नागपुर का शुमार महाराष्ट्र के सबसे बड़े शहरों में है|जिसे ऑरेंज सिटी के नाम से भी जाना जाता हैं। मुम्बई और पुणे के बाद नागपुर, महाराष्ट्र का तीसरा सबसे बड़ा शहर है। इसे भारत की टाइगर राजधानी भी कहा जाता है। नागपुर को गोंड राजवंश ने खोजा था जिस पर बाद में मराठा साम्राज्य के अंतर्गत भोसलो ने अपना आधिपत्य जमा लिया था।
ज्ञात हो कि नवेगांव बांध, सीताबुल्दी किला और पेंच नेशनल पार्क नागपुर में कुछ प्रमुख आकर्षण केन्द्र है।
यहां मौजूद दीक्षा भूमि नागपुर की वो प्रतिष्ठित जगह है जहां एक हजार दलितों ने एक साथ डॉ. बी. आर. अम्बेडकर का अनुसरण किया और बौद्ध धर्म में परिवर्तित हो गए। नागपुर में सेमिनरी हिल्स में बालाजी मंदिर स्थित है जहां से आप पूरे शहर का शानदार दृश्य देख सकते है। ट्रैकर्स इस पहाड़ी को चुनौती के रूप में लेते है और चढ़ाई करते है जिसमें उन्हे काफी मजा आता है।
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धर्म की दृष्टि से भी भी नागपुर बेहद महत्त्वपूर्ण है यदि आप नागपुर में हों तो हमारा सुझाव है कि आप पोदेश्वर मंदिर और श्री वेंकटेश मंदिर की यात्रा करना न भूलें । इसके अलावा यदि आप चाहें तो महाराजा बाग, नागपुर चिड़ियाघर और गुबलीगढ़ किला देखना न भूलें । तो आइये अब देर किस बात की इस आर्टिकल के जरिये जानें कि अपनी नागपुर यात्रा पर आपको क्या क्या अवश्य देखना चाहिए।
अंबाराज़ी झील
अंबाराज़ी झील , नागपुर में एक प्रमुख पर्यटक स्थल है। यह लगभग 15 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैली है जहां लोग अपनी हॉलीडे को एंजाय करते है। यहां स्थित गार्डन में एक म्यूजिक फाउंटेन भी है जो छोटे बच्चों के लिए एक रमणीय स्थान है। बगीचे में वाकिंग ट्रैक भी है ताकि लोग सुबह-सुबह सुंदर, शांत दृश्यों में टहल सकें।
फोटो कर्टसी - Wiknowme
दीक्षा भूमि
दीक्षा भूमि में हर साल हजारों श्रद्धालुओं और पर्यटकों का जमावड़ा लगा रहता है। यहां एक बौद्ध स्तूप है जो 120 फुट लंबा है। इसी जगह में कई सैकड़ों दलित लोगों ने डॉ. बी आर अम्बेडकर को अपना नेता मानते हुए बौद्ध धर्म को अपनाया था। यहां इस दिन को अशोक विजय दशमी के रूप में मनाया जाता है।
फोटो कर्टसी - Koshy Koshy
सीताबुल्दी फोर्ट
सीताबुल्दी फोर्ट नागपुर शहर में एक महत्वपूर्ण स्मारक है। यह भारतीय इतिहास में एक ऐतिहासिक मील के पत्थर के रूप में विधमान है। यह किला ट्विन पहाड़ों के बीच में स्थित है। एक ब्रिटिश अधिकारी ने इस किले को 1857 में सिपाही विद्रोह होने के आसपास ही बनवाया था। यह किला उन शहीदों की यादें सजोंए हुए है जो इस विद्रोह में अपना जीवन खो बैठे थे।
फोटो कर्टसी - Jaskirat Singh Bawa
ताडोबा राष्ट्रीय उद्यान
