ऐसा माना जाता है कि वृंदावन में ही भागवान कृष्ण ने बचपन का अधिकांश समय बिताया था। ऐसी मान्यता है कि केसी घाट पर ही भगवान कृष्ण दुष्ट राक्षस केशी से लड़े थे और अपने मित्रों व समुदाय को उनकी दुष्टता से बचाया था। आज भी केसी घाट इस घटना को अपने हृदय में समाए हुए विराजमान है।
यह हिंदू धर्म में काफी पवित्र माना जाता है और यहां ढेरों छोट-छोटे मंदिर हैं। वृंदावन में शेष बचे कुछ घाटों में से एक केसी घाट अपने प्राकृतिक सौंदर्य के कारण भी पर्यटकों को अपनी ओर खूब आकर्षित करता है। ऐसा माना जाता है कि इस घाट पर यमुना नदी में डुबकी लगाने से मुक्ति मिलती है। लोग यहां शाम में होने वाली आरती देखने के लिए भी जमा होते हैं।