अगर समय हो तो पर्यटकों को बिन्नानी बसादी भी देखना चाहिये। यह 16वें तीर्थांकर शान्तिनाथ की काँस्य प्रतिमा के लिये जाना जाता है। बिन्नानी बसादी, जिसे बाला बसादी भी कहा जाता है, को अक्कंगला बसादी के सामने तिम्माराजा की सबसे छोटी रानी बिन्नानी देवी द्वारा बनवाया गया था। इस स्थान पर पहुँचने पर यात्री इस शिलालेख को देख सकते हैं जिस पर दान और चारूकीर्ति स्वामी के उपदेशों का वर्णन है। बिन्नानी बसादी के दक्षिणी हिस्से में स्थित भगवान ब्रह्मा के स्तम्भ को भी पर्यटक देख सकते हैं।