हरिद्वार, उत्तराखंड राज्य की पहाड़ियों के बीच स्थित यह एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। यह पवित्र शहर भारत के सात पवित्र शहरों अर्थात् ‘सप्त पुरी' में से एक है। इसके अलावा उत्तराखंड के अन्य तीन धार्मिक केंद्र ऋषिकेश, केदारनाथ एवं बद्रीनाथ तक जाने का रास्ता भी इसी स्थान से होकर जाता है। ज्ञात हो कि हिंदू धर्म के अनुसार हरिद्वार शब्द का अर्थ है, ‘भगवान् तक पहुँचने का रास्ता'। आपको बताते चलें कि हरिद्वार शहर को मायापुरी, कपिला, मोक्षद्वार एवं गंगाद्वार के नाम से भी जाना जाता है। इस शहर का उल्लेख कई प्राचीन हिंदू महाकाव्यों में मिलता है। Must Read : मंदिर जहां होता है देवी को मासिक धर्म खून से लाल होती है नदी
इस शहर का इतिहास राजा विक्रमादित्य के समय से मौजूद है। यह स्थल अपने विश्व प्रसिद्ध धार्मिक केन्द्रों एवं पर्यटक आकर्षणों के लिए जाना जाता है। यहाँ स्थित अधिकतर धार्मिक स्थल पवित्र गंगा नदी के किनारे स्थित हैं। आज जहां हरिद्वार धर्म की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण है तो वहीं दूसरी तरफ इसे अपने बेहद उम्दा पर्यटन के लिए भी जाना जाता है। हरिद्वार के आस पास ऐसा बहुत कुछ है जो आपको मोहित कर देगा।
यात्री वायुमार्ग, रेलमार्ग या रास्ते द्वारा हरिद्वार पहुँच सकते हैं। इस स्थान का सबसे निकटतम घरेलू हवाई अड्डा जॉली ग्रांट हवाई अड्डा है जो लगभग 20 किमी दूर स्थित है। सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन हरिद्वार रेलवे स्टेशन है, जो भारत के सभी मुख्य शहरों से जुड़ा हुआ है। देश के विभिन्न भागों से बसों द्वारा भी यहाँ पहुंचा जा सकता है। Hotel : हरिद्वार के सस्ते होटल
हरिद्वार का मौसम
हरिद्वार में भ्रमण करने के लिए सितंबर से लेकर जून की बीच का समय सबसे उपयुक्त है क्योंकि इस समय यहाँ मौसम बहुत सुहावना होता है इस समय न तो यहां अधिक गर्मी रहती है न ही अधिक ठंड।
तो आइये नीचे दी गयी स्लाइड्स के माध्यम से जानें कि अपनी हरिद्वार में रहते हुए और कहां कहां जा सकते हैं आप।
हर-की-पौड़ी
हर-की-पौड़ी जो ब्रम्हकुंड के नाम से प्रसिद्ध है, हरिद्वार के सर्वाधिक पवित्र एवं प्रसिद्ध स्थल के रूप में जाना जाता है। यह वह स्थान है जहाँ गंगा नदी पहाड़ों को छोड़ने के बाद मैदानों में प्रवेश करती है। हर-की-पौड़ी का निर्माण प्रसिद्ध राजा विक्रमादित्य द्वारा अपने भाई ब्रिथारी की याद में करवाया था, जो गंगा नदी के घाट पर बैठ कर ध्यान किया करते थे।
मनसा देवी मंदिर
मनसा देवी मंदिर एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है जो हरिद्वार शहर से लगभग 3 किमी दूर स्थित है। यह मंदिर हिंदू देवी मनसा देवी को समर्पित है जो ऋषी कश्यप के दिमाग की उपज है। कश्यप ऋषी प्राचीन वैदिक समय में एक महान ऋषी थे। मनसा देवी, सापों के राजा नाग वासुकी की पत्नी हैं। यह मंदिर शिवालिक पहाड़ियों के बिल्व पर्वत पर स्थित है और इस मंदिर में देवी की दो मूर्तियाँ हैं। एक मूर्ती की पांच भुजाएं एवं तीन मुहं है एवं दूसरी अन्य मूर्ती की आठ भुजाएं हैं। 52 शक्तिपीठों में से एक यह मंदिर सिद्ध पीठ त्रिभुज के चरम पर स्थित है।
