अक्कन्ना और मादन्ना की दो गुफाओं को चट्टान काट कर बनाया गया है। इसका नामकरण 17वीं शताब्दी में इस क्षेत्र पर शासन करने वाले अब्दुल हसन तानाशाह के दो मंत्रियों के नाम पर किया गया है। ये दोनों मंत्री गुफा के निर्माण से जुड़े हुए थे।
कहा जाता है कि इस गुफाओं का अस्तित्व 6ठी और 7वीं शताब्दी से है। ये गुफाएं एक पहाड़ी के निचले हिस्से में बनी हैं।
पहाड़ी की चोटी पर कनक दुर्गा मंदिर है और इस मंदिर तक जाने के क्रम में इन गुफाओं को देखा जा सकता है। गुफा की चोटी पर चट्टानों को काटकर बनाया गया एक मंदिर है, जो हिंदू धर्म के त्रिदेव ब्राह्मा, विष्णु और महेश्वर को समर्पित है।