मुक्तेश्वर उत्तराखण्ड के नैनीताल जिले में स्थित है। यह कुमाऊँ की पहाडियों में 2285 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। यह नैनीताल से करीबन 51 किमी की दूरी पर स्थित है। इस स्थान का नाम हिंदू भगवान शिव को समर्पित 350 वर्ष पुराने मंदिर के नाम पर पड़ा है जो मुक्तेश्वर धाम के नाम से जाना जाता है। ऐसा विश्वास है कि भगवान शिव भक्तों "मोक्ष" प्रदान करते हैं।
मुक्तेश्वर के जंगल दुर्लभ हिमालयी पर्वतीय से भरपुर है...यह जगह उन लोगो के लिए एकदम परफेक्ट है जो एकांत में और भीड़भाड़ से दूर अपनी छुट्टियों को बिताना चाहते हैं।
कहां से- दिल्ली
डेस्टिनेशन- मुक्तेश्वर
उचित समय- अक्टूबर- मार्च
कैसे पहुंचे
कुमाऊं की पहाड़ियों में बसा मुक्तेश्वर उत्तराखंड का एक खूबसूरत हिल स्टेशन है जो दिल्ली से करीब 350 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
हवाई जहाज द्वारा
मुक्तेश्वर का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा पंतनगर है । पँतनगर उत्तराखंड का प्रसिद्ध शहर है, जो मुक्तेश्वर से लगभग 90 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
रेल द्वारा
पर्यटक रेल मार्ग से मुक्तेश्वर आसानी से पहुंच सकते हैं, दिल्ली से काठगोदाम तक सीधी रेल सेवा है। काठगोदाम से आगे मुक्तेश्वर तक का 73 किलोमीटर का सफर पूरा करने के लिए करने के लिए
सड़क द्वारा
दिल्ली से सड़क मार्ग द्वारा मुरादाबाद-हल्द्वानी-काठगोदाम-भीमताल होते हुए लगभग आठ घंटे की ड्राइव करके मुक्तेश्वर पहुंचा जा सकता है।
पहला रूट
दिल्ली-गाजियाबाद-मुरादाबाद-रामपुर-नैनीताल-मुक्तेश्वर वाया नेशनल हाइवे 9। इस रूट से पर्यटक 8 घंटे में 347 किमी की यात्रा कर मुक्तेश्वर पहुंच सकते हैं।
दूसरा रूट
दिल्ली-फरीदाबाद-अलीगड़ -बरेली-हल्द्वानी-मुक्तेश्वर। यह रूट र्होदा सा लंबा है इस रूट से पर्यटकों को मुक्तेश्वर पहुँचने में करीबन साढ़े दस घंटे का समय लग सकता है ।
इसीलिए मुक्तेश्वर जाने के लिए पहला रूट उचित है..दिल्ली के ट्रैफिक से बचने के लिए आप सुभ अपनी यात्रा शुरू कर सकते हैं। जल्दी गाजियाबाद पहुंचकर आप दूधेश्वर नाथ मंदिर, दुर्गा मंदिर, एस्कोन मंदिर आदि के दर्शन कर सकते हैं।
पहला स्टॉप मुरादाबाद
मुरादाबाद में डियर पार्क बच्चो के घूमने के परफेक्ट प्लेस है । अगर आपको वन्यो जीवों से बेहद प्यार है तो आप रामनगर स्थित जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क भी जा सकते हैं।
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क पुराने अभ्यारण में से एक है..यहां आप बंगाल टाइगर,भालू आदि प्रजातियों को निहार सकते हैं। चाहे तो आप यहां सफारी का भी आनन्द ले सकते हैं।
नैनीताल
रामनगर के बाद आप नैनीताल में रुककर हल्का छे नाश्ता कर सकते हैं।नैनीताल पहाड़ियों से घिरा हुआ हिल स्टेशन है।यहां पर्यटक नैना देवी मंदिर, चाइना पीक आदि का लुत्फ उठा सकते हैं।साथ ही यहां आप बच्चो के साथ नैनीताल चिड़ियाघर भी जा सकते हैं।
मुक्तेश्वर मंदिर
मुक्तेश्वर मंदिर जिसे शिव मंदिर और मुक्तेश्वर धाम कहा जाता है मुक्तेश्वर में स्थित एक प्रमुख धार्मिक केंद्र है। यह मंदिर समुद्र सतह से 7000 फुट की ऊँचाई पर पहाड़ी की छोटी पर स्थित है। 350 वर्ष पुराना यह मंदिर हिंदू भगवान शिव को समर्पित है और हिंदुओं के लिए इसका धार्मिक महत्व बहुत अधिक है। पर्यटक पत्थर की बनी हुई घुमावदार, खड़ी सीढ़ियों द्वारा इस मंदिर तक पहुँच सकते हैं।
चौली की जाली या चौथी की जाली
चौली की जाली एक पहाड़ की चोटी है, जिसके सबसे ऊपर वाली चट्टान पर एक गोल छेद है। यह मुक्तेश्वर का प्रमुख पर्यटक स्थल है। इस चोटी तक ट्रेकिंग द्वारा पहुँचना आपके अंदर एक अलग जोश पैदा करता है।
धनाचुली
धनाचुली मुक्तेश्वर का एक छोटा सा हिल स्टेशन है..जहां से आप बर्फ से पहाड़ो और प्रकृतिक सौन्दर्य का बखूबी लुत्फ उठा सकते हैं ।
भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान
भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान ब्रिटिशर्स द्वारा विकसित किया गया था और यह एक अग्रणी उन्नत अनुसंधान सुविधाओं में से एक है जो जीवित स्टॉक अनुसंधान में संलग्न है। परिसर में एक संग्रहालय है, जहां नोबेल पुरस्कार विजेता वैज्ञानिक रॉबर्ट कोच की माइक्रोस्कोप जैसे कुछ खजाने को रखा गया है।
कहां रुके
मुक्तेश्वर में रहने के लिए कई अच्छे लॉज और होटल उपलब्ध हैं। बेहतर होगा कि यहाँ जाने से पहले यहाँ ठहरने के लिए आप होटल बुक कराकर ही जाएँ ताकि आप मुक्तेश्वर की सुंदरता का आराम से मज़ा ले सकें।