बेकल एक छोटा शहर है जो अरब सागर के तटीय किनारों पर शांतिपूर्वक स्थित है। यह पल्लिकारे गाँव के भीतर है जो केरल के कासरगोड जिले के अंतर्गत आता है। बेकल का नाम ‘बलिअकुलम’ से उत्पन्न हुआ है जिसका अर्थ है बड़ा महल। स्थानीय मिथकों के अनुसार भूतकाल में यहाँ एक महल स्थित था। बेकल एक महत्वपूर्ण पर्यटक स्थल है जिसमें कई मुख्य आकर्षण हैं। इस नगर की सुरम्य खूबसूरती उल्लेखनीय है जो संपूर्ण विश्व के पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करती है।
बेकल के आसपास के पर्यटक आकर्षण
बेकल अपने आतिथ्य के लिए भी जाना जाता है। बेकल के स्थानीय निवासियों द्वारा बनाये जाने वाले “पायसम” का स्वाद लेना न भूलें। बेकल में प्रत्येक मंदिर अलग अलग परिवार से संबंधित है एवं प्रत्येक मंदिर एक अलग देवता को समर्पित है।
यदि आप साल के प्रारंभ के महीनों के दौरान यहाँ भ्रमण करते हैं तो आप “थेय्यम प्रदर्शन” में भाग ले सकते हैं। बेकल किले का पुरातात्विक एवं ऐतिहासिक महत्व है। यह बड़े किलों में से एक है एवं इसे भारत सरकार के पुरातात्विक विभाग द्वारा संरक्षित किया गया है।
इस किले के चारो ओर विशाल समुद्र की मंत्रमुग्ध कर देने वाली सुंदरता के कारण इस किले की अपनी एक चमक है। बेकल किले के अंदर यात्री बंगला है जिसे केरल सरकार के पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा संरक्षित किया गया है। भगवान् हनुमान को समर्पित एक मंदिर एवं टीपू सुलतान द्वारा स्थापित एक पुरानी मस्जिद यहाँ के अन्य आकर्षण हैं।
बेकल में एक दर्जन किलों का होना यहाँ के ऐतिहासिक महत्व का एक उदाहरण है।