अगर आप प्रकृति की गोद में कुछ पल बिताना वाहते हैं तो आपको भारत के पूर्वोत्तर राज्यों की इन जगहों पर रोड़ ट्रिप पर जाना चाहिए। प्राकृतिक सौंदर्य के करीब झरनों, नदियों और पर्वतों के पास मन को शांति और सुकून तो मिलता ही साथ ही तरोताज़ा भी हो जाते हैं। पूर्वोत्तर भारत की इन जगहों पर आप रोड़ ट्रिप का मज़ा ले सकते हैं।
इस गर्मी हो जाये पूर्वोत्तर भारत की एक सैर...
कलिंपोंग से जुलूक
कलिंपोंग से जुलूक की रोड़ ट्रिप पूरे एडवेंचर से भरी हो सकती है। पश्चिम बंगाल का बेहद खूबसूरत हिल स्टेशन है कलिंपोंग जोकि जुलूक से 87 किमी की दूरी पर स्थित है। जुलूक पूर्व सिक्किम में है।
इस पूरे रास्ते में आपको कई मनोरम नज़ारे, हरा-भरा वातावरण और रेशिकोला में रेशी नदी देखने को मिलेगी। पूर्वोत्तर हिमालय में जुलूक का नज़ारा जिसमें कंचनजगा की पहाडियां भी देखने को मिल सकती हैं।
PC: Tirthankar Gupta
गुवाहाटी से तवांग
लंबे वीकेंड पर आप तवांग से गुवाहाटी तक कार में एडवेंचर ट्रिप का मज़ा ले सकते हैं। रास्ता थोड़ा मुश्किल हो सकता है लेकिन खूबसूरत नज़ारे आपका मन मोह लेंगें। इस रास्ते में आप दो जगह दिरंग और तेजपुर रूक सकते हैं। इन दो शहरों के बीच 500 किमी की दूरी और इसे तय करने में आपको 13 घंटे का समय लगेगा। अगर आप लॉन्ग ड्राइव पर जाना चाहते हैं तो ये रूट आपके लिए सबसे बेहतर है।
तवांग में आप अरुणाचल प्रदेश की अन्य जगहें जैसे बोमडिला, ज़ीरो आदि भी देख सकते हैं।PC:Dhrubazaanphotography
गंगटोक से नथुला पास
नथुला पास से गंगटोक की दूरी महज़ 52 किमी दूर है। नथुला पास 14,140 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। चीन और भारत को जोड़ने के लिए नथुला का प्रयोग होता है एवं यह सिल्क रूट का हिस्सा है जिसे 1962 में बंद कर दिया गया था। तभी से नथुला पास प्रसिद्ध पर्यटन स्थल बन गया। गंगटोक से नथुला पास का रास्ता बेहद साफ और पहाड़ों से घिरा हुआ है।
3-4 घंटे के इस रास्ते में आपको पहाड़ों और झरनों का खूबसूरत नज़ारा देखने को मिलेगा। रास्ते में आप त्सोम्गो झील पर रूक सकते हैं जहां आप याक राइड का मज़ा भी ले सकते हैं।PC:Shayon Ghosh
जोरहाट से मेचुका
असम का खूबसूरत शहर है जोरहाट जहां से आपको अरुणाचल प्रदेश के छोटे से गांव मेचुका जाना है। जोरहाट से मेचुका के रास्ते में ना केवल आपको कई मनोरम दृश्य देखने को मिलेंगे बल्कि लोगों की संस्कृति भी बदल जाएगी।
मेचुका के स्थानीय लोग बुनाई और लॉयन लुम्स से कपड़े और अन्य चीज़ें बनाने में माहिर हैं। आप चाहें तो याद के तौर पर यहां के लोकल प्रॉडक्ट्स भी खरीद सकते हैं।PC: travellingslacker
सिलिगुड़ी से दार्जीलिंग
सिलिगुड़ी से दार्जीलिंग तक के 62 किमी सफर में आप खुद को तरोताज़ा महसूस करेंगें। चाय के बागानों के साथ छोटी सड़कें, झरने और ताड़े के घने जंगल आपके सफर को खूबसूरत बना देंगें। इसमें आपको 2 से 3 घंटे का समय लगेगा।
यहां तक कि आप दार्जीलिंग की लोकप्रिस टॉय ट्रेन का मज़ा भी ले सकते हैं। इसमें आपको दार्जीलिंग की खूबसरती को देखने का मौका मिलेगा। अगर आपके पास समय है जो दार्जीलिंग में कई दर्शनीय स्थल जैसे टाइगर हिल, रॉक गार्डन, नाइटेंगल पीक देख सकते हैं।
PC:Jakub Michankow