कृष्ण जन्मभूमि की जगह पर बना श्री राधा रास बिहारी अष्ट सखी मंदिर भारत का सबसे पुराना मंदिर है। यह मंदिर राधा-कृष्ण और राधा की आठ सखी को समर्पित है। राधा की ये आठ सखी राधा-कृष्ण के प्रेम में घनिष्ठ रूप से जुड़ी हुई थी। राधा और कृष्ण के बीच रासलीला भी यहीं हुई थी।
पौराणिक कथाओं के अनुसार यह जगह मथुरा और वृंदावन के उन दो जगहों में से एक है, जहां पर भगवान कृष्ण ने वास्तव में रासलीला की थी। यहां कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो कहते हैं कि रात में वह पायल की मधुर धुन को भी सुन सकते हैं।
मूर्ति और आठ सखी के कपड़े हर दिन मुख्य प्रार्थना से पहले बदले जाते हैं। इनमें से कुछ कपड़े 100 साल पुराने हैं। हालांकि हाल ही में इसका नवीनीकरण किया गया है, फिर भी इसका अधिकांश हिस्सा वैसा ही है, जैसा कि यह अपने निर्माण के समय था।