खूबसूरत, मौलिक,स्पष्ट,लुभावना,मनोहर,आकर्षक,सुन्दर, ये सारे शब्द भी इस झील की तारीफ़ में कम हैं। यह खूबसूरत मन को मोह लेने वाला झील, जिसे 'दर्पणीय झील' भी बोलना उचित ही होगा, त्सो मोरीरी झील है जो पर्यटकों और यात्रियों की सबसे मनपसंदीदा जगह, लद्दाख में स्थित है।
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आप प्राकृतिक खूबसूरती के तभी भरपूर मज़े ले सकते हैं, जब प्रकृति के आसपास का वातावरण शांत और सुखद होगा। ऐसे ही वातावरण और अद्भुत खूबसूरती को अपने में समेटे हुए है लद्दाख का त्सो मोरीरी झील जो लद्दाख की एकांत घाटी, रुपशु में स्थित है।
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लद्दाख के इस सौन्दर्य को पर्वतीय झील भी कहा जाता है, क्यूंकि यह चारों तरफ से उद्दात पहाड़ों और खूबसूरत दृश्यों से घिरा हुआ है। तो चलिए आज हम लद्दाख के इसी खूबसूरती में आपको लिए चलते हैं और आपकी आँखों को कुछ राहत दिलाते हैं, त्सो मोरीरी की लुभावनी तस्वीरों के साथ!
त्सो मोरीरी झील
त्सो मोरीरी, लद्दाख क्षेत्र में छतनाग पठार पर स्थित एक प्राकृतिक झील है।
Image Courtesy:Karan Dhawan India
त्सो मोरीरी झील
लद्दाख में स्थित चमत्कारी दृश्य वाला त्सो मोरीरी झील लगभग 4500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जो इसका एक अद्वितीय आकर्षण होने का एक और अन्य कारण है।
Image Courtesy:Debdatta67
त्सो मोरीरी झील
नीले रंग के विभिन्न शेड्स को दिखाता हुआ यह झील किसी चमत्कारी झील से कम प्रतीत नहीं होता।
Image Courtesy:Jochen Westermann
त्सो मोरीरी झील
लेह से लगभग 250 किलोमीटर की दूरी पर स्थित, यात्री व पर्यटक इस जगह की अथाह खूबसूरती के कभी ना भुला पाने वाले अनुभव का एहसास करने यहाँ ज़रूर ही आते हैं।
Image Courtesy:Candle Tree
त्सो मोरीरी झील
त्सो मोरीरी भारत की अत्यधिक ऊँचाई पर स्थित झीलों में सबसे बड़ी है और अपनी जैवभूगोलिक विशेषताओं के कारण वर्तमान में रामसर स्थल के रूप में संरक्षित क्षेत्र है।
Image Courtesy:Michael Scalet
त्सो मोरीरी झील
झील से पानी का निकास न होने के कारण यह एक खारे पानी की झील है और इसके जलागम का मुख्य स्रोत पहाड़ों पर की पिघलने वाली बर्फ़ है।
Image Courtesy:R Singh
त्सो मोरीरी झील
कुछ लोग इसे अवशिष्ट झील भी मानते हैं और इसके खारे जल को पुरा कालीन टीथीज सागर का अवशेष बताते हैं।
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त्सो मोरीरी झील
यहाँ ज़्यादा भीड़भाड़ ना होने का एक दूसरा कारण यह भी है कि, ऊंचाई पर स्थित होने के कारण यहाँ ज़्यादातर ठण्ड पड़ती है, जिससे यहाँ का तापमान काफ़ी रहता है।
Image Courtesy:McKay Savage
त्सो मोरीरी झील
ज़्यादा ठण्ड होने की वजह से यहाँ पर गर्मियों के दिनों में जाना सबसे सही होता है।
Image Courtesy:McKay Savage
त्सो मोरीरी झील
गर्मियों के दिनों में झील को घेरे हुए पर्वत शिखरों पर जमे बर्फ धीरे-धीरे पिघलने लगते हैं, जिससे झील का क्रिस्टल सा साफ़ पानी और अद्भुत और चमत्कारी दृश्य का निर्माण करता है।
Image Courtesy:Rajesh
त्सो मोरीरी झील
आपके लिए यह ज़रूरी सलाह है कि, ठण्ड के मौसम में आप यहाँ बिल्कुल भी ना जाएँ।
