बाणासुर सागर बाँध कलपेट्ट शहर से 21 किमी B दूर स्थित है एवं काबिनी नदी की एक सहायक नदी पर बनाया गया है। इस बाँध का निर्माण बाणासुर सागर परियोजना के अनुसार हुआ है। यह परियोजना 1979 में प्रारंभ हुई थी। यह परियोजना मुख्य रूप से उन क्षेत्रों के लिए नियमित जल आपूर्ति हेतु की गयी थी जिनमे गर्मियों के दौरान सूखे की परिस्थिति हो जाती थी।
बाणासुर बाँध को भारत का सबसे बड़ा और एशिया में दूसरा सबसे बड़ा बाँध होने का गौरव प्राप्त है। यह बाँध पत्थर एवं चट्टानों के प्रयोग करके बहुत मजबूत बनाया गया है। इस बाँध के निर्माण के दौरान इसके जलाशय में भूमि के निचले क्षेत्र डूब गए जिसके परिणामस्वरूप कई छोटे छोटे द्वीपों का निर्माण हुआ।
ये द्वीप बाणासुर पहाड़ियों के सुंदर दृश्य प्रस्तुत करते हैं। कई लोग पश्चिमी घाट के सुंदर पहाड़ों पर चढ़ने के लिए इस बाँध का प्रयोग करते हैं। अतः यह बाँध पर्यटकों विशेषतः विदेशी पर्यटकों के बीच एक बड़ा आकर्षण है।