हिमालय की गोद में स्थित, सिलीगुड़ी एक ऐसा शहर है जो दार्जिलिंग और जलपाईगुड़ी के बीच में स्थित है। पश्चिम बंगाल का दूसरा सबसे बड़ा शहर, पूर्वोत्तर भारत का यह प्रवेश द्वार है, जोकि चाय, लकड़ी, पर्यटन और परिवहन के लिए जाना जाता है। भौगोलिक दृष्टि से, एक ओर सिलीगुड़ी नेपाल की सीमा से जुड़ा है और दूसरी ओर बांग्लादेश की सीमा से जुड़ा है। सिलीगुड़ी के गलियारें भारत को अपने विभिन्न पूर्वोत्तर राज्यों के साथ जोड़ती हैं। वन्यजीव अभ्यारण्य से चाय बागानों और मठों तक, सिलीगुड़ी पर्यटकों के लिए अंदर काफी कुछ समेटे हुए है, जिसे आप सिलीगुड़ी की यात्रा के दौरान देख सकते हैं।
इस्कान मंदिर
भारत के अन्य हिस्सों की तरह सिलीगुड़ी में भी इस्कान मंदिर पर्यटकों के बीच एक प्रमुख आकर्षण का केंद्र है, जिसे श्री श्री राधा माधव सुंदर मंदिर के रूप में भी जाना जाता है। यह मंदिर आलीशान हरियाली के बीचोंबीच बसा ध्यान लगाने के लिए एक आदर्श स्थान है।
सालूगारा मठ
सिलीगुड़ी के बाहरी इलाके में स्थित, सालूगारा मठ ध्यान के लिए स्थानीय और पर्यटकों के बीच खासा प्रसिद्ध है। अपने 100 फुट ऊंचे स्तूप के लिए प्रसिद्ध इस मठ को बौद्ध सन्यासियों द्वारा चलाया जाता है जो दलाई लामा के अनुयायी हैं।
सत्य के मार्ग से होते हुए अहिंसा पर चलने का पाठ पढ़ाते हैं भारत के ये बौद्ध मठ
महानंदा वन्यजीव अभयारण्य
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होंग-कोंग मार्केट
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अगर आप सिलीगुड़ी में सस्ती शॉपिंग करने की जगह तलाश रहे हैं, तो आपको सिटी सेंटर में स्थित होंग-कोंग मार्केट की ओर रुख करना चाहिए। यह खास मार्केट नेपाल, चीन और थाईलैंड से आयातित वस्तुओं को बेचने के लिए जाना जाता है। तो क्यों ना इन छुट्टियों सिलीगुड़ी घूमते हुए होंग-कोंग घूमते लिया जाए सस्ती शॉपिंग का मजा।
उत्तरी बंगला विज्ञान भवन
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यह अद्भुत विज्ञान केंद्र एक आम आदमी के जीवन में विज्ञान को प्रेरित करने के लिए काम करता है ताकि समाज के विकास को सुनिश्चित करने के लिए वैज्ञानिक प्रगति के लाभ उनके पास पहुंच सकें। यह विज्ञान नगरी आपको शानदार तरीके से प्रदर्शित तारामंड़ल में ले जाता है और यहां देखने के लिए प्रकृति व्याख्या केंद्र भी है। यह मज़ा सह शैक्षिक सैर के लिए सही स्थान है और बच्चों के साथ सैर करने आए पर्यटकों के लिए यह बेहद खास है।
क्या खायें
पर्यटक सिलीगुड़ी घूमते हुए सिग्नेचर मोमोज़ में चिकन, गोमांस, शूकर मांस और सब्जियों से बने पकौड़ों को खा सकते हैं। यहां प्रामाणिक उत्तर पूर्वी भारतीय चाय भी पेश की जाती है और विशेष रूप से मानसून और सर्दियों में दोपहर का एक उचित पेय पदार्थ है।
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कैसे आयें
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सिलीगुड़ी शहर का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा उत्तरी बंगाल में बागडोगरा से जुड़ा है। सिलीगुड़ी शहर कोलकाता से 584 किलोमीटर की दूरी पर है। दार्जिलिंग और जलपाईगुड़ी से यह सड़क और रेलमार्ग द्वारा जुड़ा है।