आपने अक्सर लोगो को कहते सुना होगा कि,यार किताब से अच्छा कोई दोस्त नहीं होता..और काफी हद तक यह बात सच भी है। किताबें ना तो हमे कभी दगा देती हैं और ना ही बेवफाई करती हैं। सच कहूं तो किताबे मेरी बहुत अच्छी दोस्त है..जो मुझे हंसाती भी है रुलाती भी है और मुझे कई नई चीजे भी सिखाती है।
भारत के चर्चित बुक कैफे,जो आपकी शाम को बना देगी और भी सुहाना
मुझ जैसे ना जाने कितने ही किताब प्रेमी, किसी भी स्टाल से किताब खरीद लेते हैं...अगर आप भी अच्छी किताबों या फिर नावेल की तलाश में तो आपको एक बार दिल्ली के दरियागंज रविवार बुक मार्केट में जरुर जाना चाहिए।पुरानी दिल्ली के दरियागंज इलाके में हर रविवार को लगने वाले साप्ताहिक बाजार का हर दिल्ली वाला इंतज़ार करता है। गोलचा सिनेमा के आस-पास लगने वाला बाज़ार खास तौर पर अपनी किताबों के मार्केट के लिए जाना जाता है। जहां आप एक से बढ़कर एक नॉवेल के साथ ही अलग-अलग कोर्सेस की किताबें पा सकते हैं और वो भी बेहद सस्ती।
कहां लगता है?
यह बुक मार्केट पुरानी दिल्ली के दरियागंज इलाके में गोलचा सिनेमा के नजदीक लगता है ।PC: Koshy Koshy
क्या खास है इस बाजार में?
अगर आप सोच रहे है कि,आपको इस मार्केट में बड़ी बड़ी दुकानें नजर आयेंगी तो आप गलत है..इस मार्केट में आप अंदर जाकर छोटी छोटी दुकाने देख सकते हैं..इन दुकानों पर आपको नई पुरानी समेत कई किताबें नजर आयेंगी।
क्या क्या मिलेगा?
दरियागंज में लगने वाले संडे बुक बाजार सालों से लोगों के बीच लोकप्रिय है। यहां प्रेमचंद से लेकर चेतन भगत तक सहित सभी देशी-विदेशी लेखकों की किताबो के साथ ही अलग-अलग कोर्सेस की किताबें पा सकते हैं और वो भी बेहद सस्ती।
टिप्स
बुक लवर्स के लिए यह जगह स्वर्ग से कम नहीं है, यहां पूरे दिन ही काफी भीड़ को देखा जा सकता है..अगर आप भीड़ से बचना चाहते हैं तो सुबह 9 बजे के बाद आप इस मार्केट में पहुंच सकते हैं..ध्यान रहे इस मार्केट में जाते समय अपने साथ पानी की बोतल ले जाना कतई ना भूले ।
टिप्स
यह बुक मार्केट में काफी बीच में फैला हुआ..और भीड़ भाड़ के कारण चलना थोड़ा मुश्किल होता है..बेहतर होगा कि,आरामदायक जूते पहने ।
टिप्स
अगर आप बार्गेनिंग करने में माहिर हैं तो फिर आप इस मार्केट में डेढ़सौ रूपये में कई किताबों को अपने साथ घर ले जा सकती है..लेकिन इसके लिए आपको सयंम बरतकर किताबे खरीदनी होगीं ।
टिप्स
आप मार्केट में चलते कुछ बड़ी दुकानों को भी देख सकते हैं, जैसे बिग बुक बाज़ार और मुक्ता बुक एजेंसी, जहां आप प्रति किलोग्राम की एक निश्चित दर से किताबें खरीद सकते हैं। ये किताबे फुटपाथ पर बेच रहे दुकानदारो की किताबों की तुलना में थोड़ी महंगी जरुर होती है..लेकिन आप इन किताबों को अच्छी हालत में खरीद सकते हैं।
टिप्स
किताबे खरीदने के बाद जब आप आगे बढ़ेंगे तो आप कपड़ो की दुकाने और पुराने सिक्कों की दुकानों को भी निहार सकते है।
टिप्स
मार्केट से निकलने की बाद आप एक ऐतिहासिक गेट यानी दिल्ली गेट जिसका निर्माण 1638 में शाहजहां द्वारा कराया गया था उसे भी देख सकते हैं ।PC: Nvvchar
टिप्स
सुबह सुबह इतना घूमने के बाद भूख लगना तो लाजमी है, दरियागंज में आप मोती महल, चंगेजी चिकन,परांठे वाली गली आदि में जाकर अपनी पेट पूजा कर सकते हैं।