राजस्थान के बेराच नदी के किनारे बसा, चित्तौरगढ़ अपनी ऐतिहासिक भव्यता को लिए शालीनता से खड़ा है। यह किला पहाड़ी के ऊपर बना हुआ है और राज्य के प्रमुख पर्यटक स्थलों में से एक है। यह भारत के सबसे बड़े परिसर वाले किलों में से भी एक है।
चलिए आज हम आपको इसी किले से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातों से अवगत करते हैं, जो राजसी राज्य राजस्थान का गर्व है।
चित्तौरगढ़ का किला
Image Courtesy: Amitmensa (Mr. Amit Das)
भारत का सबसे बड़ा किला
चित्तौरगढ़ किले को भारत का सबसे बड़ा किला माना जाता है। यह लंबाई में लगभग 3 किलोमीटर है व परिधि में लगभग 13 किलोमीटर लंबा, कुछ लगभग 700 एकड़ की ज़मीन में फैला हुआ है यह किला।
चित्तौरगढ़ के प्रवेश द्वार
इस किले में लगभग 7 प्रवेश द्वार हैं। ये हैं राम पोल, लक्ष्मण पोल, पडल पोल, गणेश पोल, जोरला पोल, भैरों पोल और हनुमान पोल। इस किले तक पहुँचने के लिए सबसे पहले आपको इन 7 प्रवेश द्वारों को पार करना होगा और उनके बाद किले के मुख्य द्वार सूर्य पोल को भी।
चित्तौरगढ़ का किला
Image Courtesy: lensnmatter
किले के अंदर के महल
किले के अंदर ही कई महल व अन्य रचनाएँ स्थापित हैं। इन अद्भुत रचनाओं में शामिल हैं, रानी पद्मिनी महल,राणा कुंभ महल और फ़तेह प्रकाश महल।
किले के अंदर स्थापित मंदिर
किले के अंदर कई सारे मंदिर स्थापित हैं, जिनमें कलिका मंदिर, जैन मंदिर, गणेश मंदिर, मीराबाई मंदिर ,सम्मिदेश्वरा मंदिर, नीलकंठ महादेव मंदिर और कुंभ श्याम मंदिर सम्मिलित हैं। यहाँ स्थित ये सारे मंदिर इनमें हुए बारीक़ नक्काशीदार कामों के लिए सबसे ज़्यादा प्रसिद्द हैं।
जैन मंदिर
Image Courtesy: Nagarjun Kandukuru
किले की मीनारें
किले में स्थित दो मीनारें, किले के और राजपूत वंश के गौरवशाली अतीत को दर्शाती हैं। इन मीनारों के नाम हैं, विजय स्तम्भ और कृति स्तम्भ।
किले का आकार
अगर इस किले को विहंगम दृश्य से देखा जाये तो, यह कुछ-कुछ मछली के आकार का लगता है।
जैन मंदिर में किया गया नक्काशीदार काम
Image Courtesy: Nagarjun Kandukuru
विश्व धरोहर विरासत
चित्तौरगढ़ किला यूनेस्को द्वारा राजस्थान के पहाड़ी किलों के तौर पर वैश्विक धरोहर की सूचि में शामिल है।
किले के अन्य नाम
इस किले को कई अन्य नामों से भी जाना जाता है, जैसे कि चित्तौरगढ़, चित्तौर, चित्तोर और चितोड़गढ़।
कीर्ति स्तम्भ
Image Courtesy: Nagarjun Kandukuru
इसके मूल्य का चित्रण
यह किला राजपूतों जो राजस्थान के शासक हुआ करते थे उस समय, उनके साहस, बड़प्पन, शौर्य और त्याग का प्रतीक है।
अपने महत्वपूर्ण सुझाव व अनुभव नीचे व्यक्त करें।
Read in English: Interesting Facts About Chittorgarh Fort
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