Image Courtesy:Salil
कोरज़ोक गोम्पा
त्सो मोरीरी झील के तट पर ही स्थित है बौद्ध धर्म का धार्मिक स्थल, कोरज़ोक गोम्पा(मठ)।
Image Courtesy:Andreas' Photos
कोरज़ोक गोम्पा
यहाँ गौतम बुद्ध के साथ-साथ अन्य बौद्ध धर्मावलंबियों की भी मूर्तियां स्थापित हैं।
Image Courtesy:Andreas' Photos
कोरज़ोक गोम्पा
पहले किसी ज़माने में यह रुपशु घाटी का मुख्यालय हुआ करता था।
Image Courtesy:Andreas' Photos
कोरज़ोक गोम्पा
यह कोरज़ोक रिनपोचे के अन्तर्गत एक स्वतंत्र मठ है, जिसे व्यापक रूप से लांगना रिनपोचे के रूप में भी भी जाना जाता है।
Image Courtesy:Steve Hicks
कोरज़ोक गोम्पा
यहाँ से त्सो मोरीरी का सबसे चमत्कारी दृश्य नज़र आता है, जिसकी व्यख्या शब्दों में करना मुश्किल ही है।
Image Courtesy:Andreas' Photos
त्सो मोरीरी की जलवायु
इस जगह पर जनवरी से मार्च के महीने तक जलवायु अपनी चरम सीमा पर होती है। इस समय के दौरान झील पूरी तरह से जमा होता है, जिस वजह से इसके आसपास रहना बिलकुल ही मुश्किल हो जाता है।
Image Courtesy:McKay Savage
त्सो मोरीरी की जलवायु
अक्टूबर के महीने से यहाँ गर्मी की शुरुआत होती है और पर्वतों पर जमी बर्फ पिघलनी शुरू होती है।
Image Courtesy:caffeineAM
त्सो मोरीरी की जलवायु
अक्टूबर के महीने से यहाँ गर्मी की शुरुआत होती है और पर्वतों पर जमी बर्फ पिघलनी शुरू होती है।
Image Courtesy:McKay Savage
त्सो मोरीरी की जलवायु
पर्वतों के बर्फ पिघलने के दौरान इस झील की खूबसूरती बिल्कुल अलग और देखने लायक होती है।
Image Courtesy:CortoMaltese_1999
त्सो मोरीरी की जलवायु
अगर आप यहाँ जाना चाहें तो, आपके लिए यहाँ जाने का सबसे सही समय है मई से अगस्त तक के महीने।
Image Courtesy:Rafał Kozubek
त्सो मोरीरी की जलवायु
पर एक निराश कर देने वाली बात यहाँ की यह है कि तापमान में थोड़ी ज़्यादा गिरावट होने की वजह से, पर्यटक व यात्री इस झील की तुलना में सबसे ज़्यादा पैंगकोंग झील की सैर पर जाते हैं।
Image Courtesy:Raghavan37
त्सो मोरीरी की जलवायु
यह इसलिए भी ऐसा है क्यूंकि झील काफी ऊँचाई पर स्थित है और ऊंचाई की वजह से यहाँ ऑक्सीजन की थोड़ी कमी महसूस होती है।
Image Courtesy:Prabhu B
त्सो मोरीरी की जलवायु
अगर आप ऐसी ऊँचाई वाले क्षेत्रों में जाने के आदि नहीं है या आपको सांस लेने में कोई समस्या होती है तो आपके लिए त्सो मोरीरी जाना शायद ही उचित हो।
Image Courtesy:McKay Savage
यहाँ रहने की व्यवस्था!
सितम्बर महीने में यहाँ का रंगीन वातावरण तैयार होता है, पर्यटक यहाँ रहने के लिए टेंट बनाकर तैयार करते हैं।
Image Courtesy:Richard Weil
यहाँ रहने की व्यवस्था!
टेंट के अलावा यहाँ आपके लिए गेस्ट हाउस और रहने की अन्य सुविधा भी कुछ ज़रूरी सुविधाओं के साथ उपलब्ध हैं।
Image Courtesy:Steve Hicks
यहाँ रहने की व्यवस्था!
इन जगहों पर रहने के लिए आपको एडवांस में ही ये जगह बुक करानी होंगी क्यूंकि यहाँ ऐसी जगह कम ही हैं जिनकी मांग उनसे ज़्यादा है।
Image Courtesy:ZeePack
त्सो मोरीरी पहुँचें कैसे?
लेह से यहाँ पहुँचने के लिए सड़क मार्ग कुछ इस प्रकार है:
लेह-कारू-उप्शी-कुंडाक-केरे-चुमाथांग-माहे-सुमडो-त्सो मोरीरी
Image Courtesy:Michael Scalet