प्रायः ये देखा गया है कि हम अपनी भागमभाग भरी ज़िन्दगी से ब्रेक लेना चाहते हैं और किसी ऐसे स्थान की यात्रा करना चाहते हैं जहां जाकर हम अपनी सारी टेंशनों को छू मंतर कर दें और वहां मौजूद प्राकृतिक परिवेश और सुंदरता में खो जाएं। मगर इन सब के बीच जो एक बात हमें सबसे ज्यादा परेशान करती है वो ये कि जहां हम जा रहे हैं वहां का बजट कैसा होगा? क्या अपने निर्धारित रुपयों में हम अपनी यात्रा को पूरा और उसे एन्जॉय कर पाएंगे? तो इसी क्रम में आज अपने इस आर्टिकल के जरिये हम आपको अवगत कराएंगे दक्षिण भारत के उन डेस्टिनेशनों से जो जहां एक तरफ बेहद खूबसूरत और मन्त्र मुग्ध कर देने वाले हैं तो वहीं दूसरी ओर ये आपके बजट में भी फिट बैठेंगे। तो आइये जानें दक्षिण भारत के इन बजट डेस्टिनेशनों को जरा गहराई से।
चिकमंगलूर
चिकमंगलूर टाउन कर्नाटक के सबसे लोकप्रिय स्थानों में शुमार है और एक प्रमुख पर्यटक गंतव्य है। चिकमंगलूर पर्वतीय व दलदली भूमि मलनाड के समीप स्थित है। आपको बताते चलें कि चिकमंगलूर का अर्थ है- "छोटी बेटी की भूमि"। कहा जाता है कि यहां के एक पैसे वाले मुखिया नें चिकमंगलूर दहेज में अपनी छोटी बेटी को दे दिया था। गौरतलब है कि चिकमंगलूर एक बेहद शांत स्थान है और इसे एक आरामगाह की संज्ञा दी जा सकती है। इसके आस-पास का वातावरण विविध दृश्यों-नीची समतल भूमि से मलनाड जैसी पर्वतीय भूमि से युक्त है। जिले में बड़ी संख्या में कहवा के बागान हैं, इसीलिए इसे "काफी कैपिटल ऑफ कर्नाटक" कहा जाता है।
श्रीरंगापट्नम
श्रीरंगापट्नम एक ऐतिहासिक शहर है जो आपकी कर्नाटक यात्रा को यादगार बना देता है। श्रीरंगापट्नम कावेरी नदी की दो धाराओं से घिरा एक उपद्वीप है। यह उपद्वीप मैसूर के बहुत पास लगभग 13 कि.मी. के क्षेत्र में फैला हुआ है। श्रीरंगापट्नम अपने ऐतिहासिक महत्व के कारण एक बहुत प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। इस शहर का नाम यहाँ स्थित रंगनाथस्वामी मंदिर के नाम पर रखा गया है। नौवीं शताब्दी में बने इस मंदिर को बहुत सालों तक अनेक प्रकार से सजाया गया। परिणामस्वरूप, आज यह होयसल और विजयनगर की शैलियों में वास्तुकला का एक उम्दा उदाहरण है। टीपू सुल्तान द्वारा इस शहर की वास्तुकला में हिंदू-मुस्लिम वंशावली उपस्थित है। यह प्रभाव दरिया दौलत बाग और जामा मस्जिद जैसे स्मारकों में साफ देखा जा सकता है। श्रीरंगापट्नम में अनेक बेहद खूबसूरत दर्शनीय स्थल हैं। मौजमस्ती के लिए प्रसिद्ध अनेक स्थानों में से एक है-‘शिवानसमुद्र झरना‘ जो कि भारत का दूसरा सबसे बड़ा झरना है। एक अन्य दर्शनीय स्थल है-‘श्रीरंगापट्नम का संगम‘, जहाँ कावेरी, काबिनी और हेमवती नदियाँ मिलती हैं।
कन्याकुमारी