वैष्णों देवी मंदिर
हरिद्वार का वैष्णों देवी मंदिर एक नवनिर्मित पवित्र स्थल है जो जम्मू के प्रसिद्ध वैष्णों देवी मंदिर की प्रतिकृति है। मंदिर तक पहुँचने का रास्ता सुरंगों एवं गुफाओं से भरा हुआ है जैसा कि जम्मू में वैष्णों देवी मंदिर तक पहुँचने का रास्ता है।
माया देवी मंदिर
माया देवी मंदिर हरिद्वार में एक प्रसिद्ध धार्मिक केद्र है। यह 52 शक्तिपीठों में से एक है जो हिंदू देवी सती या शक्ति द्वारा पवित्र किया गया भक्ति स्थल है। यह मंदिर हिंदू देवी अधिष्ठात्री को समर्पित है एवं इसका इतिहास 11वीं शताब्दी से उपलब्ध है। पौराणिक कथाओं के अनुसार देवी सती ने अपने पिता द्वारा अपने पति भगवान् शिव का अपमान किये जाने पर जीवन का बलिदान दिया था।
भारत माता मंदिर
भारत माता मंदिर, जो मदर इंडिया मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है, हरिद्वार में एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। यह मंदिर भारत माता को समर्पित है एवं इसका निर्माण प्रसिद्ध धार्मिक गुरु स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी द्वारा करवाया गया था। तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने वर्ष 1983 में इस मंदिर का उद्घाटन किया था। इस मंदिर में आठ मंजिलें हैं एवं यह 180 फुट की उंचाई पर स्थित है।
कुंभ मेला
हरिद्वार में मनाया जाने वाला कुंभ मेला एक आस्था और विश्वास का पर्व है जहां लोग पवित्र गंगा नदी में डुबकी लगाते हैं। आपको बताते चलें कि डेढ़ महीने तक चलने वाले कुंभ मेले का शुमार विश्व के उन पर्वों में है जहां लाखों करोड़ों लोग एक स्थान पर शांतिपूर्ण ढंग से जमा होते हैं।
उड़न खटोला
उड़न खटोला उस रोपवे को कहा जाता है जो भक्तों को पहाड़ों पर स्थित मंदिरों में ले जाता है। मंदिर तक पहुँचने के लिए चल कर जाने या पहाड़ पर चढ़ कर जाने की तुलना में यह एक तेज़ एवं सुविधाजनक तरीका है। केबल कार जहाँ से शुरू होती है वह स्थान चंडी देवी मंदिर के आस पास के क्षेत्र में ही है।
शॉपिंग
हरिद्वार उनके लिए भी एक बेहतरीन जगह है जो शॉपिंग में ख़ासी दिलचस्पी रखते हैं। यदि आपको हरिद्वार में रहते हुए शॉपिंग करनी है तो आप मोती बाजार या अपर रोड की यात्रा अवश्य करें। आपको बता दें कि इन जगहों पर चीजें आपको थोड़ी महंगी मिलेंगी तो अगर आपको मोल भाव करना आता है तभी आप इन स्थानों पर आएं। यहां शॉपिंग की एक ख़ास बात ये है कि यहां आपको मिट्टी और पत्थरों की बानी हुई कई खूबसूरत मूर्तियां भी मिलेंगी।
खानपान
आज हरिद्वार जहां एक तरफ अपने पर्यटन के लिए जाना जाता है तो वहीँ यहां खाने खासतौर से मिठाई के लिए भी जाना जाता है। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो ये शहर उनके लिए है जो मिठाई के शौक़ीन हैं। तो अब यदि आप हरिद्वार में हैं तो यहां का खास शुद्ध शाकाहारी खाने का स्वाद लेना न भूलें।