अंकोत्तका (वर्तमान में अकोता) एक छोटा सा कस्बा है, जो विश्वामित्री नदी के दाएं किनारे पर स्थित है। 5वीं और 6ठी शताब्दी में यह जगह जैन धर्म और जैन अध्ययन का प्रमुख केन्द्र हुआ करता था। अब तक यहां से र्तीथकर के 68 कांसे का चित्र खोजा जा चुका है और इन्हें वड़ोदरा म्यूजियम में रखा गया है।