कन्याकुमारी, जो कि पूर्व में केप कैमोरिन के नाम से प्रसिद्ध था, भारत के तमिलनाडु में स्थित है। यह भारतीय प्रायद्वीप के सबसे दक्षिणी छोर पर स्थित है। कन्याकुमारी ऐसे स्थान पर स्थित है जहाँ पर हिन्द महासागर, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर मिलते हैं। केरल प्रदेश इसके उत्तर पश्चिमी और पश्चिमी इलाके में स्थित है जबकि तिरूनेलवेलि जिला इसके उत्तरी और पूर्वी भाग में स्थित है। केरल की राजधानी तिरूवनन्तपुरम कन्याकुमारी से 85 किमी की दूरी पर है। यह शहर अपने नयनाभिरामी और शानदार ऊषाकाल और सन्ध्याकाल के लिये जाना जाता है, खासतौर से पूर्णिमा के दिनों में।
हम्पी
जब आप हम्पी का नाम सुनते हैं, तो आप तुरंत प्रसिद्ध अवशेषों के बीच विजयनगर के विशाल शहर की सुंदर वास्तुकला के बारे में सोचते हैं। विजयनगर साम्राज्य की राजधानी और शान से होयसल की परंपरागत वास्तुकला शैली को प्रदर्शित करता विजयनगर या हम्पी पत्थर की एक गाथा है। हालांकि हम्पी एक प्राचीन शहर है और इसका जिक्र रामायण में भी किया गया है और इतिहासकारों के अनुसार इसे किष्किन्धा के नाम से बुलाया जाता था, वास्तव में 13वीं से 16वीं सदी तक यह शहर विजयनगर राजाओं की राजधानी के रुप में समृद्ध हुआ। कर्नाटक के उत्तरी भाग में स्थित हम्पी बेंगलुरु से केवल 350 किलोमीटर दूर है, और सड़क मार्ग द्वारा बेंगलुरु से हम्पी तक केवल कुछ घंटों में पहुंचा जा सकता है। यह यूनेस्को का विश्व विरासत स्थल है जो हर साल लाखों पर्यटकों को आकर्षित करता है।
पोल्लाची
पोल्लाची , भारत के दक्षिण भारत में तमिलनाडु के कोयंबटूर जिले में स्थित है। पोल्लाची , दक्षिणी कोयंबटूर जिले में स्थित है जो शहर का दूसरा सबसे बड़ा इलाका है। यह स्थान, पश्चिमी घाट के पास में स्थित है और साल भर, यहां का मौसम बेहद सुखद रहता है। यहां की आकर्षक प्राकृतिक सुंदरता पर्यटकों का मन मोह लेती है। इस जगह पर अभी तक लगभग 1500 फिल्मों की शूटिंग, पिछले कुछ ही सालों में की गई है। सुब्रमण्यार मंदिर, पोल्लाची का सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। पोल्लाची का गुड़ बाजार, एशिया का सबसे बड़ा गुड बाजार है। पोल्लाची से ही केरल में सबसे ज्यादा सब्जियां बिकने जाती है। बाजार के अलावा, यहां पर्यटकों के लिए कई बांध भी है। यहां के कुछ प्रसिद्ध बांधों में से निरार बांध, अजहियार बांध, मीनकारा बांध, शोलियार बांध और पेरूवारीपल्लम बांध आदि प्रमुख है।
कराईकुडी
कराईकुडी, तमिलनाडु राज्य के शिवागंगई जिले में स्थित एक नगर निगम है। यह स्थान पूरे नगर पालिका में सबसे प्रसिद्ध है और यह शहर का सबसे बड़ा इलाका भी है। यह स्थान, चेट्टीनाड क्षेत्र का हिस्सा है जिसमें कुल 75 गांव आते है। यह शहर त्रिची और रामेश्वरम को जोड़ने वाले राजमार्ग पर स्थित है। इस नगर में भारत की अद्वितीय शैली वाले घर बने हुए है। यहां के अधिकांश: घर चूनापत्थर के बने होते है जिन्हे कराई वीदू कहा जाता है। कुछ लोगों का मानना है कि इस स्थान का नाम कराई नाम के वृक्ष पर रखा गया है। यह वृक्ष इस इलाके में बहुतायत में मिलता है।
