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इतिहास की अमर गाथा बयां करता मध्य प्रदेश का ऐतिहासिक शहर मांडू!

मध्यप्रदेश के इतिहास को जानने के लिए सैर करिये मांडू की!

By Staff

पर्यटन और मध्यप्रदेश अब एक दूसरे के पर्याय बन चुके हैं। इतिहास से लेकर वन्य जीवों के वासस्थली के रूप में प्रसिद्द, मध्यप्रदेश पर्यटन अपनी झोली में कई सारी ऐसी विरासतों को लिए हुए जो वैश्विक धरोहर में भी शामिल हैं। ओरछा के किले से लेकर साँची का स्तूप आपको पर्यटन की ऐसी दुनिया में ले जाता जहाँ हर उम्र के लोगों के लिए कुछ न कुछ उत्साह भरा है। मध्य प्रदेश के इन्हीं ख़ज़ानों के भण्डार में सम्मिलित है, प्राचीन शहर मांडू

[मध्य प्रदेश के राजसी महल!][मध्य प्रदेश के राजसी महल!]

मध्यप्रदेश के ख़ज़ानों में बेशकीमती मोती की तरह चमकता प्राचीन शहर मांडू। इसके साथ ही साथ राजा-रानी के प्रेम का साक्षात् साक्षी, सुल्तानों के समय में शादियाबाद के नाम से जाना जाता था, जिसका मतलब है 'खुशियों का शहर'। वास्तव में यह नाम इस जगह को सार्थक करता है। मध्य प्रदेश के हर भरे घने जंगल, नर्मदा का सुरम्य तट, यह सब मिलकर मांडू को मालवा का स्वर्ग बनाते हैं।

[खजुराहो में कामुक मूर्तियों के दर्शन!][खजुराहो में कामुक मूर्तियों के दर्शन!]

महान कवि अबुल फज़ल को मांडू का मायाजाल भ्रमित करता था। मांडू के लिए उनहोंने कहा है कि यह पर्स पत्थर की देन है। मुख्य रूप से यहाँ चार वंशों ने राज कर अपनी नींव मज़बूत की है, परमार काल, सुल्तान काल, मुग़ल काल और पवार काल। मांडू को मुख्य तौर पर परिवार शासकों ने बसाया था, जिनमें से हर्ष, मुंज, सिंधु और राजा भोज इस वंश के महत्वपूर्ण शासक रहें हैं।

मांडू पहुँचें कैसे?

तो चलिए हम आपको लिए चलते हैं मध्यप्रदेश के इसी चमकते हुए मोती की सैर पर!

मांडू की गाथा!

मांडू की गाथा!

मांडू मध्यप्रदेश का एक ऐसा पर्यटनस्थल है, जो रानी रूपमती और बादशाह बाज़ बहादुर के अमर प्रेम का साक्षी है।

Image Courtesy:Nirde102

मांडू की गाथा!

मांडू की गाथा!

यहाँ के खंडहर व इमारतें हमें इतिहास के उस झरोखे के दर्शन कराते हैं, जिसमें हम मांडू के शासकों की विशाल समृद्ध विरासत व शानो-शौकत से रूबरू होते हैं।

Image Courtesy:TaruntookThis

मांडू की गाथा!

मांडू की गाथा!

कहने को लोग मांडू को खंडहरों का गाँव भी कहते हैं परंतु इन खंडहरों के पत्थर भी बोलते हैं और सुनाते हैं हमें इतिहास की अमर गाथा।

Image Courtesy:Bernard Gagnon

मांडू की गाथा!

मांडू की गाथा!

हरियाली की खूबसूरत चादर ओढ़ा मांडू विदेशी पर्यटकों के लिए विशेष तौर पर एक सुंदर पर्यटनस्थल रहा है।

Image Courtesy:Varun Shiv Kapur

मांडू की गाथा!

मांडू की गाथा!

यहाँ के शानदार व विशाल दरवाज़े मांडू प्रवेश के साथ ही इस तरह हमारा स्वागत करते हैं, मानों हम किसी समृद्ध शासक के नगर में प्रवेश कर रहे हों।

Image Courtesy:Varun Shiv Kapur

मांडू की गाथा!

मांडू की गाथा!

मांडू में प्रवेश के घुमावदार रास्तों के साथ ही मांडू के बारे में जानने की तथा इसकी खूबसूरत इमारतों को देखने का उत्साह और भी बढ़ जायेगा।

Image Courtesy:Varun Shiv Kapur

मांडू की गाथा!

मांडू की गाथा!

मांडू को 'मांडवगढ़' के नाम से भी जाना जाता है। यह विन्ध्याचल की पहाड़ियों पर लगभग 2,000 फीट की ऊँचाई पर स्थित है।

Image Courtesy:Bernard Gagnon

मांडू की गाथा!

मांडू की गाथा!

