कोच्चि - जहाँ प्राचीन और नवीन एक साथ हैं
कोच्चि एक अनूठा पर्यटन स्थल है और अपने जीवनकाल में इसे एक बार अवश्य देखना चाहिए। यह शानदार शहर भारत का प्रमुख बंदरगाह शहर है और यह अपने शक्तिशाली अरब सागर के पानी पर इठलाता है।......
कासरगोड - विविध संस्कृति का एक भूमि
कासरगोड केरल के उत्तरी भाग में स्थित है। यह अपने ऐतिहासिक और पुरातात्विक महत्त्व के कारण लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करता है। कहा जाता है की 9 वीं और 14 वीं शताब्दी में......
बांदीपुर – जंगली प्राणियों के साथ आमना सामना
बांदीपुर वन संरक्षित क्षेत्र भारत में प्रमुख रूप से बाघ संरक्षित (टाइगर रिजर्व) क्षेत्र के रूप में जाना जाता है, जहाँ बाघों की आबादी लगभग 70 है। लगभग 900 वर्ग किलोमीटर में......
मलयाट्टूर : जहाँ प्रकृति संस्कृति से मिलती है
मलयाट्टूर, एर्नाकुलम जिले में स्थित एक छोटा सा शहर है जिसका नाम मलयालम शब्दों ‘माला’ अर्थात ‘पर्वत’, ‘अर्र’ अर्थात नदी और ‘उर’......
मैंगलोर पर्यटन - कर्नाटक का प्रवेश द्वार
अक्सर कहा जाता है कि मैंगलोर कर्नाटक का प्रवेश द्वार है। खूबसूरत मैंगलोर शहर अरब सागर के नीले पानी और पश्चिमी घाट के हरे, विशाल पहाड़ों के बीच बसा हुआ है। इस शहर का नाम भगवान......
अथिराप्पिल्ली - एक रोमांचक आकर्षण
अथिराप्पिल्ली, त्रिशूर जिले के मुकुंदपुरम तालुक में स्थित है । यह एक प्रथम दर्जे का ग्राम पंचायत है जो त्रिशूर से 60 किलोमीटर और कोच्चि से 70 किमी की दूरी पर स्थित है । यह अपनी......
कालीकट - कहानियों और इतिहासों की भूमि
कालीकट जिसे कोज़ीकोड के नाम से भी जाना जाता है, एक उत्तरी जिला है जो भारत के दक्षिण – पश्चिम तटीय प्रदेश में स्थित है। इस जिले का मुख्यालय भी इसी नाम से जाना जाता है जैसे......
थालास्सेरी - सर्कस, केक और क्रिकेट की भूमि
कन्नूर जिले में स्थित, थालास्सेरी, उत्तरी केरल के सबसे गतिशील शहरों में से एक है। इसे तेलीचेरी के नाम से भी जाना जाता है, यह शहर मालाबार तट पर सुनहरे पंखों के साथ......
तलकाडू - खोये मंदिरों का शहर
तलकाडू, 30 से अधिक मंदिरों का एक शानदार शहर, रेत के भीतर 16वीं शताब्दी में दफन हो गया था। उस समय से लेखन का कहना है कि यह एक प्राकृतिक आपदा के कारण वोडेयर्स के शासन के दौरान......
नीलांबुर - सागौन का शहर
सागौन वृक्षारोपण के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध, नीलांबुर, केरल राज्य के मलप्पुरम जि़ले में स्थित एक बड़ा शहर है। विशाल जंगल, प्राकृतिक सुंदरता, अद्वितीय वन्य-जीवन, आकर्षक झरनें,......
मलप्पुरम: नदियों और संस्कृति का मेल
मलप्पुरम केरल का उत्तरी जिला है जो अपनी समृद्ध संस्कृति, ऐतिहासिक महत्व और उल्लेखनीय विरासत के लिए जाना जाता है। मलप्पुरम, छोटी पहाड़ियों और टीलों का क्षेत्र है जो मलप्पुरम के......