कोटागिरी
नीलगिरी जिले में स्थित कोटागिरी को एक प्रमुख हिल स्टेशन होने के नाते इसे कुन्नूर व ऊटी की श्रेणी में रखा जा सकता है। यह तीनों में कई मामलों में सबसे पीछे है,लेकिन खूबसूरत वातावरण के मामले में सबसे पीछे नहीं है। यहीं से ईसाई मिशनरी के पुत्र, राल्फ थामस हाचकिन ग्रिफिथ, नें वेदों के अनुवाद का शुभारम्भ किया था। हिल स्टेशन, समुद्र तल से 1793 मीटर की शानदार ऊंचाई पर स्थित है, और ट्रैकिंग अभियानों के लिए एक बेहतर स्थान है। यहां इसी तरह के और भी बहुत से ट्रैकिंग स्थल नीलगिरी के कई अन्य भागों में बसे हुए हैं। तथा जहां मानवीय सभ्यता अभी भी नहीं पहुंची हैं।
वायनाड
वायनाड केरल के बारह जिलों में से एक है जो कन्नूर और कोझिकोड जिलों के मध्य स्थित है। अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण यह एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। पश्चिमी घाट के हरे भरे पर्वतों के बीच स्थित वायनाड का प्राकृतिक सौन्दर्य आज भी अपने प्राचीन रूप में है। इस स्थान की प्रभावित करने वाली सुंदरता आपकी भूखी आँखों के लिए भोजन के समान है। अत: कोई आश्चर्यजनक बात नहीं है कि पर्यटक दूर दूर से प्रति वर्ष वायनाड आते हैं। इस स्थान पर कॉर्पोरेट जगत के लोग भी सप्ताहांत में आराम करने और तरोताजा होने के लिए बड़ी संख्या में आते हैं। वायनाड, वास्तव में शान्ति और संतुष्टि की खोज के लिए एक आदर्श स्थान है, अन्यथा ये तो आजकल जैसे हमारी ज़िन्दगी से गुम हो गई हैं।
वर्कला
वर्कला, तिरूवंनतपुरम जिले में बसा एक खूबसूरत तटीय शहर है। यह केरल के दक्षिण भाग में स्थित है। वर्कला ही केरल में एकमात्र ऐसी जगह है जहां पहाडि़यां, समुद्र के निकट हैं। यह विशिष्टता, अरब सागर की चट्टानों के साथ विलयता के कारण हुई है। भारतीय भू - वैज्ञानिक सर्वेक्षण इस स्थल को वर्कला फॉरमेशन के नाम से पुकारते हैं। यहां के तटों पर पानी की फुहार, बौछार के कारण डिस्कवरी चैनल को शीर्ष दस मौसमी समुद्र तटों में वर्कला को शामिल करने के लिए बाध्य होना पड़ा।
विज़ाग
विशाखापत्तनम,आंध्रप्रदेश राज्य में एक प्रसिद्ध बंदरगाह शहर(पोर्ट टाउन)है|इसे विज़ाग के नाम से भी जाना जाता है| भारत के दक्षिण-पूर्व समुद्र तट पर स्थित विज़ाग, आंध्रप्रदेश का दूसरा बड़ा शहर है। विज़ाग वैसे तो मुख्य रूप से एक औद्योगिक शहर है पर अपने समृद्ध इतिहास और संस्कृति, हरे भरे परिदृश्यों, सुंदर समुद्री किनारों और खूबसूरत पहाड़ियों के कारण यह एक प्रसिद्ध पर्यटक स्थल के रूप में उभर रहा है। विशाखापत्तनम को इसका नाम, शौर्य (वीरता) के देवता विशाखा से मिला है। यह शहर पश्चिमी घाट की सुंदर पहाड़ियों के बीच स्थित है, जिसके पूर्वी ओर बंगाल की खाड़ी स्थित है। इस शहर को ‘भाग्य का शहर' और पूर्वी समुद्री किनारे का गोवा भी कहा जाता है।