भीम की डुंगरी एक बड़ी गुफा है जो विराट नगर में स्थित है और यहां से जुड़ी पौराणिक कथाओं के कारण प्रसिद्ध है। लोगों का मानना है कि चौकड़ में कौरवों के हाथों सब कुछ हार जाने के बाद पांडवों को 12 साल का निर्वासन दे दिया गया था और एक साल का अतिरिक्त प्रच्छन्न निर्वासन दिया गया था।
13 वें साल के निर्वासन के दौरान ( अज्ञातवास ) पांडवों ने विराट नगर में राजा विराट के राज्य में रहने का प्रबंधन किया। पांचों भाईयों में सबसे शक्तिशाली भीम ने इस गुफा ( भीम की डुंगरी ) को रहने के लिए चुना। भीम, भोजन पकाने और खाने के बहुत शौकीन थे, और इसीलिए उन्हे राजा विराट के महल के शाही कुक के रूप में सेवा प्रदान की गई थी।