नेहरू पर्वतारोहण संस्थान 14 नवंबर, 1965 को स्थापित किया गया था तथा इसका नामकरण पंडित जवाहर लाल नेहरू,(भारत के प्रथम प्रधानमंत्री), जो पहाड़ों के शौकीन थे,के नाम पर किया गया। यह भारत के प्रमुख पर्वतारोहण संस्थानों में से एक है,जिसने एशिया भर में अपनी पहचान बनाई है।
जैसा कि नाम से पता चलता है, संस्थान बच्चों और वयस्कों को पर्वतारोहण और अन्य साहसिक पाठ्यक्रम में प्रशिक्षण प्रदान करता है। यह सुनिश्चित किया जाता है कि प्रशिक्षण सत्र के दौरान पर्यावरण के नियमों का विधिवत पालन किया जाए, जिससे लोगों के बीच जागरूकता फैलाने में मदद मिलती है।
संस्थान का प्रबंधन उत्तराखंड के मुख्यमंत्री द्वारा किया जाता है तथा यह 1860 के अधिनियम सं0 21 के तहत पंजीकृत है।