यह एक पुराना नाग मंदिर है जो कोरटाटाका पहाड़ी पर स्थित है। यह मंदिर नाग के देवता, नाग कोरटाटाका महाराजा को समर्पित है। इस पहाड़ी का नाम पौराणिक कोबरा कोरटाटाका के नाम पर रखा गया था। ऋषि पंचमी के अवसर पर, यहां भारी संख्या में श्रद्धालु प्रार्थना करने आते है और...
भीमताल झील, समुद्र स्तर से 4500 फीट की ऊंचाई पर स्थित, नैनीताल और उसके आसपास के इलाके में स्थित प्राकृतिक झीलों में से सबसे बड़ी है। इस झील का नाम पांच पांडवों में से एक पांडव भीम के नाम पर रखा गया। यह झील नैनीताल से 22 किमी. की दूरी पर स्थित है जो पर्यटकों...
भीमताल के लोक संस्कृति के संग्रहालय को लोक संस्कृति संग्रहालय के नाम से भी जाना जाता है। पर्यटक यहां आकर तस्वीरों के विशाल संग्रह के साथ - साथ कीमती कलाकृतियों को भी देख सकते हैं। इस संग्रहालय में उत्तराखंड की समृद्ध संस्कृति को दर्शाने...
भीमेश्वरा मंदिर, भीमताल झील के किनारे या तट पर स्थित है। यह इस क्षेत्र का पुराना मंदिर है जो भगवान शिव को समर्पित है। इस मंदिर की वर्तमान बिल्डिंग को चंद राजवंश के शासकों और कुमाउं के राजा, बाज बहादुर के द्वारा 17 वीं सदी में बनवाया गया था।
विक्टोरिया बांध, भीमताल झील के अंत में बना हुआ एक शानदार बांध हैं जो 40 फीट ऊंचा हैं। इस बांध के दोनो ओर सीढि़यों पर बागावानी की गई है। यह बांध पर्यटकों को लुभावना प्राकृतिक दृश्य प्रदान करता है। यहां पर लगाएं गए सुंदर जंगली फूल पर्यटकों को बेहद आकर्षित...