वैसे तो भारत में पर्यटन स्थलों की कोई कमी नहीं है। यहाँ हर कदम पर पर्यटकों के लिए कुछ न कुछ घास ज़रूर रहता है। जिस तरफ भी रुख करो आपको खूबसूरत नज़ारे किसी गुलदस्ते में सजे हुए नज़र आते हैं। तो चलिए इस बार सैर करते हैं पश्चिम की ओर की जहाँ के अद्भुत नज़ारे आपको वहां जाने को मजबूर कर देंगे।
यूँ तो गुजरात हीरों के साथ साथ पर्यटन स्थलों के लिए भी मशहूर है। यहाँ मंदिरों से लेकर ऐतिहासिक इमारतें, वन अभ्यारण, वन्य जीव समुद्र का विशाल तट आदि देखने को मिलते हैं। उनमे से एक है जो अपने आकर्षक रूप के लिए विश्व प्रसिद्ध है वो है 'ग्रेट रण ऑफ कच्छ'। जिसे 'सफ़ेद रेगिस्तान' या 'गुजरात का रेगिस्तान' कहा जाता है। तो चलिए सैर करते हैं 'ग्रेट रण ऑफ कच्छ' की।
जल्दी कीजिये: एक्सपीडिआ की ओर से फ्लाइट बुकिंग पर 50 % की छूट
ग्रेट रण ऑफ कच्छ
अगर आपने गुजरात आकर भी 'ग्रेट रण ऑफ कच्छ' नहीं देखा तो समझों की कुछ नहीं देखा। 'ग्रेट रण ऑफ कच्छ' को सफ़ेद रेगिस्तान के नाम से भी जाना जाता है। यहाँ नमक ही नमक होता है जो कि रण उत्सव के लिए मशहूर है। यहाँ अनोखी जैव विविधताओं, प्रवासी पक्षियों और जंगली गधे आदि के लिए भी प्रसिद्ध है।
Image Courtesy:Kaushik Patel
गिर वन राष्ट्रीय उद्यान
गिर वन राष्ट्रीय उद्यान 'बाघ संरक्षित क्षेत्र' है, जो 'एशियाई बब्बर शेर' के लिए विश्व-भर में प्रसिद्ध है। यहाँ आकर आप अनेकों तरह के वन्य जीवन को भी देख सकते हैं जो आपके लिए सदा याद रहने वाला अनुभव होगा। यह वन्य अभ्यारण गुजरात राज्य में तक़रीबन 1424 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। जो अनेकों रंगबिरंगे फूलों, पक्षियों, जीवन के लिए मशहूर है।
Image Courtesy:Bgag
द्वारका
हिन्दुओं के चार धामों में से एक गुजरात की द्वारकापूरी तीर्थ मोक्ष प्राप्ति के लिए जाना जाता है। कहा जाता है कि इस स्थान को श्री कृष्ण के आदेश पर विष्वकर्मा ने बसाया था जो कि दर्शनीय है।
Image Courtesy:Dola.das85
सोमनाथ
सोमनाथ मंदिर अपनी कलात्मक शैली और नक्काशी से पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता रहा है। इस भव्य मंदिर को भगवान शिव के बारहवें ज्योतिर्लिग के नाम से भी जानते हैं। सोमनाथ मंदिर में अन्य पर्यटन और तीर्थ स्थलों में सूरज मंदिर, अहिल्याबाई मंदिर, त्रिवेणी घाट, प्रभास पाटन संग्रहालय और जूनागढ़ गेट शामिल हैं।
Image Courtesy:Anhilwara
भुज
अगर आपको हस्तशिल्प में दिलचस्पी है तो यहाँ अवश्य आएं यहाँ पर आप ठप्पे की छपाई का कपड़ा, बंधेज, चांदी का सामान और कढ़ाई वाले वस्त्रों के अलावा यह कच्छी हस्तशिल्प आदि को भी देख सकते हैं। भुज पहुंचते ही आप हस्तशिल्प के कलाकारों से तो मिल ही सकते हैं। साथ ही हस्तशिल्प प्रदर्शनी का फायदा भी उठा सकते हैं। तो चलिए सैर की जाए भुज की।
Image Courtesy: AroundTheGlobe
कैसे जाएँ
गुजरात के ग्रेट रण ऑफ कच्छ जाने के लिए फ्लाइट, ट्रेन, बस व टैक्सी की अधिक कजानकारी के लिए बस एक क्लिक करें-
Image Courtesy:Bhargavinf
कहाँ ठहरें
गुजरात में कहाँ ठहरें होटलों की अधिक जानकारी की लिए बस एक क्लिक करें-
पक्षियों को देखने का सबसे सही समय तड़के का होता है, इसलिए इस सेंचुरी के जितना करीब रुका जाए उतना ही अच्छा होगा। यहां आसपास कई रिजॉर्ट और होटल हैं, जो बर्ड-वॉचिंग टूर का इंतजाम भी करवाते हैं। वैसे अहमदाबाद से भी यहां दो घंटे में पहुंचा जा सकता है।
Image Courtesy:Kaushik Patel