बठिंडा में देश के सबसे अच्छे शॉपिंग कॉम्प्लेक्स हैं, जैसे मित्तल मॉल, सिटी सेंटर मॉल, पेंनिन्सुला मॉल और सिटी वॉक मॉल हैं जहाँ स्थानीय लोगों के अलावा पर्यटक भी घूमते हैं। इन मॉल में एक ही छत के नीचे प्रसिद्ध ब्रांडों की दुकानों के साथ फ़ूड रेस्टोरेन्ट भी हैं।
धोबी बाजार को बठिंडा, का शॉपिंग हब भी कहा जाता है, जहाँ विभिन्न ब्रांडों के शोरूम हैं। पर्यटक यहाँ अच्छी कीमतों पर कपड़े, जूते ऐक्सेसरीज़ और अन्य आवश्यक वस्तुयें ख़रीद सकते हैं। इसके अलावा, धोबी बाजार बठिंडा से काफी नज़दीक है जिसकी वजह से यहाँ असानी से पहुंचा जा...
यह बठिंडा से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस गुरूद्वारे में गुरू नानक देव जी ने श्री जापूजी साहिब के एक लाख पवित्र मार्गो का वर्णन किया था और क्यों कि यहाँ गुरुद्वारा जंगल में हैं इसलिए इस जगह का नाम लाखी जंगल रखा गया। यह माना जाता है कि जो यहाँ पूर्णमासी के...
चेतक पार्क कैंटोनमेंट क्षेत्र में स्थित है और लोकप्रिय पिकनिक भी स्पॉट हैं, यह एक आर्टीफिशियल लेक है, जहाँ सैलानी बोटिंग का आनंद ले सकते हैं।
प्राणि उद्यान बठिंडा के मुख्य आकर्षणों में से एक है, मिनी जू छोटे से जंगल के रूप में बनाया गया है। यहाँ जानवरों की कई प्रजातियाँ हैं जो बच्चों और बड़ों दोनों को ही आकर्षित करती हैं। यहाँ दूर-दूर से वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर, यहाँ की खूबसूरती को अपने कैमरे में कैद...
बीर तालाब चिड़ियाघर बठिंडा से 7.2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है , सभी आयु वर्ग के पर्यटक यहाँ घूमने आते है। सांभर, चीता और काले हिरण जैसे जानवरों का यह घर है, इसके अलावा, यहाँ के हरे भरे लॉन भी पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
पीर हाजी रतन की मज़ार बठिंडा के लोकप्रिय धार्मिक स्थलों में से एक हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार बाबा हाजी रतन ने राजा भोज के राजदूत के रूप में मक्का का दौरा किया था । जब वे भारत लौटे तो वे बठिंडा में रुके और ध्यान किया । मज़ार के पास एक गुरुद्वारा है, जहाँ मस्जिद...
मेसर खाना मंदिर बठिंडा से 29 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह मंदिर देवी दुर्गा और ज्वाला जी को समर्पित है। लोककथाओं के अनुसार, कमला नामक एक भक्त मंदिर की अपनी तीर्थ यात्रा को पूरा नहीं कर सका था, जिसके बाद उसने पूरी उम्र उनकी तपस्या की जिससे खुश होकर ज्वाला देवी...
दमदमा साहिब हरगोबिंदपुर के पश्चिम में स्थित है। यहाँ यह माना जाता है कि गुरू हरगोबिन्द जी ने रोहिला के युद्ध के बाद आराम किया था। और हर साल बैसाखी के अवसर पर यहाँ बहुत बड़े मेले का आयोजन किया जाता है जिसे देखने के लिए यहाँ दूर-दूर से पर्यटक आते हैं।
बठिंडा झील पर्यटकों की पसंदीदा जगहों में से एक है जहाँ पर्यटक बोटिंग और वाटर स्कूटर का मज़ा लेने आते हैं। यहाँ के कश्मीरी शिकारस पर्यटकों के मुख्य आकर्षण का केंद्र है। इस झील की हरियाली यहाँ पर आने वाले सैलानीयों का मन मोह लेती है।
10 एकड़ में फैला रोज गार्डन, अलग अलग रंग के गुलाब के फूलों के लिया प्रसिद्ध है। बठिंडा के पास होने के कारण यह एक लोकप्रिय पिकनिक स्पॉट है और यहाँ साल भर पर्यटक घूमने आते हैं।