भैरव मंदिर उत्तरकाशी के चौक क्षेत्र है, जहां एक पौराणिक कथा के अनुसार, लगभग 365 मंदिर पाये गये थे। एक चीनी यात्री ह्वेन त्सांग 629 ई में भारत आया था तथा उसने इस स्थान का नाम ब्रह्मपुर रखा। हिंदुओं के ग्रन्थ स्कन्दपुराण में इस स्थान का उल्लेख ‘वरूनावत’ के नाम से मिलता है।