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इन मन्दिरो में महिलायों का प्रवेश वर्जित

भारत में कई ऐसे मंदिर है जहां आज भी महिलायों का प्रवेश वर्जित है...जाने विस्तृत में

By Goldi

भारत विवधताओं का देश है....लेकिन यहां आज भी कई ऐसी प्रथाएं चली आ रहीं हैं, जो मन संशय पैदा करती है। भारत देश में देवी देवतायों की पूजा होती और उसी देश में कुछ ऐसे मंदिर भी है जहां महिलायों का जाना वर्जित है।

उत्तर प्रदेश के विश्व प्रसिद्ध मंदिरउत्तर प्रदेश के विश्व प्रसिद्ध मंदिर

ऐसा माना जाता है कि महिलाओं के प्रवेश से ये न सिर्फ यह स्थान अपवित्र हो जाएंगें बल्कि पुरुष देवता नाराज़ हो जाएंगें। प्रत्येक इंसान उस भगवान की संतान है फिर भी हमारे देश में कई ऐसे धार्मिक स्थल है जहाँ स्त्रियों के प्रवेश पर पाबंदी है।

पुरी में देखें जगन्नाथ मंदिर और समुद्री तट के आकर्षण दृश्यपुरी में देखें जगन्नाथ मंदिर और समुद्री तट के आकर्षण दृश्य

इसी क्रम में जानते हैं कुछ ऐसे ही मन्दिरों और मस्जिदों के बारे में जहां महिलायों का जाना निषेध है।

कार्तिकेय मंदिर, पुष्कर, राजस्थान

कार्तिकेय मंदिर, पुष्कर, राजस्थान

कार्तिकेय मंदिर में ब्रह्मचारी कार्तिकेय की पूजा होती है, इसलिए यहां महिलाएं नहीं जा सकती। ऐसा कहते हैं कि यदि महिलाएं मंदिर में जाती हैं तो कार्तिकेय बेहद नाराज हो जाते हैं।

शनि शिंगणापुर,महाराष्ट्र

शनि शिंगणापुर,महाराष्ट्र

चट्टान की मूर्ति वाले देवता का यह मंदिर एक गलत कारण से चर्चा में आया था जब एक युवा लडकी ने इस चट्टान को स्पर्श कर लिया तो यहां के ट्रस्ट के अधिकारियों ने यहां शुद्धता करवाई। एक विश्वास के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि देवता की इस मूर्ति को प्रतिबंधित क्षेत्र में रखा गया है ताकि महिलाएं इसे स्पर्श न कर सकें।

निजामुद्दीन दरगाह

निजामुद्दीन दरगाह

आंतरिक कक्ष 700 सालों से चली आ रही पराम्‍परा के अनुसार, म‍हिलाएं निजामुद्दीन दरगाह तो जा सकती है। लेकिन एक सीमित क्षेत्र तक उससे आगे वो नहीं जा सकती है। महिलाएं दरगाह के आंतरिक कक्ष की तरफ जा भी नहीं सकती है। क्‍योंकि वहां संत और मौलवी लोग रहते है।PC:Robin.raina7

सबरीमला

सबरीमला

श्री अयप्पा केरल के सबसे प्राचीन और भव्य मंदिरों में से एक है। अयप्पा मंदिर में देश ही नहीं विदेशों से भी हर साल भारी संख्या में श्रृद्धालु आते हैं, लेकिन अय्यप्पा मंदिर के नियम के अनुसार 10 से 50 वर्ष के बीच की उम्र वाली महिलाओं का मंदिर में प्रवेश निषेध है।ऐसा कहा जाता है कि जब महिला रजस्वला होने की स्थिति में होती है और इस स्थिति में यदि मंदिर में प्रवेश करती है तो यह स्थान अशुद्ध हो जाता है।PC:Tonynirappathu

गुना का मुक्तागिरी मंदिर

गुना का मुक्तागिरी मंदिर

मध्य प्रदेश के गुना में स्थित इस जैन समाज के मंदिर में किसी भी स्त्री द्वारा पश्चिम सभ्यता के कपड़े पहनकर मंदिर में प्रवेश करना निषेध है | इस मंदिर को जैन समाज का सबसे प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिर माना जाता है |

पद्मनाभस्वामी मंदिर,केरला

पद्मनाभस्वामी मंदिर,केरला

दुनिया का सबसे धनी मंदिर माने जाने वाला श्री पद्मनाभ स्‍वामी मंदिर। यहां भी महिलाओं को लेकर एक अजीब सा नियम है। महिलाएं मंदिर की दहलीज से पूजा कर सकती हैं। लेकिन उनका अंदर जाना मना है।
PC:Raman Patel

दिल्ली की जामा मस्जिद

दिल्ली की जामा मस्जिद

दिल्ली की जामा मस्जिद देश में अपनी तरह की सबसे बड़ी मस्जिद है। इसमें सूर्यास्त की नमाज यानी मगरीब के बाद महिलाओं को प्रवेश की इजाजत नहीं है।PC: wikimedia.org

पतबौसी सत्र मंदिर,असम

पतबौसी सत्र मंदिर,असम

असम के पतबौसी सत्र मंदिर में पिछले 500 वर्षों में स्त्रियों का प्रवेश वर्जित है। हालांकि इस बात की लिखित सूचना या जानकारी मंदिर या आसपास कहीं भी नहीं है। लेकिन एक परंपरा अनुसार इसका पालन किया जा रहा है।

माता मावली मंदिर, छत्तीसगढ़

माता मावली मंदिर, छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ के धमतरी से पांच किलोमीटर की दूरी पर ग्राम पुरूर में स्थित आदि शक्ति माता मावली के मंदिर की अनोखी परंपरा है। यहां मंदिर में महिलाओं का प्रवेश वर्जित है।पूजा-अर्चना के लिए परिसर में एक छोटे से मंदिर का निर्माण करवाया गया है, जहां महिलाएं माता के दर्शन कर अपनी मन्नतें मांगती हैं।

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