विदिशा जिले के सिरोंज के पास धरमपूर में जैन मूर्ति पाए जाते हैं। विभिन्न मूर्तियों में आठवें जैन तीर्थंकर चंद्रनाथ की सबसे पुरानी प्रतिमा सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। यह प्रतिमा 2 मीटर ऊंची और एक मीटर चौड़ी है। इस पर लिखा एक अभिलेख सन् 155 का है।
यह प्रतिमा जब पाई गई थी तो यह जमीन में आधी धंसी हुई थी। खुदाई से पहले इसे स्थानीय लोग काली तेलान के नाम से जानते थे। इस क्षेत्र में पाए गए अन्य ऐतिहासिक महत्व की वस्तुओं में जैन का एक पवित्र वस्तु निसाइया भी है। आप यहां 24वें जैन तीर्थंकर महावीर की टूटी हुई प्रतिमा भी देख सकते हैं।