कालपेट्टा - प्रकृति के साथ मंथन
कालपेट्टा एक छोटा सा शहर है जो कॉफी के बागानों के कारण उसकी महक से भरा हुआ और चारों तरफ से खूबसूरत पहाड़ों से घिरा हुआ है। यह स्थल समुद्र स्तर से 780 मीटर की ऊंचाई पर......
कोडुन्गल्लुर - मंदिरों और इतिहास का एक सुंदर शहर
कोडुन्गल्लुर, त्रिशूर जिले का एक छोटा सा शहर है, जो मालाबार समुद्र तट पर स्थित है। मुख्य रूप से अपने बंदरगाह और देवी भगवती के मंदिर के लिए जाना जाने वाला यह शहर कई शताब्दियों को......
पालक्कड़ – धान के कटोरे में बीते युग का एहसास
पालक्कड़, जिसे पूर्व में पालघाट के नाम से जाना जाता था, केरल का एक जिला है जो पश्चिमी घाट की सर्पीली पहाड़ियों में स्थित है। पालक्कड़ केरल के अन्य भागों से मुख्य रूप से अपने......
गुरूवायूर - भगवान दूसरा घर
गुरूवायूर त्रिशूर जिले में एक भरा हुआ शहर है। इस जगह को भगवान कृष्ण का घर मन जाता है, भगवान विष्णु के देहधारण का घर भी माना जाता है। गुरूवायूर केरल के कई में से एक लोकप्रिय......
कूर्ग पर्यटन - पहाडि़यों और पेड़ों की नगरी
कुर्ग या कोडागु, कर्नाटक के लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। कूर्ग, कर्नाटक के दक्षिण पश्चिम भाग में पश्चिमी घाट के पास एक पहाड़ पर स्थित जिला है जो समुद्र स्तर से......
पय्योली - वैभव में घुली-मिली विरासत और समुद्र तटों का एक सूप!
पय्योली, दक्षिणी केरल के कालीकट जिले में एक छोटा सा गांव है। उत्तरी मालाबार तट पर स्थित, रेत और उथले पानी के सुनहरे खिंचाव के साथ यह एक शांत स्थान है। यद्यपि यह अपने समुद्र तटों......
त्रिशूर – इतिहास, संस्कृति और आराम का संगम बिंदु
त्रिशूर छुट्टी मनाने के लिए आदर्श स्थान है यदि आप यहाँ वे सब आनंद महसूस नहीं करते जिसमें आप लिप्त रहने का प्रयत्न कर रहे हैं। केरल की सांस्कृतिक राजधानी के नाम से जाना जाने वाला......
एर्नाकुलम - केरल की वाणिज्यिक राजधानी
एर्नाकुलम - कोच्ची, इन दो जुडवा शहरों में से एर्नाकुलम ज़्यादातर शहरी इलाका है जो की एर्नाकुलम जिले में स्थित है। एर्नाकुलम शहर का नाम यहाँ के प्रसिद्द शिव मंदिर एर्नाकुलाथाप्पन......
सुल्तान बत्तेरि - पर्वतों के बीच बसा ऐतिहासिक शहर
सुल्तान बत्तेरि, जिसे गणपतिवातोम भी कहा जाता है, केरल के वायनाड़ जिले का ऐतिहासिक शहर है। केरल - कर्नाटक बॉर्डर पर बसा यह शहर, एक दिन की पिकनिक के लिए उत्तम स्थान है। मैसूर के......
हासन पर्यटन – होयसाल राजाओं की विरासत का शहर
चन्ना कृष्णप्पा नाइक द्वारा 11वीं शताब्दी में स्थापित हासन शहर कर्नाटक के हासन जिले का मुख्यालय है। स्थानीय देवी हासनअम्बा के नाम पर नामित यह जिला कर्नाटक की स्थापत्य कला की......
चिकमंगलूर पर्यटन- अशांतों के लिए एक बेहतर ठहरने योग्य गंतव्य
चिकमंगलूर टाउन कर्नाटक प्रांत में इसी नाम के जिले में स्थित है। यह क्षेत्र बड़ा लोकप्रिय है क्योंकि यहां कई एक पर्यटन स्थल हैं। चिकमंगलूर पर्वतीय व दलदली भूमि मलनाड के समीप......
