घाट वास्तव में काफी बड़े और दूरी तक फैले होते है जिनमें कई सीढि़यां होती है जिनसे उतर कर आप गंगा नदी तक पहुंच सकते है। इन घाटों पर कई मंदिर होते है और यहां कई प्रकार की धार्मिक गतिविधियां हमेशा चलती रहती है।
वाराणसी, हिंदू धर्म के लोगों के लिए सबसे पवित्र स्थानों में से एक है। यहां की पवित्र गंगा नदी के बारे में लोगों की मान्यता है कि अगर इसमें कोई डुबकी लगाकर स्नान कर लें तो उसके सभी पाप धुल जाते है। पर्यटक, वाराणसी भ्रमण करने के लिए साल के किसी भी महीन में आ सकते है, सभी दिनों में यहां गंगा का स्नान आसानी से किया जा सकता है।
वैसे धार्मिक त्यौहारों के दौरान घाटों पर काफी भीड़ होती है लेकिन इस अवधि में यहां का धार्मिक रंग देखने लायक होता है। वाराणसी के घाटों में मणिकर्णिका घाट सबसे प्रसिद्ध घाट है। कहा जाता है कि अगर वाराणसी में मृत्यु हो जाएं और मणिकर्णिका घाट में व्यक्ति का अंतिम संस्कार हो, तो उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है यानि जीवन और मरण के चक्र से हमेशा के लिए मुक्ति मिल जाती है।
इन घाटों पर प्रात:काल और सांयकाल भव्य आरती का आयोजन किया जाता है। शाम की आरती वास्तव में बहुत संदर होती है। सांयकाल की आरती में मिट्टी के दीए में ज्योति जलाकर उन्हे गंगा के पानी में प्रवाहित किया जाता है। इस प्रकार हई दीए पानी में तैरते नजर आते है।