राजस्थान में यूं तो कई भव्य किले जो इस राज्य की शान बढ़ाते है। इनकी रोचकता इतनी है कि देशी-विदेशी सैलानी यहां भारी संख्या में देखे जा सकते हैं। अरावली की पहाडिय़ों पर स्थित नीमराना फोर्ट पैलेस उन्ही भव्यों किलों में से एक है।
अगर इतिहास में है दिलचस्पी तो सैर करें भारत की 500 साल पुरानी ऐतिहासिक इमारतों की
नीमराना फोर्ट पैलेस रिसोर्ट के रूप में इस्तेमाल की जा रही भारत की सबसे पुरानी ऐतिहासिक इमारतों में से एक है।यह 1947 तक चौहानों द्वारा शासित 14 वीं सदी के पहाड़ी किले का स्थल है। नीमराना का स्वामित्व मात्र 16 साल की उम्र के कुट्टू के पास है, जो इसके अंतिम शासक है और उन्होंने प्रीवी पर्स के उन्मूलन के बाद किले के रखरखाव में असमर्थ होने के कारण इसे नीमराना होटल्स नामक एक समूह को बेच दिया, जिसे इसने एक हेरिटेज (विरासत) होटल में बदल दिया।नीमराना से कुछ दूरी पर अलवर जिले में एक दूसरा किला केसरोली है, जो सबसे पुराने विरासत स्थलों में से एक है।
अमर प्रेम की ऐतिहासिक निशानियाँ
नीमराना ऐतिहासिक फोर्ट के साथ-साथ खूबसूरत लेक्स,वैली और वाइल्डलाइफ के लिए फेमस टूरिस्ट डेस्टिनेशन है। यहां वीकेंड को एंज्वॉय करने के साथ-साथ जिपलाइनिंग का मजा भी ले सकते हैं। 'नीमराना' अलवर जिले का प्राचीन ऐतिहासिक शहर है, जो दिल्ली से करीब 122 किलोमीटर की दूरी पर दिल्ली-जयपुर हाइवे पर स्थित है। यह बहरोड़ और शाहजहांपुर के बीच में स्थित है। इसे राथ क्षेत्र के रूप में भी जाना जाता है। नीमराना के आसपास अनेक आकर्षक स्थान हैं।
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10 मंजिलें इस विशाल किले को तीन एकड़ में अरावली पहाड़ी को काट कर बनाया गया है। यही कारण है कि इस महल में नीचे से ऊपर जाना किसी पहाड़ी पर चढ़ने का अहसास कराता है।
नीमराना फोर्ट पैलेस
राजस्थान के अलवर जिले में स्थित नीमराना किले का निर्माण 1464 में हुआ था। नीमराना फोर्ट पैलेस देश के कुछ प्राचीनतम हेरिटेज रिजॉर्ट्स में से एक है। यह भव्य किला बाहर से देखने में तो मनमोहक है ही, किले के अंदर से बाहर का नजारा उससे भी अधिक आकर्षक दिखता है। प्रकृति के बीचों-बीच इनकी मौजूदगी शहरों की आपाधापी से सुकून भी दिलाती है।PC:Mehtratan
निर्माण की कहानी बेहद दिलचस्प
यह किला दस मंजिल का है...जोकि तीन एकड़ में अरावली पहाड़ी को काट कर बनाया गया है। यही कारण है कि इस महल में नीचे से ऊपर जाना किसी पहाड़ी पर चढ़ने का अहसास कराता है। नीमराना की भीतरी साज-सज्जा में काफी छाप अंग्रेजों के दौर की भी देखी जा सकती है।
PC:Dan Lundberg
पैलेस में हैं 50 कमरे
इसे 1986 में हेरिटेज रिसोर्ट के रूप में तब्दील कर दिया गया। इस दस मंजिलों पर कुल 50 कमरे हैं। यहां नजारा महल और दरबार महल में कॉन्फ्रेंस हाल है। पैलेस में बदले इस किले में कई रेस्तरां बने हैं। इस पैलेस में ओपन स्विमिंग पूल भी बना है। नाश्ते के लिए राजमहल व हवामहल तो खाने के लिए आमखास, पांच महल, अमलतास, अरण्य महल, होली कुंड व महा बुर्ज बने हुए हैं। इस किले की बनावट ऐसी है कि हर कदम पर शाही ठाठ का अहसास होता है।PC:Niks324
हर कमरे का है एक अलग नाम
निमाराना किले की खास बात यह है कि,यहां पर बने हर कमरे का अलग नाम है- देव महल से लेकर गोपी महल तक। अगर आप किले में राजसी ठाठ को एन्जॉय करना चाहते हैं तो मामूली शुल्क देकर दो घंटे के लिए महल की भव्यता का लुत्फ उठा सकते हैं।PC: Tarminastir
सरिस्का नेशनल पार्क
पर्यटक किले के पास में सरिस्का नेशनल पार्क घूम सकते हैंसरिस्का कभी अलवर के राजपरिवार का शिकारगाह हुआ करता था। दिल्ली-जयपुर मार्ग पर दिल्ली से 200 किमी. की दूरी पर स्थित सरिस्का नेशनल पार्क 866 वर्ग किमी. में फैला है।PC:Rohit Gangwal
केसरोली
नीमराना से कुछ ही दूरी पर अलवर जिले में 'केसरोली' प्राचीन स्थल है। यह घूमने के लिए एक शानदार जगह है। दिल्ली से अलवर रूट पर जाने पर सिर्फ 155 किमी. की दूरी पर स्थित द हिल फोर्ट किले की खासी लोकप्रियता है। बोटिंग के शौकीन हैं तो केसरोली से सिलीसेढ लेक भी जा सकते हैं, जो बोटिंग के लिए परफेक्ट है।PC:Archit Ratan
कैसे जायें
वायु द्वारा
नीमराना का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा दिल्ली का इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट है, जो करीब 108 किमी. की दूरी पर है।
सड़क द्वारा
दिल्ली के किसी भी अंतरराज्यीय बस अड्डे से सीधे अलवर के लिए बसें चलती हैं। अगर खुद ड्राइव करके नीमराना जाना चाहते हैं तो दो-तीन घंटे में पहुंचा जा सकता है।
ट्रेन द्वारा
नीमराना का नजदीकी रेलवे स्टेशन अलवर है, जो लगभग 70 किमी. की दूरी पर स्थित है।PC:Archit Ratan
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