ऐसा माना जाता है कि मोगलराजपुरम की गुफाओं की खोज 5वीं शताब्दी में खुदाई के दौरान की गई थी। दक्षिण भारत में यह अपने तरह की एकमात्र गुफा है। वर्तमान में खंडहर में तब्दील हो चुकी गुफा में चट्टान को काट कर बनाई गई पांच गर्भगृह है। गुफा में भगवना नटराज और भगवान विनायक की प्रतिमा है। इससे इसका धार्मिक महत्व काफी बढ़ जाता है। इस कारण यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालू आते हैं।