इरोड – उद्योग और कृषि की भूमि
इरोड शहर भारत के तमिलनाडु राज्य में स्थित इरोड जिले का मुख्यालय है। यह शहर दक्षिण भारतीय प्रायद्वीप के केन्द्र में, चेन्नई के दक्षिण पश्चिम में लगभग 400 किमी की दूरी पर और......
पोनानी - एक सर्वश्रेष्ठ तटीय विश्राम
केरल के मलप्पुरम जिले में स्थित पोनानी एक छोटा लेकिन सुन्दर कस्बा है। पश्चिम में अरब सागर से घिरा यह कस्बा मालाबार का मुख्य तटीय क्षेत्र व मछली पकड़ने का प्रमुख केन्द्र है। यह......
कोयंबटूर पर्यटन - दक्षिण का मैनचेस्टर
कोयंबटूर, तमिलनाडु के दक्षिणी राज्य में स्थित एक शहर है। यह शहर, क्षेत्रफल के हिसाब से राज्य में दूसरा सबसे बड़ा शहर है। इसे भारत का 15 वां सबसे बड़ा राज्य घोषित......
अलुवा - त्योहार का एक निरपेक्ष प्रवेशद्वार
अलुवा एक स्थान है जो यहाँ के शिव मंदिर में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले महाशिवरात्रि के त्योहार के लिए प्रसिद्ध है। महाशिवरात्रि का त्योहार मनाने के लिए पूरे राज्य से यहाँ लोग......
ऊटी पर्यटन – पहाड़ियों की रानी
ऊटी नीलगिरी की सुंदर पहाड़ियों में स्थित एक सुंदर शहर है। इस शहर का आधिकारिक नाम उटकमंड है तथा पर्यटकों की सुविधा के लिए इसे ऊटी का संक्षिप्त नाम दिया गया है। भारत के दक्षिण में......
काबिनी- हाथियों की राजधानी
काबिनी वन्यजीव रिजर्व के कारण काबिनी का क्षेत्र अपने वन्य जीवन के लिए बहुत अच्छी तरह से जाना जाता है, जो नागरहोल प्रकृति रिजर्व का एक हिस्सा है। यह कर्नाटक की यात्रा के लिए आये......
बेकल - सौम्य पानी के साथ शांतिपूर्ण छुट्टियाँ
बेकल एक छोटा शहर है जो अरब सागर के तटीय किनारों पर शांतिपूर्वक स्थित है। यह पल्लिकारे गाँव के भीतर है जो केरल के कासरगोड जिले के अंतर्गत आता है। बेकल का नाम......
कन्नूर - जहां प्रकृति और संस्कृति का मिलाप होता है
कन्नूर, जो इसके प्राचीन नाम कन्नानोर के नाम से अधिक लोकप्रिय है, केरल का एक उत्तरी जिला है जो यहां की जीवंत संस्कृति और समृद्ध विरासत के लिए प्रसिद्ध है। यह......
मालमपुझा – हरे-भरे बगीचों और जादुई पहाड़ियों का शहर
मालमपुझा एक छोटा सा सुन्दर कस्बा है जो कि अपने मनोरम दृश्यों, बाँधों और बगीचों के लिये जाना जाता है। पलक्कड़ (जिसे केरल का धान का कटोरा कहते हैं) में स्थित यह लोकप्रिय स्थान......
मैसूर पर्यटन - कर्नाटक की सांस्कृतिक राजधानी
मैसूर कर्नाटक की सांस्कृतिक राजधानी होने के साथ-साथ राज्य का दूसरा सबसे बड़ा शहर भी है। दक्षिण भारत का यह प्रसिद्ध पर्यटन स्थल अपने वैभव और शाही परिवेश के लिए जाना जाता है।......
कुद्रेमुख - एक अलग किस्म का पर्यटन स्थल
कुद्रेमुख कर्नाटक के चिकमगलूर जिले में एक पहाड़ी परिसर है और यह पश्चिमी घाट का एक हिस्सा है। कुद्रेमुख का क्षेत्र एक लोकप्रिय हिल स्टेशन भी है। अपनी उठती-गिरती घास भूमि और घने......