हमें अपनी सुंदरता से मंत्रमुग्ध कर देने वाली कई सारी प्राकृतिक रचनाएँ हैं। उन्हीं सब चमत्कारी रचनाओं में से एक है, कश्मीर का मानसबल झील जो श्रीनगर से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और वुलर झील की ओर जाने वाले रस्ते पर ही पड़ता है।
मानसबल झील के झिलमिलाते पानी में खिलने वाले कमल के फूल इस झील को और खूबसूरत बनाने के साथ-साथ यहाँ रहने वाले लोगों के लिए रोज़ीरोटी के काम भी आता है।
मानसबल झील
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मानसबल झील के कुछ दिलचस्प तथ्य
1. माना जाता है कि मानसबल झील का नाम तिब्बत में स्थित पवित्र मानसरोवर झील पर पड़ा है।
2. मानसबल झील विशाल और सुरम्य झील होने के साथ कई राजसी लोगों को अपनी और आकर्षित करता है, इसलिए इसे 'कश्मीर के झीलों का सबसे श्रेष्ठ रत्न' भी कहते हैं।
3. मानसबल झील को भारत का सबसे गहरा झील भी कहा जाता है।
मानसबल बाग़
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मानसबल झील का इतिहास
झील का प्राकृतिक सौन्दर्य इतिहास में भी आकर्षण का मुख्य केंद्र था। झील के किनारे स्थित17 वीं सदी के मुग़लों के किले और झरोखों के खँडहर इतिहास में इसकी प्रसिद्धि को बखूबी दर्शाते हैं।
ऐतिहासिक रिकॉर्ड के अनुसार, मुग़ल काल में पंजाब से श्रीनगर आए हुए मेहमानों के लिए झऱोखाबाग किले को एक अतिथि गृह की रूप में प्रयोग किया जाता था।
मानसबल झील के किनारे स्थापित प्राचीन शिव मंदिर
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इस झील की खास बात यह है कि, इस झील में किसी भी नदी की धारा नहीं मिलती है। यह झील मुख्यतः बारिश के पानी, पहाड़ों से जमा किये गए पानी या किसी जमे हुए नदी पर आश्रित है। जम्मू कश्मीर के झेलम नदी की श्रेणी में मानसबल झील सबसे ऊँचे स्थित झीलों में से एक है।
मानसबल झील से आसपास के पर्यटक स्थल
1. मानसबल झील आँखों को सुकून देने वाले आकर्षणों में से एक है। इसके साथ ही साथ यह पक्षी प्रेमियों का स्वर्ग भी है क्यूंकि यह कई अलग-अलग जाति के पक्षियों का घर भी है।
2. मुग़ल बाग़ और झऱोखाबाग किले के अलावा, इस झील के किनारे कई अन्य बाग़ भी मौजूद हैं। सेबों के बाग़, शहतूत के बाग़, चिनार के बड़े-बड़े पेड़ और जलग्रहण क्षेत्र में ही खेतों के भाग, इस झील की सुंदरता में चार चाँद लगाते हैं।
3. एशिया के सबसे बड़े मीठे पानी के झीलों में से एक वुलर झील भी मानसबल झील के पास ही स्थित है।
मानसबल झील
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4. इसके आस-पास ही बसे गांव कोंडाबल और जरोकबल भी पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय हैं।
5. दिलचस्प बात यह है कि झील के पूर्वी भाग में एक प्राचीन मंदिर भी खुदाई द्वारा खोजा गया है। 800-900 ईसवीं में बना यह मंदिर स्थानीय ग्रे रंग के पत्थर से बना है। अब इसे मानसबल मंदिर के नाम से जाना जाते है।
यहाँ होने वाली क्रियाएं
अभी कुछ ही सालों से मानसबल झील में वाटर स्कीइंग का खेल सबसे ज़्यादा लोकप्रिय हो रहा है। यह खेल कई एडवेंचर प्रेमियों को इस झील की ओर आकर्षित करता है।
मानसबल झील पहूंचें कैसे?
मानसबल झील जम्मू कश्मीर के गांदरबल जिले के साफापोरा क्षेत्र में स्थित है। श्रीनगर से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यहाँ तक का मार्ग आरामदायक है।
मानसबल झील
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बेहतर होगा कि आप कोई निजी कैब या टैक्सी बुक करके इस झील की यात्रा करें।
मानसबल झील की यात्रा का उचित समय
यहाँ जाने का सबसे सही समय होगा जब पूरा झील कमल के खिले फूलों से भरा पड़ा हो और जलीय पक्षियों का दीदार हो सके। जून से अगस्त के महीने, मानसबल झील की यात्रा के सबसे सही समय हैं।
तो अगली बार अपनी कश्मीर की यात्रा में मानसबल झील की यात्रा कर अपनी यात्रा को और खूबसूरत बनाइये। और इसके साथ ही यह भी याद रखियेगा कि यह हमारे हाथ में है कि इस झील को किसी भी तरह के प्रदुषण से मुक्त रखें। कश्मीर के इस प्रसिद्ध पर्यटक स्थल में इसके शांत सौन्दर्य का पूरी तरह से मज़ा लें और प्राकृतिक खूबसूरती की सराहना करते हुए इसमें डूब जाएँ।
अपने महत्वपूर्ण सुझाव व अनुभव नीचे व्यक्त करें।
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