ताडोबा राष्ट्रीय उद्यान भारत के महाराष्ट्र राज्य के चंद्रपुर जिले में स्थित एक राष्ट्रीय उद्यान है। आपको बता दें कि इस राष्ट्रीय उद्यान का शुमार महाराष्ट्र के सबसे बड़े राष्ट्रीय उद्यानों में होता है और यहां विलुप्त होते बाघों का संरक्षण किया जाता है। इस राष्ट्रीय उद्यान की ख़ास बात ये है कि बांस यहां की मुख्य वनस्पति है जिसके बीच कटी दुर्लभ जीव वास करते हैं। यदि आप नागपुर में हों तो इस स्थान की यात्रा अवश्य करें।
फोटो कर्टसी - Sushilghugul
महाराजा बाग जू
महाराजा बाग जू जिसे नागपुर जू के नाम से भी जाना जाता है अपने में कई दुर्लभ जीवों का संरक्षण करता है| मुख्य शहर के बीचों बीच स्थित इस जू में आज कई दुर्लभ और विलुप्त जानवर हैं| हमारा सुझाव है कि यदि आप नागपुर में हों तो इस जू की यात्रा करना बिलकुल न भूलें।
फोटो कर्टसी - Ganesh Dhamodkar
फुटाला लेक
फुटाला लेक भी नागपुर का प्रमुख आकर्षण हैं जहां बड़ी संख्या में लोग घूमने आते हैं। आपको बता दें कि इस झील का निर्माण भोसले वंश के राजाओं द्वारा कराया गया था। इस झील का शुमार नागपुर के सबसे सुन्दर अट्रैक्शनों में होता है। ये स्थान अपनी मन मोह लेने वाली हरियाली के लिए भी जाना जाता है।
फोटो कर्टसी - Wiknowme
शुक्रवारी लेक
शुक्रवारी लेक भी नागपुर का एक मस्ट विजिट अट्रैक्शन है। बताया जाता है कि ये झील कोई 275 साल पुरानी झील है जिसका निर्माणउस समय शहर में पानी की आपूर्ति के लिए किया गया था। आज यह झील शहर के पर्यटन को बढ़ावा देने के चलते रेलिंगो से घेर दी गयी है । रात में यहां का नज़ारा ऐसा होता है जो किसी भी पर्यटक का मन मोह सकता है। अपनी नागपुर की यात्रा पर आप यहां अवश्य आएं।
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भोजन और रहना
नागपुर जाने वालों को यहां के संतरो का स्वाद जरूर चखना चाहिए। इसके अलावा आपनागपुर में वारहाड़ी भोजन का स्वाद जरूर चखें। बात यदि रहने की हो तो यहांकई सस्ते होटल हैं जहां आप स्टे कर सकते हैं - नागपुर के बजट होटल
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कैसे जाएं नागपुर
सड़क द्वारा - नागपुर के लिए कई बसें चलती है लेकिन अगर आप काफी दूर से आ रहे है तो बेहतर होगा कि हवाईजहाज या ट्रेन से जाएं। कम दूरी से आने वाले लोग नागपुर से होकर गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 6 और 7 से यात्रा कर सकते है जिन पर नागपुर के लिए कई बसें चलती है।
रेल द्वारा - नागपुर रेलवे स्टेशन एक महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन है। यहां से सभी प्रकार की ट्रेन भारत के विभिन्न शहरों के लिए चलती है। साउथ के लिए जाने वाली कई ट्रेन नागपुर के रास्ते से होकर ही जाती है।
फ्लाइट द्वारा - नागपुर में शहर से 6 किमी. दूर सोनेगांव एयरपोर्ट है जहां से देश के हर बड़े शहर के लिए उड़ाने भरी जाती है। यह इंटरनेशनल एयरपोर्ट नहीं है इसी कारण विदेशी पर्यटकों को मुम्बई के रास्ते से नागपुर आना होगा।
फोटो कर्टसी - Sistak