सयाजीबाग के दो म्यूजियम में से एक वड़ोदरा म्यूजियम है। इस म्यूजियम का निर्माण महाराजा सयाजीराव तृतीय के संरक्षण में मेजर चार्ल्स मंट और आरएफ चिसोल्म ने 1894 में करवाया था। इस म्यूजियम में मुलग लघुचित्र, मूर्ति और टेक्सटाइल से लेकर जापान, तिब्बत और नेपाल की वस्तुओं का विशाल संकलन देखा जा सकता है।
इसके अलावा यहां पूरे दुनिया के अलग-अलग हिस्सों के सिक्के, विभिन्न भारतीय वाद्य यंत्र, यूरोप के अलग-अलग चित्रकारों की पेंटिंग, ब्लू व्हेल का कंकाल, भू विज्ञान की चीजें, प्राकृति इतिहास और जीव विज्ञान की प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाता है।
इतना ही नहीं, इस म्यूजियम में गुजरात के इतिहास से संबंध रखने वाली वस्तुएं जैसे- पाटन स्थित शेख फरीद के मकबरे की छत पर लगी सजावटी चीजें, चंपानेर की वास्तुशिल्पी अवशेष व बरतन के टुकड़े, रोडा और शामलाजी की प्रतिमा और अकोता के जैन र्तीथकर के कांसे की मूर्तियां भी प्रदर्शित की गई है।