गांव, वो भी मॉडिफाइड, जहां हर तरह की सुविधा और चकाचौंध मिलेगी। अगर दिल्ली शहर में एक ही जगह आपको वन्य जीवों को देखने का, इतिहास के बारे में जानने का, छोटी-छोटी गलियों का... अलग अलग व्यंजनों का... लाइट्स और म्यूजिक में थिरकते पबों का मज़ा लेना है तो हौज़खास विलेज चले जाइए। यह एक पूरा मॉडिफाइड गांव है, जहां आप अपने परिवार के साथ सुबह में हिरन पार्क और किले में घूम कर मज़े ले सकते हैं तो रात में दोस्तों के साथ पकवान गली और पब में नाइट आउट कर मज़े ले सकते हैं।
हौज़ खास कॉंप्लेक्स
Image Courtesy: Join2manish
चलिए हम आपको इसी शानदार गाँव की सैर पर लिए चलते हैं जहाँ आप अपने आपको थिरकने से रोक नहीं पाएँगे।
हौज़ खास विलेज, हौज़ खास किले के चारों ओर बसा हुआ है, जो नई दिल्ली की स्थापना से पहले ही यहाँ बसा हुआ है। यह हौज़ खास क्षेत्र में बसा एक शहरी गाँव है जो DLF द्वारा 1960 में विकसित हआ था। यह गाँव क्षेत्र और भी ज़्यादा 1980 के दशक में मॉडिफाइ होना शुरू हो गया, जब यहाँ बड़े बड़े फैशन डिज़ाइनर्स ने अपनी बुटीक खोली। फिर 1990 के दशक से यहाँ बड़े बड़े रेस्टोरेंट्स भी खुल गये, जहाँ आज 40 से ज़्यादा रेस्टोरेंट्स, बार्स, कैफेस, और पब्स आपको आराम से मिल जाएँगे।
हौज़ खास का पानी का टैंक
Image Courtesy: Nvvchar
हौज़ खास किले का इतिहास:
दिल्ली के दक्षिणी भाग का इलाक़ा हौज़ खास उर्दू भाषा का नाम है जिसमें हौज़ का मतलब पानी की टंकी और खास का मतलब राजसी, राजसी पानी की टंकी है। यह बड़ी सी पानी की टंकी अल्लाउद्दीन खिलज़ी द्वारा सिरी फ़ोर्ट के निवासियों के लिए बनाई गयी थी।
हिरण पार्क की ओर जाती सीढ़ियाँ
Image Courtesy: Cutest Penguin
इस किले के अंदर ही आपको खिलज़ी राज की शाही पानी की टंकी, मस्जिद, गुंबद, नीली मस्जिद, चोर मीनार देखने को मिलेंगे। हिरण पार्क और गुलाब के बाग इस जगह की शोभा बढ़ाते हैं।
हौज़ खास विलेज में A,B,C,D,E,F,G,H,K,L,M,P,Q,R,X,Y,Z ब्लॉक्स हैं. जिसमें E ब्लॉक मेन मार्केट है और यह विलेज के बीचोबीच है। यहाँ रात का नज़ारा आपको सम्मोहित कर देगा। आप अगर परिवार के साथ हैं तो यहाँ के अलग अलग वैरायटीज़ वाले रेस्टोरेंट्स का मज़ा लें जहाँ आप खाने के बाद हौज़ खास किले के गेट के बाहर ही अलग अलग किस्म की आइस क्रीम जो आपने पहले कभी नहीं चखी होगी, का भी मज़ा ले सकते हैं।
हौज़ खास की मस्जिद
Image Courtesy: Bobsodium
अगर आप दोस्तों के साथ हैं तो रात के समय यहाँ आना ना भूलिएगा। रंग बिरंगी लाइट्स से सजा हौज़ खास विलेज का यह नज़ारा आपको मोहित कर देगा। संगीत की धुन में आप यहाँ पर आते ही झूमने लगेंगे। हर पब्स, बार्स, कैफेस में आपके खाने के साथ साथ पेय पदार्थों का भी इंतज़ाम होता है।
हौज़ खास में फ़िरोज़ शाह के गुंबद
Image Courtesy: Nvvchar
हौज़ खास विलेज के कुछ बार्स, कैफेस और रेस्टोरेंट्स:
द पिंक रूम, आउट ऑफ द बॉक्स, मेफियासो, द विलेज बाल्कनी, द फ्रैट हाउस, हाइ 5 कैफे और बार, माइ बार ग्रिल, रास्ता, मैचबॉक्स, एल्माज़ बेकरी और बार, रॉंग टर्न क्लब, बैंडस्टैंड, मूनशाइन कैफे और बार, आदि।
हौज़ खास विलेज में रात का नज़ारा
Image Courtesy: Birte Fritsch
हौज़ खास विलेज कैसे पहुँचें?
हौज़ खास विलेज दिल्ली के हज़रत निज़ामुद्दीन स्टेशन से 8 किलोमीटर की दूरी पर है। अगर आप न्यू दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हैं, तो मेट्रो(पीली लाइन) ट्रेन, हुडा सिटी सेंटर की ओर जाने वाली से अपने गंतव्य पर पहुँच सकते हैं। इंदिरा गाँधी इंटरनैशनल एरपोर्ट से 11 किलोमीटर की दूरी पर है।
अपने सुझाव व टिप्पण्णियाँ नीचे व्यक्त करें।