उंचे पहाड़ो पर विराजमान माता वैष्णो देवी के दर्शन करने हर साल लाखों की तादाद में यात्री पहुंचते हैं। जो भी सच्चे दिल से माता का दर्शन करने जाता है, उसकी हर मुराद पूरी होती है। हालांकि इसके साथ यह मिथक भी जुड़ा है कि माता वैष्णो देवी के दरबार में वही पहुंच पाता है, जिसे माता का बुलावा आता है।
मनमोहक प्राकतिक दृश्यों से भरपूर त्रिकूट पर्वत की हसीन वादियों से होती हुई कड़ी चढ़ाई के बाद वह पवित्र गुफा है जिसमें माता विराजित हैं। यह स्थान देश का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। हर साल यहाँ दूर-दूर से लाखों श्रद्धालु माँ के दर्शन के लिए आते हैं।
चलों बुलावा आया है माता ने बुलाया
मंदिर का मुख्य आकर्षण गुफा में रखे तीन पिंड है। इस मंदिर की देखरेख की जिम्मेदारी वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की है। आंध्र प्रदेश के तिरुमला वेंकटेश्वर मंदिर के बाद इसी मंदिर में भक्तों द्वारा सबसे ज्यादा दर्शन किए जाते है। इस मंदिर में आने के लिए सबसे पहले कटरा पहुंचे और वहां से चढ़ाई शुरू कर दें। यहां चढ़ाई रात के किसी भी पहर से शुरू की जा सकती है।
प्रकृति के बीच बसा शांति का पर्याय- जापानी मंदिर!
कटरा से पर्ची ले
मंदिर की यात्रा शुरू करने से पहले कटरा से पर्ची लेना बिल्कुल भी ना भूले..यह पर्ची सिर्फ छ घंटे के लिए मानी होती है....इसलिए पर्ची लेने के बाद छ घंटे के भीतर ही अपनी यात्रा शुरू कर दें।
पहले किराया पता कर ले
यात्रा शुरू करने से पहले पालकी, टकसाल के किराया पता कर ले...वैष्णो देवी यात्रा नियम का सख्ती से पालन किया जाता है ताकि कोई पर्यटकों से ज्यादा पैसों की वसूली ना कर सके।
पर्ची ले
यात्रा की पर्ची के लिए लाइन में लगे...पर्ची मिलने के बाद अपने समूह की घोषणा होने तक का इन्तजार करें..जैसे ही घोषणा हो, उसके बाद आप अपनी माता के दरबार के लिए अपनी यात्रा शुरू कर सकते है
साफ़ कपड़े पहने
दर्शन को जाने से पहले स्वच्छ कपड़े ही पहने ।
कीमती सामान लाकर में रखें
यात्रा शुरू होने से पहले अपना सभी कीमती सामान धर्मशाला में बने लाकर में रख दें।
पैदल चढ़ाई करें
पैदल चढ़ाई करने में छड़ी आपके लिए बेहद मददगार सिद्ध होगी। ट्रेकिंग शूज चढ़ाई में आपके लिए बहुत आरामदायक होंगे।
दवाई रखना ना भूले
भवन ऊँचाई पर स्थित होने से यहाँ तक की चढ़ाई में आपको उलटी व जी मचलाने संबंधी परेशानियाँ हो सकती हैं, जिनसे बचने के लिए अपने साथ आवश्यक दवाइयाँ जरूर रखें।
माँ का जयकारा लगायें
मां का जयकारा आपके रास्ते की सारी मुश्किलें हल कर देगा।
इलेक्ट्रिकल सामान वर्जित
यात्रा के दौरान कोई भी इलेक्ट्रिकल सामान अपने साथ ना रखे...मोबाइल कैमरा, वीडियो कैमरा सभी वर्जित है।
भडकाऊ कपड़े ना पहने
यात्रा के दौरान भडकाऊ कपड़े ना पहने..मंदिर की गरिमा का सम्मान करें।
सह-तीर्थयात्रियों की भावनाओं को समझे
वैष्णो देवी यात्रा में सह-तीर्थयात्रियों की भावनाओं को समझे और बेहतरीन सुरक्षा में अपना योगदान करें।
विश्राम करने से बचें.
यात्रा के दौरान पहाड़ियों पर विश्राम करने से बचें..
प्लास्टिक का उपयोग ना करें
यात्रा के दौरान प्लास्टिक का उपयोग ना करें...सफाई का ध्यान रखते हुए कूड़े को फेंकने के लिए कूड़ेदान का उपयोग करें..
टिप देना वर्जित
वैष्णो देवी यात्रा नियम के मुताबिक, मंदिर के किसी भी व्यक्ति को दक्षिणा या टिप देना वर्जित है।
कम से कम सामान अपने साथ ले जाएँ
चढ़ाई के वक्त जहाँ तक हो सके, कम से कम सामान अपने साथ ले जाएँ ताकि चढ़ाई में आपको कोई परेशानी न हो।
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