भद्रावती बांध को भद्रा जल परियोजना बांध के रूप में भी जाना जाता है और यह बांध भद्रावती शहर के निकट स्थित है। इस बांध को भद्रा नदी पर बनाया गया है और इस क्षेत्र के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक के रूप में माना जाता है। 194 फुट ऊंची इस बांध को कर्नाटक राज्य...
यात्री चाहे, तो भद्रावती के पवित्र मठों को भी देख सकते हैं। भद्रा नदी के किनारे स्थित सुण्णद हल्ली, गोंधी, शारदा, कुंडली और शंकर मठ कुछ प्रसिद्ध मठ हैं।
यह पर्यटकों के लिए एक देखने योग्य स्थान है, जैन बसदि काफी लोकप्रिय है और भद्रावती में एन.एस.टी सड़क के पास स्थित है।
सैलानी शहर के बीचोंबीच स्थित हल्लदम्मा देवी मंदिर के दर्शन भी कर सकते हैं। इसे मलनाड क्षेत्र में आधुनिक बुनियादी सुविधाओं के साथ बना सबसे बड़ा मंदिर माना जाता है और एक लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण है।
छोटे हुत्ता के निकट स्थापित शिव मूर्ति भद्रावती में स्थापित भगवान की सबसे बड़ी मूर्ति है और इस मूर्ति को भी पर्यटक देख सकते हैं।
भद्रावति की सैर करने आए सैलानियों को भद्रा वन्यजीव अभयारण्य भी देखना चाहिए। इस अभयारण्य को अपना नाम इस क्षेत्र में बहने वाली भद्रा नदी से प्राप्त होता है। 490 वर्ग किलोमीटर के विशाल क्षेत्र में फैला, यह अभयारण्य पश्चिमी घाटों के सूखे और नम पर्णपाती जंगलों के बीच...
भद्रावती की सैर करने आए सैलानी चाहे तो लक्ष्मी नरसिंह मंदिर के दर्शन भी कर सकते हैं, इस मंदिर को 13वीं शताब्दी में होयसल राजवंश द्वारा बनवाया गया था। इस मंदिर को विष्णुवर्धन के पोते वीर नरसिंह ने बनवाया था। नक्षत्र शैली के आधार पर बना गया यह मंदिर तीन फुट ऊंचा है...
यह शानदार भद्रा नदी यात्रियों के लिए एक देखने योग्य स्थान है। इस नदी का जन्म पश्चिमी घाटों की पर्वत श्रृंखला में कुदरेमुख के निकट गंगामोल में होता है। यह नदी पूर्वी दिशा की ओर बहते हुए दक्कन पठार के दक्षिणी भाग को पार कर तडबेहल्ल, हब्बे और ओडिरायनहल्ल में अपनी...