बुल टेंपल को दोड़ बसवन गुड़ी मंदिर भी कहा जाता है। यह दक्षिण बेंगलुरु के एनआर कॉलोनी में स्थित है। इस मंदिर का मुख्य देवता नंदी है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार नंदी शिव का न सिर्फ बहुत बड़ा भक्त था, बल्कि उनका सवारी भी था। इस मंदिर को 1537 में विजयनगर साम्राज्य...
बेंगलुरु में घुमक्कड़ी के बाद आप यहां के कॉमर्शियल स्ट्रीट से शॉपिंग कर सकते हैं। यहां आप ब्रिगेड रोड और कामराज रोड के जरिए पहुंच सकते हैं। एक ओर जहां आपको बड़े ब्रांड की दुकानें नजर आएंगी, वहीं दूसरी ओर कुछ छोटे-मोटे दुकान भी आपको दिख जाएंगे। वैसे कॉमर्शियल...
बेंगलुरु के हाइटेक इंफोसिस कैंपस की वास्तुशिल्पीय सुंदर को देख कर आप मोहित हुए बिना नहीं रह सकेंगे। यह होसुर रोड पर इलेक्ट्रॉनिक सिटी में स्थित है। करीब 81 एकड़ में बने इस कैंपस की वास्तुशिल्पीय खूबसूरती देखते ही बनती है।
पिछले करीब 3 दशक से इंफोसिस...
मंत्री स्क्वायर मॉल मालेश्वरम में एमएन कॉम्पेक्स के पास स्थित है। 1.5 मिलियन स्क्वायर फीट में फैले इस मॉल को भारत का सबसे बड़ा माल माना जाता है। मंत्री स्क्वायर मॉल में मनोरंजन, शॉपिंग और खानपान से संबंधित तमाम चीजें उपलब्ध हैं। साथ ही यह मॉल बेंगलुरु के ग्लोबल...
बेंगलुरु पैलेस शहर के बीचों बीच स्थित पैलेस गार्डन में स्थित है। यह सदशिवनगर और जयामहल के बीच में स्थित है। इस महल के निर्माण का काम 1862 में श्री गेरेट द्वारा शुरू किया गया था। इसके निर्माण में इस बात की पूरी कोशिश की गई कि यह इंग्लैंड के विंसर कास्टल की तरह...
अपने यूरोपियन निर्माण शैली के कारण सेशाद्री अय्यर मेमोरियल हॉल बेंगलुरु का एक चर्चित पर्यटन स्थल है। इसे के. सेशाद्री की याद में बनवाया गया है, जो कि 1883 से 18 साल तक मैसूर राज्य के दीवान थे। लार्ड कजर्न ने बतौर दीवान श्री शेशाद्री के समर्पण और कार्यक्षमता को...
1909 में स्थापित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (आईआईएससी) बेंगलुरु में उच्च शिक्षा का महत्वपूर्ण केन्द्र है। यह उत्तरी बेंगलुरु में मुख्य रेलवे स्टेशन से 4 किमी दूर है।
इस संस्थान के स्थापना के पीछे एक दिलचस्प कहानी है। 1892 में जमशेद जी और स्वामी विवेकानंद...
उल्सूर झील एमजी रोड के पास शहर से उत्तर-पूर्व की ओर है। इसे केंपेगौड़ा के बनवाया था, जिन्होंने बेंगलुरु शहर भी स्थापना की थी। करीब 1.5 वर्ग किमी में फैले इस झील में कई छोटे-छोटे टापू बने हुए हैं। यहां अगस्त और सितंबर के दौरान गणेश उत्सव बड़े पैमाने पर मनाया जाता...
कुल 16 लाख वर्ग फीट में बना यूबी सिटी बेंगलुरु का सबसे बड़ा कॉमर्शियल प्रोजेक्ट है। साथ ही यह राज्य की सबसे ऊंची इमारत भी है। ये गगनचुंबी इमारात विट्टल माल्या रोड पर ब्रिगेड स्ट्रीट-एमजी रोड जंक्शन से 1.5 किमी दूर है। यूबी सिटी में कुल चार टावर हैं- यूबी टावर,...
कब्बन पार्क को मूल रूप से 1870 में बनवाया गया था। यह बेंगलुरु का प्रमुख लैंडमार्क होने के साथ-साथ शहर के प्रशासनिक क्षेत्र में आता है। एमजी रोड और कस्तुरबा रोड से यहां असानी से पहुंचा जा सकता है। पहले यह पार्क सिर्फ 100 एकड़ में फैला था। हालांकि बाद में इसे करीब...
दक्षिण बेंगलुरु स्थित यह मंदिर शहर का एक प्रमुख आकर्षण है। इसे गवीपुरम गुफा मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह अपने वास्तुशिल्पीय बनावट के लिए विख्यात है। इसे कुछ इस तरह बनाया गया है कि हर साल एक खास खास समय पर सूर्य की रोशनी मंदिर के गर्व गृह में रखी प्रतिमा पर...
आर्ट ऑफ लिविंग इंटरनेशनल सेंटर कर्नाटक के ग्रामीण क्षेत्र में बेंगलुरु से करीब 21 किमी दूर है। इसकी स्थापना 1981 में श्री श्री रवि शंकर ने की थी। इस आश्रम को बनाने का मकसद था कि एक तनावमुक्त और हिंसा मुक्त समाज का निर्माण किया जाए। आज इस आश्रम का संदेश 150 देशों...
इनोवेटिव फिल्म सिटी वंडरला से 2 किमी दूर बेंगलुरु-मैसूर स्टेट हाइवे-17 पर स्थित है। यहां बच्चे और बड़े बराबर संख्या में आते हैं। अपने परिवार और दोस्तों के साथ यहां पूरा दिन बिताना आपको अच्छा अनुभव दिलाएगा। बेंगूलर से सड़क मार्ग के जरिए फिल्म सिटी आसानी से पहुंचा...
कर्नाटक हाई कोर्ट अपनी परंपरागत डिजाइन के लिए जाना जाता है। यह अंबेडकर विधि रोड पर राज्य विधान सभा विधान सौदा के ठीक सामने बना हुआ है। अदालत का कामकाज जिस भवन में होता है, वह लाल ईंट से बना है और उसे अट्टारा कचेरी कहते हैं। इसकी स्थाना 1884 में की गई थी। तब यह...
बेंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट शहर के बीच से करीब 40 किमी दूर स्थित है। यह भारत का चौथा सबसे व्यस्त एयरपोर्ट है। साथ ही यह किंगफिशर एयरलाइन का गढ़ भी है। यहां 10 डॉमेस्टिक और 21 इंटरनेशनल एयरलाइन की सुविधा है। इससे बेंगलुरु शेष भारत और विश्व से अच्छे से जुड़ा हुआ...