पहाड़ों व चट्टानों के इस इलाके में ऐतिहासिक महत्व की कई पुरानी इमारतें आज भी समय की कसौटी पर खरी उतरती हैं। मालवा के राजपूत परमार शासक बाहरी आक्रमण से अपनी रक्षा के लिए मांडू को एक महफ़ूज़ जगह मानते थे।

Image Courtesy:Varun Shiv Kapur

मांडू के कीमती आकर्षण

मांडू के कीमती आकर्षण

जैसा कि मांडू मध्य प्रदेश के ख़ज़ाने में बेशकीमती मोती की तरह है, इसी मोती की चमक बढ़ाने के लिए यहाँ कई सारे पर्यटक केंद्र मौजूद हैं जिनका इतिहास आज तक लोगों को उत्साहित करता है।

Image Courtesy:Varun Shiv Kapur

मांडू के कीमती आकर्षण

मांडू के कीमती आकर्षण

रानी रूपमती का महल, हिंडोला महल, जहाज़ महल, जामा मस्जिद, अशरफी महल आदि स्थान प्रमुख हैं।

Image Courtesy:Intekhab0731

मांडू के कीमती आकर्षण

मांडू के कीमती आकर्षण

इसी के साथ ही मांडू को 'मांडवगढ़ जैन तीर्थ' के नाम से भी जाना जाता है। यहाँ भगवान सुपार्श्वनाथ की पद्मासन मुद्रा में विराजित श्वेत वर्णी सुंदर प्राचीन प्रतिमा है। इस प्रतिमा की स्थापना सन् 1472 में की गई थी। मांडवगढ़ में कई अन्य पुराने ऐतिहासिक महत्व के जैन मंदिर भी है, जिसके कारण यह जैन धर्मावलंबियों के लिए एक तीर्थ स्थान है।

Image Courtesy:Vikramv8824

 स्वागत करते दरवाज़े

स्वागत करते दरवाज़े

मांडू में लगभग 12 प्रवेश द्वार हैं, जो मांडू में 45 किलोमीटर के दायरे में मुंडेर के समान निर्मित है। इन दरवाज़ों में 'दिल्ली दरवाज़ा' प्रमुख है,जो मांडू का प्रवेश द्वार है। इसका निर्माण सन् 1405 से 1407 के मध्य में हुआ था। यह खड़ी ढाल के रूप में घुमावदार मार्ग पर बनाया गया है, जहाँ पहुँचने पर हाथियों की गति धीमी हो जाती थी।

Image Courtesy:Varun Shiv Kapur

 स्वागत करते दरवाज़े

स्वागत करते दरवाज़े

इस दरवाज़े में प्रवेश करते ही अन्य दरवाज़ों की शुरुआत के साथ ही मांडू दर्शन आरंभ हो जाता है। मांडू के प्रमुख दरवाज़ों में आलमगीर दरवाज़ा, भंगी दरवाज़ा, रामपोल दरवाज़ा, जहाँगीर दरवाज़ा, तारापुर दरवाज़ा आदि अनेक दरवाज़े हैं।

Image Courtesy:Varun Shiv Kapur

जहाज़ महल

जहाज़ महल

जहाज़ महल का निर्माण 1469 से 1500 ईसवीं के मध्य हुआ था।

Image Courtesy:Shrikrishna gokhale

जहाज़ महल

जहाज़ महल

यह महल जहाज़ की आकृति में दो कृत्रिम तालाबों कपूर तालाब व मुंज तालाब दो तालाबों के मध्य में बना हुआ है।

Image Courtesy:Varun Shiv Kapur

जहाज़ महल

जहाज़ महल

लगभग 120 मीटर लंबे इस खूबसूरत महल को दूर से देखने पर ऐसा लगता है मानों तालाब के बीच में कोई सुंदर जहाज़ तैर रहा हो।

Image Courtesy:Anjali.verma999

जहाज़ महल

जहाज़ महल

संभवत: इसका निर्माण श्रृंगारप्रेमी सुल्तान ग्यासुद्दीन खिलजी ने विशेष तौर पर अंत:पुर (महिलाओं के लिए बनाए गए महल) के रूप में किया था।

Image Courtesy:Shubham 021194

हिंडोला महल

हिंडोला महल

हिंडोला महल मांडू के खूबसूरत महलों में से एक है। हिंडोला का अर्थ होता 'झूला'।

Image Courtesy:Varun Shiv Kapur

हिंडोला महल

हिंडोला महल

महल की दीवारें कुछ झुकी होने के कारण यह महल हवा में झुलते हिंडोले के समान प्रतीत होता है। अत: इसलिए इसे हिंडोला महल के नाम से जाना जाता है।

Image Courtesy:Sayantan07

हिंडोला महल

हिंडोला महल

हिंडोला महल का निर्माण ग्यासुद्दीन खिलजी ने 1469 से 1500 ईसवीं के मध्य सभा भवन के रूप में किया था।

Image Courtesy:Varun Shiv Kapur

हिंडोला महल

हिंडोला महल

यहाँ के सुंदर कॉलम इसे और भी खूबसूरती प्रदान करते हैं। इस महल के पश्चिम में कई छोटे-बड़े सुंदर महल है। इसके समीप ही चंपा बावड़ी है।

