
जयपुर-रणथम्भोर
जयपुर-रणथम्भोर की ट्रिप आपको जंगल बुक का एक्सपिरियास देगी। यह रोड ट्रिप फोटोग्राफर के लिए किसी दस्वर्ग से कम नहीं है, इस दौरान आप यहां ढेर सारी फोटोग्राफी के साथ साथ जंगल सफारी का भी मजा ले सकते हैं।
शिलांग-चेरापूंजी
शिलांग-चेरापूंजी की दूरी 53 किमी की दूरी पर स्थित है, यह पूरी जगह वाटर फाल्स, गुफायों,और खूबसूरत नजारों से घिरी हुई हैं।
सह्याद्री-कशेडी घाट
कशेडी घाट महाराष्ट्र में स्थित है, यह एक बेहद ही डरावना सड़क रूट है। नेशनल हाइवे 17 के पास सावित्री नदी का तट भी इस रोड ट्रिप को और भी खूबसूरत बना देते हैं।
बैंगलोर-कोनोर
नीलगिरी पहाड़ियों में कोनूर दूसरा सबसे बड़ा हिल स्टेशन है, जोकि चारो और से चाय के बागानों से घिरा हुआ है। कूनोर जाने का रूट मशीनगुडी से होते हुए जाता है, जो कि पूरा घने जंगलों से घिरा हुआ है।
देहरादून-नैनीताल
देहरादून से नैनीताल की दूरी 289 किमी की है। हालांकि देहरादून से नैनीताल पहुँचने का रास्ता कुछ खास आसान नहीं है इस दौरान, आपको ढेर सारा घुमावदार पहाड़ियां नजर आएगी, लेकिन यकीन मानिये आपको इस रोड ट्रिप में मजा जरुर आयेगा।
लेह-खरदुंग ला
खरदुंग ला लद्दाख में स्थित है, इतना ही नहीं ये ये दुनिया का सबसे ऊँचा रोड भी है दुनिया का सबसे ऊँचा रोड खरदुंग ला है जो लद्दाख में स्थित है और लद्दाख से लेह की 3 घंटो की दुरी को आसान बनता है।