वेनूर गाँव की यात्रा पर आये पर्यटकों को पार्श्वनाथ स्वामी बसादी को देखने की सलाह दी जाती है जो पूर्वी तरफ स्थित है। इस बसादी का प्रमुख आकर्षण पार्श्वनाथ स्वामी की चमकती हुई काँस्य प्रतिमा है। पार्श्वनाथ स्वामी बसादी भगवान गोमतेश्वर की एक प्रस्तर प्रतिमा के पीछे की ओर स्थित है। अभिलेखों के अनुसार बसादी का जीर्णोद्धार मूदाबिदरी जैन मठ के महामहिम स्वाति श्री चारूकीर्ति भट्टरखा स्वामीजी द्वारा सन् 1936 में कराया गया था।