Image Courtesy:Sayantan07

जामा मस्जिद

जामा मस्जिद

मांडू के मुख्य आकर्षणों में से एक है जामा मस्जिद या जामी मस्जिद।

Image Courtesy:Varun Shiv Kapur

जामा मस्जिद

जामा मस्जिद

इस विशाल मस्जिद का निर्माण कार्य होशंगशाह के शासनकाल में आरंभ किया गया था तथा महमूद प्रथम के शासनकाल में यह मस्जिद बनकर तैयार हुई।

Image Courtesy:Bernard Gagnon

जामा मस्जिद

जामा मस्जिद

इस मस्जिद की गिनती मांडू की नायाब व शानदार इमारतों में की जाती है।

Image Courtesy:Bernard Gagnon

जामा मस्जिद

जामा मस्जिद

यह भी कहा जाता है कि जामा मस्जिद डेमास्कस (सीरिया देश की राजधानी) की एक प्रसिद्ध मस्जिद का प्रतिरूप है।

Image Courtesy:TaruntookThis

अशरफी महल

अशरफी महल

जामा मस्जिद के सामने ही अशरफी महल है। अशरफी का अर्थ होता है 'सोने के सिक्के'।

Image Courtesy:Bernard Gagnon

अशरफी महल

अशरफी महल

इस महल का निर्माण होशंगशाह खिलजी के उत्तराधिकारी मोहम्मद खिलजी ने इस्लामिक मदरसे के रूप में किया था।

Image Courtesy:Ruhan Qureshi

अशरफी महल

अशरफी महल

यहाँ विद्धार्थियों के रहने के लिए कई कमरों का निर्माण भी किया गया था।

Image Courtesy:Varun Shiv Kapur

होशंगशाह की कब्र

होशंगशाह की कब्र

होशंगशाह की कब्र, जो कि भारत में मार्बल से बनाई हुई ऐसी पहली कब्र है, जिसमें आपको अफगानी शिल्पकला का बेहतरीन नमूना देखने को मिलता है।

Image Courtesy:Sayantan07

होशंगशाह की कब्र

होशंगशाह की कब्र

यहाँ के गुंबज, बरामदों तथा मार्बल की जाली आदि की खूबसूरती बेजोड़ है।

Image Courtesy:Varun Shiv Kapur

रानी रूपमती का महल

रानी रूपमती का महल

रानी रूपमती के महल को देखे बगैर मांडू दर्शन अधूरा सा है।

Image Courtesy:Bernard Gagnon

रानी रूपमती का महल

रानी रूपमती का महल

365 मीटर ऊँची खड़ी चट्टान पर स्थित इस महल का निर्माण बाज़बहादुर ने रानी रूपमती के लिए कराया था।

Image Courtesy:Aishwarya289

रानी रूपमती का महल

रानी रूपमती का महल

इसी के साथ ही सैनिकों द्वारा मांडू की सुरक्षा व्यवस्था पर नज़र रखने के लिए एक बेहतर स्थान के रूप में भी इसका प्रयोग किया जाता था।

Image Courtesy:Anurodhraghuwanshi

बाज़ बहादुर का महल

बाज़ बहादुर का महल

बाज़ बहादुर के महल का निर्माण 16वीं शताब्दी में किया गया था।

Image Courtesy:Bernard Gagnon

बाज़ बहादुर का महल

बाज़ बहादुर का महल

इस महल में विशाल आँगन व हॉल बने हुए हैं। यहाँ से हमें मांडू का सुंदर नज़ारा देखने को मिलता है।

Image Courtesy:Ankit.sharma8390

बाज़ बहादुर का महल

बाज़ बहादुर का महल

नीलकंठ महल, हाथी महल, दरिया खान की मजार, दाई का महल, दाई की छोटी बहन का महल, मलिक मघत की मस्जिद और जाली महल भी यहाँ दर्शनीय स्थलों में से हैं।

Image Courtesy:Intekhab0731

मांडू

मांडू

यहाँ ईको पॉइंट पर पर्यटकों की भीड़ लगी ही रहती है। लोहानी गुफाएँ और उनके सामने स्थित सनसेट पॉइंट भी पर्यटकों को खींचता है।

Image Courtesy:TaruntookThis

मांडू पहुँचें कैसे?

मांडू पहुँचें कैसे?

मांडू मध्यप्रदेश के धार शहर से लगभग 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और इंदौर से लगभग 100 किलोमीटर की दूरी पर।

Image Courtesy:Bernard Gagnon

मांडू पहुँचें कैसे?

मांडू पहुँचें कैसे?

मध्यप्रदेश के कई मुख्य शहरों जैसे, भोपाल, उज्जैन,रतलाम,धार आदि से यहाँ तक के लिए कई बस सुविधाएँ उपलब्ध हैं। यहाँ का नज़दीकी रेलवे स्टेशन इंदौर और रतलाम है।

Image Courtesy:Bernard Gagnon

मांडू जाने का सही समय

मांडू जाने का सही समय

जुलाई से मार्च के महीने मांडू जाने के लिए बेहतर समय है। बेहतर होगा कि आप बरसात के मौसम में मांडू जाएँ क्योंकि इस मौसम में मांडू की खूबसूरती चरम पर होती है।

Image Courtesy:Chetansoni

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