हाल ही में मुझे अपनी दोस्त के साथ चन्द्रशिला ट्रेकिंग करना का लुत्फ मिला।दरअसल यूं हुआ कि, एक दिन यूं ही फेसबुक पर किसी कम्पनी द्वारा ट्रेकिंग इवेंट देखा। जिसे देखने के बाद मै और मेरी फ्रेंड बेहद उत्साहित हो गये। हम दोनों ने इसी ट्रेकिंग का हिस्सा बनने के लिए करीबन 3000 की फीस अदा की।
हम दिल्ली से थे,इसलिए हम ट्रेन के जरिये दूसरे दिन पहुंच गये हरिद्वार ।वहां हमे कई लोग मिले, जिनके साथ हमारी ट्रेकिंग काफी मजेदार रही। हरिद्वार पहुँचने के बाद बाद ट्रेकिंग इंस्ट्रकटर ने हमे एक गाड़ी में बिठाया।जिसके बाद हम सारी पहुंचे । यहीं से हमें दूसरे दिन अपनी ट्रेकिंग शुरू करनी थी।
जगह-उत्तराखंड
कितने दिन-5 दिन
ग्रेड- आसान
ऊंचाई-13100 फिट ऊंचाई
ट्रेकिंग किमी-30 किमी
जिन्हें एडवेंचर और ट्रेकिंग से प्यार है उन्हें एक बाद लाइफ में चंद्रशिला पर क बार ट्रेकिंग जरुर करनी चाहिए।चन्द्रशिला ट्रेकिंग पॉइंट उत्तराखंड के चोपता में स्थित है।
चन्द्रशिला ट्रेक उत्तराखंड में बद्रीनाथ और केदारनाथ के बीच बसी एक छोटी-सी चोटी है, जहाँ से हिमालय के अद्भुत दर्शन होते हैं। तुंगनाथ से तकरीबन दो किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई के बाद चौदह हज़ार फीट की ऊँचाई पर चंद्रशिला चोटी है। इस चोटी से हिमालय की खूबसूरत तो बस देखते ही बनती है। ये ट्रेकिंग थोड़ी सी कठिन है लेकिन उतनी ही मजेदार।
संक्षिप्त
पहला दिन: ट्रेक देवरियाताल 3 किमी
दूसरे दिन: देवरियाताल-चोपता रोहिणी बुग्याल होते हुए
चौथा दिन-चोपता सर्किट
पांचवा दिन-ट्रेक चोपता -तुंगनाथ -चन्द्रशिला चोटी-वापस चोपता
पहला दिन
पहले दिन हम सब सुबह हल्का नाश्ता करके अपनी ट्रेकिंग का पहला दिन शुरू करने के बेहद उत्साहित थे। आज हमें टेन किमी की ट्रेकिंग करनी थी। ऊपर चदते हुए आप निचे के हरे भरे नजारों को भली भांति निहार सकते हैं।तीन किमी की ट्रेकिंग करने के बाद हमने वहीं अपने तम्बू लगाये और आराम करने का प्लान बनाया..क्यों की दूसरे दिन हमे ज्यादा चड़ाई करनी थी, जिसके लिए भरपूर नींद की आवश्यकता होती है।
दूरे दिन- देवरियाताल-चोपता रोहिणी बुग्याल होते हुए
दूसरे दिन हम सभी ने हल्का नाश्ता किया, और निकल पड़े अपनी अगली मंजिल ये चोपता सर्किट की ओर...इस दौरान हम रोहिणी बुग्याल पहुंचे..यहां खाने पीने की कई दुकाने मौजूद है। इसलिए हमने यहां चकी नाश्ता किया..और फिर वहीं अपनी टेंट लगाकर आराम करने का विचार बनाया। हम सब इस ट्रेकिंग को काफी एन्जॉय कर रहें थे। हमने इस दौरान खुब सारी मस्ती भी की।
तीसरा दिनन चोपता सर्किट
अगले दिन रोहिणी बुग्याल में नाश्ता कर हमे चोपता सर्किट पहुंचना था। चोपा की खूबसूरती हम सबको अपना दीवाना बना रही थी,यहाँ की नम हवा में बसी और दरख्तों से लिपटी सौंधी-सी खुशबू आपके तन-मन को तरोताजा कर रही थी। हमने यहां आप यहाँ बिना किसी बाधा या रोक-टोक के पर्वतों और प्रकृति के बीच एक खास शांति और सुख का अनुभव किया।
चौथा दिन
चोपता सर्किट में नाश्ता करने के सुबह हम सभी निकल पड़े तुंगनाथ। तुंगनाथ में महा देव शिव का एक विशाल मंदिर है, जहां दूर दूर से श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। हमने यहां कुछ देर आराम किया,और फिर चंद्रशिला ट्रेक की ओर निकल पड़े। चन्द्रशिला तेक्किंग पॉइंट पर पहुँचने के बाद जो असीम ख़ुशी मिली, उसको शब्दों में बयान करना बेहद मुश्किल था। हम दोपहर में चन्द्रशिला की चोटी पर पहुंच चुके थे। यहां हमने ग्रुप्स के साथ जमकर मस्ती की,फोटोज क्लिक किये। थोड़ा मस्ती करने के बाद हम फिर वापस चोपता के लिए रवाना हो गये। शाम तक हम सभी चोपता सर्किट वापस पहुंच चुके थे।
पांचवा दिन
पांचवे दिन हम सभी अपने घर घर जाने थे, इस ट्रेकिंग के दौरान कई अजनबी हमारे अच्छे दोस्त बन गये थे,ट्रेकिंग खत्म हो चुकी थी, लेकिन इस ट्रेकिंग के दौरान मैंने कई सारी नयी यादों के साथ नये दोस्त भी बनाये थे। और फिर हम सभी निकल पड़े अपने अपने घर।
चन्द्रशिला ट्रेक करने के दौरान ध्यान रखे ये बातें
-यह ट्रेकिंग थोड़ी सी मुश्किल है,क्योंकि यहां पर्यटकों को खड़ी चड़ाई चढ़नी है।
-यहां कभी कभी बारिश हो जाती है, जिसके कारण नीचे से फिसलन बढ़ जाती है।
-ट्रेकिंग के दौरान अपने पास पानी की बोतल रखना बिल्कुल भी ना भूले।
कैसे जाएँ
दिल्ली से चन्द्रशिला की दूरी 417 किलोमीटर है। दिल्ली से ऋषिकेश (230 किलोमीटर) होते हुए चोपता (180 किलोमीटर) पहुँचा जा सकता है। उसके बाद तुंगनाथ (7 किलोमीटर) ट्रैक का बैस कैंप है, जहाँ से चन्द्रशिला तक पहुँचने में आधे घंटे का समय लगता है।