त्रिपुरा आकर्षक स्थल त्रिपुरा सुंदरी मंदिर के निकट स्थित कल्याण सागर एक बडी झील है। यह झील 5 एकड से भी ज्यादा क्षेत्र में फैली है, और यह 224 गज लंबी तथा 160 गज चौडी है। त्रिपुरा सुंदरी मंदिर के निर्माण के 124 साल बाद यह झील खुदवाई गई। यह झील सन् 1501 ई. में यहाँ के राज रहे महाराजा कल्याण माणिक्य के जमाने की है।
कल्याण सागर झील में कई प्रकार की मछलियाँ और जल प्रजातियाँ पाई जाती हैं। इस झील में कछुओं की कई दुर्लभ प्रजातियों के साथ-साथ मछलियाँ भी पाई जाती है। झील में मछली पकडना मना है, लेकिन मंदिर के दर्शन करने आए श्रद्धालु मछलियों को मुरमुरे और बिस्कुट खिलाते हैं।
यह झील केवल मंदिर के परिवेश को सुंदर ही नहीं बनाती, बल्कि श्रद्धालु इसे काफी पवित्र मानते हैं। कल्याण सागर झील शहर की अन्य झीलों में से है, जो उदयपुर को झीलों का शहर बनातीं हैं।