चौल, महाराष्ट्र में स्थित भारत का पुर्तगाली शहर, आज अपने पिछले आकर्षण को अपने में समेटे हुए बस एक अवशेष भर है। महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में स्थित, यहाँ पूरे शहर में इसके पिछले वैभव के खंडहर को फैला हुआ देख पाएंगे।
पहले यहाँ जो पुर्तगाली लोग रहा करते थे उन्होंने कई गिरिजाघरों और सभाओं का निर्माण किया था, जिनके आज आप सिर्फ अवशेष ही देख सकते हैं। हालाँकि ज़्यादातर रचनाएं ध्वस्त हो चुकी हैं पर आज भी इनमें ऐसा आकर्षण है जो सैलानियों को अपनी ओर खींच ले जाता है।
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यहाँ आ अगर आप इतिहास की सैर पर जाना चाहते हैं तो, यहाँ के कोरलाई किले और चौल के किले की सैर पर ज़रूर जाएँ। जो धार्मिक कार्यों में ज़्यादा रूचि रखते हैं, वे दत्ता मंदिर की ओर आगे बढ़ें जहाँ आप अपने देवता की पूजा कर यहाँ से नगर की अद्भुत खूबसूरती के दर्शन भी कर पाएंगे।
कोरलाई किला
कोरलाई किला, जिसे मोर्रो या करलव कैसल के नाम से भी जाना जाता है, जिसका निर्माण पुर्तगालियों द्वारा रेवदंडा खाड़ी तक जाने वाले मार्ग की सुरक्षा के लिए किया गया था।
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अपने सुनहरे दिनों के दौरान यह किला काफी मशहूर था, क्यूंकि यहाँ एक साथ 7000 घोड़े और उतने ही लोग इसमें समा सकते थे। आज यह एक पर्यटक स्थल में परिवर्तित हो चूका है, जो अपने पर्यटकों को हर बार अपने इतिहास से चकित करता है।
चौल काडु लाइट हाउस
चौल काडु लाइटहाउस, कोरलाई किले के नज़दीक ही स्थित है, जहाँ आप मशीन बोट द्वारा लगभग डेढ़ घंटे में पहुँचेंगे।
यह लाइट हाउस उन जहाज़ों का लैंडमार्क है जो रेवदंडा किले की ओर प्रवेश करना चाहते हैं। यहाँ चट्टान का खूबसूरत नज़ारा भी दिखाई देता है।
यह जगह सारी दुनिया की मोहमाया को पीछे छोड़ प्रकृति की गोद में कुछ सुकून भरे पल बिताने के लिए सबसे सही है।
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दत्ता मंदिर
दत्ता मंदिर रेवदंडा में स्थित है जिसे भगवान दत्तात्रेय को समर्पित मंदिर के रूप में बनवाया गया। दत्तात्रेय देवता की पूजा ज़्यादातर मराठी समुदाय में होती है।
यहाँ देवता का जन्मदिन हर पाँच दिन पर मनाया जाता है, जिस समय पूरा क्षेत्र जीवंत हो उठता है। मंदिर का सबसे बड़ा आकर्षण यह है कि, यह बिल्कुल चोटी पर स्थित है जहाँ तक पहुँचने के लिए आपको लगभग 1500 सीढ़ियों की चढ़ाई करनी होती है।
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यहाँ पहुँचें कैसे?
हवाई यात्रा द्वारा: चौल पहुँचने के लिए यहाँ का सबसे नज़दीकी हवाई अड्डा मुम्बई का छत्रपति शिवाजी हवाई अड्डा है।
रेल यात्रा द्वारा: चौल का सबसे नज़दीकी रेलवे स्टेशन पेन है, जो यहाँ से लगभग 46 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। पेन कोंकण लाइन के माध्यम से महाराष्ट्र के अन्य मुख्य शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
सड़क यात्रा द्वारा: चौल मुम्बई से लगभग 108 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह मुम्बई-गोवा नेशनल हाईवे पर ही पड़ता है। मुम्बई और पुणे से यहाँ तक के लिए कई निजी और राज्य बसों की सुविधा उपलब्ध है।
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