इतिहास और सभ्यता में दिलचसपी रखने वाले लोगों के लिए पश्चिमी गारो हिल्स में वड़ागोकग्रे एक आकर्षक जगह है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने इस क्षेत्र में खुदाई करने पर पाया कि यह शहर चैथी शताब्दी में ब्रह्मपुत्र नदी से निकलने वाली सबसे बड़े शहरों में से एक है ओर एह आध्यात्मिक केंद्र भी है।
इस खुदाई से यह पता चला कि वड़ागोकग्रे टाउनशिप में बौद्ध धर्म और हिंदू धर्म तथा दोनों का संयोजन भी प्रचलित था जो इसके एक बड़े क्षेत्र में फैला हुआ था। यह प्राचीन टाउनशिप ब्रह्मपुत्र नदी के किनारे स्थित था जो इस क्षेत्र में से लगभग 2000 साल पहले बहती थी।
यह पूरा शहर बहुत मजबूत था और इसके अंदर टैंक और जली हुई ईंटों से निर्मित मंदिर भी पाए गए थे। लेकिन हैरानी की बात यह है कि इस सारे क्षेत्र में एक भी हड्डी नहीं पाई गई थी। तुरा से टूरिस्ट वाहन लेकर आप वड़ागोकग्रे तक पहुँच सकते हैं।